पटना: इंजीनियर के घर विजीलेंस रेड, 15 लाख कैश और 32 लाख के गहने मिले, आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज
विजीलेंस ने पथ निर्माण विभाग के एक्सक्युटिव इंजीनियर कौन्तेय कुमार के राजधानी पटना में गोसाई टोला स्थित फ्लैट की सर्च में 15.50 लाख रुपये कैश के अलावा भारी मात्रा में सोने-चांदी के ज्वेलरी बरामद किये हैं। इंजीनियर पत्नी के नाम पर कोरोड़ों की चार अचल संपत्तियां भी हैं। विभिन्न बैंकों में आठ खाते और दो लॉकर भी मिले है।
पटना। विजीलेंस ने पथ निर्माण विभाग के एक्सक्युटिव इंजीनियर कौन्तेय कुमार के राजधानी पटना में गोसाई टोला स्थित फ्लैट की सर्च में 15.50 लाख रुपये कैश के अलावा भारी मात्रा में सोने-चांदी के ज्वेलरी बरामद किये हैं। इंजीनियर पत्नी के नाम पर कोरोड़ों की चार अचल संपत्तियां भी हैं। विभिन्न बैंकों में आठ खाते और दो लॉकर भी मिले है।
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अलमीरा में रखा था लाखों रुपये कैश
पथ निर्माण विभाग के पटना सिटी स्थित गुलजारबाग अंचल में तैनात एक्सक्युटिव इंजीनियर कौन्तेय कुमार के खिलाफ विजीलेंस में आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है। विजीलेंस डीएसपी सुरेन्द्र कुमार मौआर के नेतृत्व में सदाकत आश्रम के पास गोसाई टोला स्थित नित्यानंद इन्कलेव के फ्लैट संख्या 403 की सर्च की गई।फ्लैट की तलाशी के दौरान लगभग 15.50 लाख रुपये कैश मिले। 3.80 किलोग्राम चांदी और 691 ग्राम सोने की ज्वेलरी मिली।इन ज्वेलरी की कीमत 33.75 लाख रुपये आंकी गई है। विभिन्न बैंकों में आठ बैंक अकाउंट और दो लॉकर का भी पता चला। लॉकरों को फ्रीज करावा दिया गया है। वित्तीय संस्थाओं में बड़े पैमाने पर निवेश से संबंधित कागजात भी मिले हैं।
कृष्णा अपार्टमेंट में लक्जरी फ्लैट
इंजीनियर कौन्तेय कुमार की वाइफके नाम पर बोरिंग रोड स्थित कृष्णा अपार्टमेंट के में दो फ्लैट खरीदे गये थे। अपार्टमेंट के ‘सी’ ब्लॉक के आठवें तल्ले पर फ्लैट संख्या 82-83 को मिलाकर एक बड़ा सा लक्जरी फ्लैट बनाया जा रहा है। यहां भी विजीलेंस की टीम पहुंची लेकिन कुछ नहीं मिला। दोनों फ्लैट और उसमें करायेजा रहे निर्माण की कीमत करोड़ों रुपये बताई गई है। इसके अलावा पटना का सगुना मोड़ और वैशाली के हाजीपुर में जमीन के दो दस्तावेज भी मिले हैं।
एनुअल डिटेल में कई संपत्तियों को छुपाया
मूलत: झारखंड के रांची निवासी कौन्तेय कुमार वर्ष 2004 से बिहार गवर्नमेंट में कार्यरत हैं। इस दौरान उन्होंने आय से काफी ज्यादा संपत्ति अर्जित की। प्रत्येक वर्ष दिए जानेवाले संपत्ति के ब्योरा में उन्होंने कई जमीन-जायदाद का उल्लेख नहीं किया है। जांच के दौरान उनके द्वारा और अधिक संपत्ति अर्जित कि, जाने की जानकारी मिल सकती है।