DRDO साइंटिस्ट से ब्रह्मोस की जानकारी हासिल करना चाहती थी पाकिस्तानी महिला, संवेदनशील जानकारियां लीक करवाई
पाकिस्तान को सूचनाएं देने के आरोप में अरेस्ट किये गये DRDO के साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर से पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली है। एटीएस का दावा है कि कुरुलकर को हनी ट्रैप में लेकर उससे कुछ संवेदनशील जानकारियां लीक करवाई गईं।
- हनी ट्रैप में फंसा कर Whatsapp चैट में ले रही थी जानकारी
मुंबई। पाकिस्तान को सूचनाएं देने के आरोप में अरेस्ट किये गये DRDO के साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर से पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली है। एटीएस का दावा है कि कुरुलकर को हनी ट्रैप में लेकर उससे कुछ संवेदनशील जानकारियां लीक करवाई गईं।
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पांच माह से चल रही थी वॉट्सऐप पर चैटिंग
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, DRDO के साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर की पुलिस कस्टडी पुणे की एक स्पेशल कोर्ट ने मंगलवार को 15 मई तक के लिए बढ़ा दी। एटीएस की पूछताछ में साइंटिस्ट कुरुलकर ने बताया है कि पिछले साल अक्टूबर में उसके वॉट्सऐप पर एक मैसेज आया। मैसेज में उसे गलत नाम से संबोधित किया गया। इस पर कुरुलकर ने जवाबी वॉट्सऐप किया कि मैं वह नहीं, बल्कि प्रदीप कुरुलकर हूं। इसके बाद दोनों के बीच वाट्सएप चैटिंग शुरू हो गई। कुरुलकर ने बताया कि वॉट्सऐप चैट करने वाली महिला खुद को लंदन में रहने वाली इंडियन बताया। पाकिस्तान के खिलाफ नफरत व्यक्त की।
अक्टूबर 2022 से फरवरी 2023 तक होती रही चैट
कुरुलकर को कुछ समय बाद हनी ट्रैप में फंसाकर ब्रह्मोस मिसाइल सहित डीआरडीओ प्रोजेक्ट से जुड़ी जानकारियां हासिल करने का प्रयास किया गया। दोनों के बीच फरवरी 2023 तक चैट होती रही। कुरुलकर के साथ चैट करने के लिए जिस नंबर का इस्तेमाल किया गया था, उसका पाकिस्तानी आइपी होने से खुफिया अफसरों ने डीआरडीओ को अलर्ट किया। एटीएस को कंपलेन करने से पहले उनकी विजीलेंस टीम ने जांच की।
साइंटिस्ट ने एक मिसाइल की फोटो भी शेयर की
एनएसए और पीएमओ को भी घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी गई। विजिलेंस जांच में इस बात की पुष्टि हुई थी कि साइंटिस्ट कुरुलकर ने हनीट्रैप में फंसकर पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटिव के साथ जानकारियां शेयर की थी। जांच में यह भी पता चला कि साइंटिस्ट ने अपनी कुछ प्राइवेट फोटो शेयर करने के अलावा एक मिसाइल की फोटो और कुछ लोकल एड्रेस का डिटेल भी शेयर किया था।
'59 साल की उम्र में अकेला महसूस कर रहा था साइंटिस्ट
मामले में डीआरडीओ की तरफ से महाराष्ट्र एटीएस में एफआइआर दर्ज की गई। कुरुलकर के दो मोबाइल फोन और एक लैपटाप को जांच के लिए लिया गया है। कुरुलकर ने जांच एजेंसी को बताया कि वह इस बात से अनजान था कि महिला पाकिस्तान से है। कुरुलकर ने बताया कि वह महिला के साथ जानकारी इसलिए शेयर करता था, क्योंकि वह 59 साल की उम्र में अकेला महसूस कर रहा था। उसका मानना था कि महिला उनके काम में दिलचस्पी रखती थी। उनकी प्रशंसक थी। महिला को जागरुक करने के लिए सूचनाओं का आदान-प्रदान करता था।
देश के लिए उनके काम की प्रशंसा करती थी महिला
एटीएस के एक अफसर ने कहा कि महिला ने कुरुलकर की प्रोफाइल पढ़ने के बाद देश के लिए उनके काम की प्रशंसा करती थी। वह पाकिस्तान के लिए नफरत भी व्यक्त की थी। दावा किया था कि भारत पाकिस्तान पर विजयी होगा। सोर्सेज का कहना है कि दोनों के बीच सैकड़ों वीडियो और ऑडियो कॉल हुए हैं, लेकिन कुरुलकर को कभी भी धमकी नहीं दी गई, क्योंकि वह जानकारी शेयर करता रहा। महिला उसे अपनी नग्न फोटो भेजती रही।
आधी रात तक साइंटिस्ट से बातें करती थी महिला
कुरुलकर के अकेलेपन का फायदा उठाते हुए महिला देर रात तक उससे बातें करती थी। कुरुलकर उस महिला से इतने आकर्षित थे कि वह उसके साथ शारीरिक संबंध बनाना चाह रहे थे। अगर खुफिया एजेंसियों ने हस्तक्षेप नहीं किया होता, तो शायद वह उससे दूसरे देश में मिलने की योजना भी बना सकते थे।
डीआरडीओ साइंटिस्ट की पुलिस कस्टडी बढ़ाई गई
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, डीआरडीओ के साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर की पुलिस कस्टडी पुणे की एक स्पेसल कोर्ट ने मंगलवार को 15 मई तक के लिए बढ़ा दी। पुणे में डीआरडीओ की एक लेबोरेट्री के डायरेक्टर साइंटिस्ट को तीन मई को अरेस्ट किया गया था। वह पुलिस कस्टडी में था। पुलिस कस्टडी की अविध खत्म होने के बाद मंगलवार को उसे अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (विशेष अदालत) के समक्ष पेश किया गया। आरोपी की हिरासत बढ़ाने की मांग करते हुए अभियोजन पक्ष ने अदालत से कहा कि वैज्ञानिक से जब्त किये गये उपकरणों की फारेंसिक रिपोर्ट मिल गई है। मामले की आगे की जांच के लिए उससे पूछताछ की जरूरत है।