पंजाब: BSF हेडक्वार्टर अमृतसर में कांस्टेबल ने की ताबड़तोड़ फायरिंग, चार साथियों की जान ली, खुद की सुसाइड
BSF हेडक्वार्टर अमृतसर खासा में रविवार सुबह 144वीं बटालियन के एक कांस्टेबल ने मेस में अपने साथियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। घटना में चार बीएसएफ जवानों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गये। साथियों पर हमले के बाद महाराष्ट्र निवासी सतेप्पा एसके नामक जवान ने खुद को भी गोली मार सुसाइड कर ली।
- लगातार ड्यूटी से परेशान होने की बात आ रही सामने
- ड्यूटी को लेकर विवाद बना फायरिंग की वजह
मृतसर। BSF हेडक्वार्टर अमृतसर खासा में रविवार सुबह 144वीं बटालियन के एक कांस्टेबल ने मेस में अपने साथियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। घटना में चार बीएसएफ जवानों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गये। साथियों पर हमले के बाद महाराष्ट्र निवासी सतेप्पा एसके नामक जवान ने खुद को भी गोली मार सुसाइड कर ली।
घटना के बाद खासा में दहशत का माहौल है। बीएसएफ आईजी समेत अन्य सीनीयर अफसर मौके पर पहुंच छानबीन की है। बीएसेफ ने ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिये गये हैं।आईजी बॉर्डर आसिफ जलाल गुरु नानक देव हॉस्पिटल में घायल जवान निहाल सिंह और राहुल का हाल चाल जानने के लिए पहुंचे। आईजी ने कहा की कोई आपसी रंजिश जा गुटबाजी नहीं है। मामले की जांच चल रही है और जो घायल हुए हैं, उनकी हालत खतरे से बाहर है।
फायरिंग में जान गंवाने वाले बीएसेफ कांस्टेबल
हेड कांस्टेबल -विनोद - बिहार
हेड कांस्टेबल -तोरास्कर डीएस - महाराष्ट्र
हेड कांस्टेबल -रतन सिंह- जम्मू-कश्मीर
हेड कांस्टेबल- बलजिंदर सिंह- पानीपत हरियाणा
कहा जा रहा है कि सतेप्पा से पिछले कुछ दिनों से लगातार ड्यूटी ली जा रही थी l इस बात से वह काफी परेशान हो गया था l उसकी बीएसएफ के एक सीनीयर अफसर से शनवार को बहस भी हुई थी। सतेप्पा रविवार की सुबह ड्यूटी पर तैनात था। गुस्से में आकर उसने अपनी राइफल से फायरिंग शुरू कर दी l गोलियां चलने की आवाज सुनकर अन्य जवानों ने इधर-उधर भागना शुरू कर दिया l लगभग नौ लोगों को गोलियां लगीl दो जवानों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और दो अन्य ने हॉस्पिटल ले जाते हुए दम तोड़ा।सूचना पाकर पुलिस और बीएसएफ के सीनीयर अफसर मौका ए वारदात पर पहुंच गये l घायलों को तुरंत गुरु नानक देव हॉस्पिटल में इलाज के लिए एडमिट करवाया गया हैl मृतकों और घायलों के परिजनों को सूचित किया गया है।
सत्यप्पा एसके गुस्से में तमतमाते हुए आया और अंधाधुंध फायरिंग करने लगा
बताया जाता है कि खासा स्थित बीएसएफ हेडक्वार्टर की मेस में बटालियन 144 के जवान नाश्ता कर रहे थे। इस दौरान बटालियन 144 के कॉन्स्टेबल सत्यप्पा एसके गुस्से में तमतमाते हुए आया और अंधाधुंध फायरिंग करने लगा। सत्यप्पा ड्यूटी को लेकर नाराज चल रहा था। घटना से हेडक्वार्टर में हड़कंप मच गया। मेस में गोलियां चलाकर सत्यप्पा ने अपने चार साथियों को मौत के घाट उतार दिया, जबकि एक जवान राहुल गंभीर घायल हो गया। सत्यप्पा अपनी सर्विस कम्बाइन लेकर मेस से बाहर भागा। वह बाहर भी लगातार गोलियां चलाता गया। पकड़े जाने के डर से सत्यप्पा ने खुद को भी गोली मार ली। चार जवानों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई, जबकि कॉन्स्टेबल सत्यप्पा और एक अन्य घायल जवान को आनन-फानन में अस्पताल लाया गया। सत्यप्पा ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। गुरु नानक देव अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं दूसरे घायल कॉन्स्टेबल का इलाज चल रहा है।