पलामू: नौसेना जवान सूरज दूबे की मर्डर को परिजन मान रहे हैं साजिश, सीबीआइ जांच की मांग 

पलामू निवासी इंडियन नेवी के जवान सूरज कुमार दूबे की मर्डर को परिजन बड़ी साजिश मान रहे हैं।  परिजनों ने सीबीआइ जांच की मांग किया है।एमपी बीडी राम ने मामले की जांच CBI और आर्मी के अफसरों से कराने की अपील भी की है।

पलामू: नौसेना जवान सूरज दूबे की मर्डर को परिजन मान रहे हैं साजिश, सीबीआइ जांच की मांग 
  • भाई ने कहा कि हमें तो फिरौती के लिए कोई फोन नहीं आया
  • कैसे करें महाराष्ट्र पुलिस की बात पर भरोसा 

रांची। पलामू निवासी इंडियन नेवी के जवान सूरज कुमार दूबे की मर्डर को परिजन बड़ी साजिश मान रहे हैं।  परिजनों ने सीबीआइ जांच की मांग किया है। पलामू एमपी बीडी राम ने मामले की जांच CBI और आर्मी के अफसरों से कराने की अपील भी की है।

सूरज कुमार दुबे के भाई नीरज दुबे ने कह है कि महाराष्ट्र पुलिस ने हमें फोन कर बताया कि फिरौती के लिए सूरज कुमार दुबे का किडनैप हो गया है। हमें तो फिरौती की राशि के लिए किसी का फोन नहीं आया। फिर महाराष्ट्र के पालघर में उसे जिंदा जला देने की खबर आई। मेरा नौसैनिक भाई देश की सेवा कर रहा था। उसकी मर्डर के पीछे कोई बड़ी साजिश है। इस मामले की सीबीआइ जांच होनी चाहिए। नीरज अपने भाई का पार्थिव शरीर लेने रांची आये थे। 

नीरज ने बताया कि सूरज अपने साथी जवान धर्मेंद्र के साथ लगातार संपर्क में था। 22 जनवरी से धर्मेंद्र, सूरज का लोकेशन ले रहा था। 30 जनवरी को 13 बार एसएमएस से धर्मेंद्र व सूरज के बीच बातचीत हुई थी। उन्होंने कहा कि शुरुआत के दो दिनों तक यूनिट का कमांडेंट का व्यवहार परिजनों के प्रति सहानुभूतिपूर्वक था। तीसरे दिन जैसे ही धर्मेंद्र का उल्लेख आया कमांडेंट का व्यवहार बदल गया।  पालघर एसपी ने फोन पर कहा कि तीन लोगों ने किडनैप किया था। इसमें से एक का नाम इरफान है। पूरा मामला संदिग्ध है।

आज होगा अंतिम संस्कार

सूरज का पार्थिव शरीर रविवार की शाम रांची पहुंचा। एयरपोर्ट पर उन्हें नौसेना के अफसरों, पांकी एमएलए शशिभूषण मेहता समेत अन्य गणमान्य लोगों द्वारा श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद तिरंगे में लिपटे सूरज के पार्थिव शरी को लेकर नौसेना के जवान व परिजन पलामू लेकर रवाना हो गये। सूरज पलामू के चैनपुर पुलिस स्टेशन एरिया के कोल्हुआ के रहने वाले थे। वह पलामू से 30 जनवरी को ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए  निकले थे। उन्हें कोयंबटूर जाना था लेकिन चेन्नई से ही वे लापता हो गये। एक जनवरी को नेवी बेस से परिजनों को उनके ड्यूटी पर नहीं पहुंचने की सूचना मिली थी। सूरज पिछले शुक्रवार की रात  महाराष्ट्र के पालघर में 90 परसेंट जले हुए पाये गये थे। इलाज के दौरान सूरज की मौत हो गयी। सूरज के पैतृक गांव कोल्हुआ गांव में मातम पसरा हुआ है। पिता मिथिलेश दुबे और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वे समझ नहीं पा रहे कि कोई क्यों उनके बेटे की मर्डर करेगा।कोयल नदी के तट पर सोमवार को उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा।
सूरज को जिंदा जला दिये जाने से पूरे पलामू में आक्रोश है। पैतृक गांव चैनपुर ब्लॉक के पूर्वडीहा कुल्हुआ के लोगों का कहना है कि आखिर चेन्नई से सूरज पालघर कैसे पहुंच गये। वह तो अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने जा रहे थे। इस मामले में जांच की मांग को लेकर ग्रामीण आंदोलन की रणनीति बनाने में लगे हैं। 
आठ साल से थे नेवी में, पिछले महीने हुई है सगाई, मई में होनी थी शादी

वर्ष 2012 की अगस्त में सूरज का सलेक्शन नेवी में हुआ था। वह शुरुआत से ही मेधावी छात्र थे। उनकी शुरुआती शिक्षा पलामू मेदिनीनगर स्थित वीपीएम ज्ञान निकेतन स्कूल में हुई थी। वर्ष 2012 में नेवी में सलेक्शन होने के बाद वे वर्ष 2015 तक मुंबई में तैनात रहे। अभी उनकी तैनाती तमिलनाडु के कोयंबटूर स्टेट आइएनएस अग्रणी में कर दी गई थी। सूरज जनवरी माह में छुट्टी पर अपने घर पलामू आये थे। 15 जनवरी को उनकी सगाई हुई थी। मई में उनकी शादी होने वाली थी। 
पलामू एमपी ने CBI और आर्मी से जांच कराने की मांग की


पलामू एमपी विष्णु दयाल राम ने सूरज के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। उन्होंने इस मामले की जांच CBI और आर्मी के अफसरों से कराने की अपील भी की है। श्री राम ने घोर निंदा की है। श्री राम ने इस संबंध में सेंट्रल होम मनिस्टर को पत्र लिखकर CBI से जांच कराने और रक्षा मंत्री से नौसेना के पदाधिकारियों एवं पुलिस की टीम बनाकर सेना के दृष्टिकोण से जांच कराने का अनुरोध किया है।

श्री राम ने ट्वीट कर कहा कि इस घटना से पूरा पलामू क्षेत्र मर्माहत है. इस क्षेत्र के सांसद होने के नाते वो इस दुख की घड़ी में सूरज दुबे के परिजनों के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि सोमवार को संसद में CBI से जांच कराने की मांग की जायेगी। वहीं, शून्यकाल में इस मामले को उठाने की बात भी कही।