Ranchi Land Scam Case: हेमंत सोरेन के मामले में नया खुलासा ! सद्दाम की डायरी से खुले कई राज
झारखंड की राजधानी रांची में जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत इन्विस्टीगेशन कर रही ईडी की जांच में लगातार नये-नये खुलासे हो रहे हैं। मामले में झामुमो नेता अंतु तिर्की, प्रियरंजन सहाय, विपिन सिंह, इरशाद, सद्दाम हुसैन व अफसर अली ईडी रिमांड पूछताछ जारी है।
- डायरी में अंतु तिर्की के अलावा सुनीता तिर्की, मोहिब, कैप्टन व केके भैया के भी नाम
- सद्दाम ने इन्हें भी किया है पेमेंट
- अंतु तिर्की, सद्दाम हुसैन, अफसर अली, विपिन सिंह, प्रियरंजन सहाय व इरशाद से ईडी की पूछताछ जारी
रांची। झारखंड की राजधानी रांची में जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत इन्विस्टीगेशन कर रही ईडी की जांच में लगातार नये-नये खुलासे हो रहे हैं। मामले में झामुमो नेता अंतु तिर्की, प्रियरंजन सहाय, विपिन सिंह, इरशाद, सद्दाम हुसैन व अफसर अली ईडी रिमांड पूछताछ जारी है।
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सद्दाम की डायरी के मिले कुछ पन्ने
ईडी को सद्दाम की डायरी के कुछ पन्ने भी मिले हैं, जिनमें रुपयों के लेन-देन का जिक्र है। सद्दाम ईडी को लगातार डायरी में लिखे तथ्यों पर अपनी सफाई दे रहा है। उसने यह भी बताया है कि उसने कोलकाता से मूल डीड निकालने से लेकर उसमें हेराफेरी करने तक में किससे-किससे मदद ली। डायरी के पेज पर उल्लेखित पेमेंट को देखें तो खाता संख्या 234 के प्लाट नंबर 1055 में के लिए सर्वाधिक 21 लाख रुपये का पेमेंट अंतु तिर्की को हुआ है। ईडी ने इसकी जानकारी ईडी की स्पेशल कोर्ट में दाखिल रिमांड नोट में भी दी है।
आरोपितों ने ईडी को नहीं दिए संतोषजनक जवाब
डायरी में एसडीओ को ढाई लाख रुपये के पेमेंट का भी उल्लेख है। ये एसडीओ कौन हैं, इसके बारे में ईडी ने सद्दाम से पूछताछ भी की है। एसडीओ को किस कार्य के लिए ढाई लाख रुपये का पेमेंट किया गया, इसकी भी जानकारी ईडी ले रही है।अंतु व अन्य आरोपितों से भी डायरी में आये तथ्यों के आधार पर पूछताछ की गई है। ईडी को आरोपितों ने अब तक संतोषजनक जवाब नहीं दिया है।
डायरी में जिनके नाम हैं, उन्हें भी ईडी करेगी समन सद्दाम की डायरी में सुनीता तिर्की, मोहिब, कैप्टन और केके भैया का भी नाम है। ईडी ने सद्दाम से उनके बारे में जानकारी ली है। बताया जा रहा है कि बहुत जल्द ही ईडी डायरी में आए नामों वाले व्यक्ति को समन कर पूछताछ के लिए बुलायेगी। उक्त डायरी में सुनीता तिर्की को 2.5 लाख रुपये के पेमेंट का उल्लेख है, वहीं मोहिब को 12.15 लाख रुपये दिये गये थे। कैप्टन व केके भैया को भी 50-50 हजार रुपये पेमेंट हुआ था।
ईडी उन सभी बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है। सद्दाम 20 अप्रैल तक ईडी की रिमांड पर है। वहीं, अंतु तिर्की सहित पांच शेष आरोपित 22 अप्रैल तक ईडी की रिमांड पर हैं, जिनसे पूछताछ जारी है।
JMM नेता सहित चार आरोपित 22 अप्रैल तक रिमांड पर
ईडी ने जमीन घोटाले में दो दिन पहले अरेस्ट जेएमएम लीडर नेता अंतु तिर्की, जमीन कारोबारी विपिन सिंह, प्रियरंजन सहाय व इरशाद अंसारी के लिए कोर्ट से सात दिनों की रिमांड मांगी थी। पीएमएलए की स्पेशल कोर्ट ने ईडी को पांच दिनों तक पूछताछ की अनुमति दी। अब ईडी इनसे 22 अप्रैल तक रिमांड पर पूछताछ करेगी। विगत नौ अप्रैल को गिरफ्तार आरोपी सद्दाम हुसैन 20 अप्रैल तक ईडी की रिमांड पर है। एक अन्य सहयोगी अफसर अली उर्फ अफ्सू खान भी 22 अप्रैल तक ईडी की रिमांड पर है। जमीन घोटाले में कुल छह आरोपित अभी ईडी की रिमांड पर हैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है। सभी आरोपितों पर जमीन के मूल दस्तावेज में हेराफेरी, छेड़छाड़ करने, जालसाजी करने, सीएनटी एक्ट से संबंधित प्रतिबंधित श्रेणी की जमीन की प्रकृति बदलकर गलत तरीके से उसकी खरीद-बिक्री करने का आरोप है। इन जालसाजों ने रांची व कोलकाता स्थित भू-राजस्व विभाग के सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से यह हेराफेरी व जालसाजी की है। ईडी के अनुसार इनमें से कुछ जमीन एक्स सीएम हेमंत सोरेन के अवैध कब्जे में है।
इस कारण से अरेस्ट हुए एक्स सीएम हेमंत सोरेन
ईडी ने जारी प्रेस बयान में जानकारी दी है कि झारखंड के एक्स सीएम हेमंत सोरेन, बड़गाईं अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को बरियातू रोड की 8.86 एकड़ जमीन की गलत तरीके से हड़पने की कोशिश करने, अपराध की आय प्राप्त करने, रखने व छिपाने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में हेमंत सोरेन व उनके चार अन्य सहयोगियों पर ईडी ने 30 मार्च को चार्जशीट दाखिल की थी। ईडी ने उक्त 8.86 एकड़ जमीन को भी अस्थाई रूप से जब्त की थी, जिसकी सरकारी कीमत 31 करोड़ रुपये है।
डायरी ने खोला अंतु तिर्की और सद्दाम के बीच लेन-देन का राज
लैंड स्कैम मामले की जांच कर रही ईडी को पिछले वर्ष रेड के दौरान एक डायरी मिली थी। इस डायरी से फर्जी डीड बनाने के मास्टरमाइंड मोहम्मद सद्दाम और जेएमएम नेता अंतु तिर्की के बीच लाखों के लेनदेन का खुलासा हुआ है। डायरी में इस बात का स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि वर्ष 2022 में सद्दाम और अंतु तिर्की के बीच फरवरी से अक्टूबर महीने के बीच 18 लाख 50 हजार से ज्यादा के लेनदेन हुए हैं। कई बार पैसों के लेनदेन बैंक के जरिये भी किये गये हैं। वहीं डायरी के एक पेज में यह भी लिखा हुआ है कि अंतु तिर्की को दो लाख 18 हजार और देना है।
रेड में मिली डी, लैंड स्कैम केस में ईडी के लिए बना ठोस आधार
ED को 13 अप्रैल 2023 को रेड के दौरान लैंड स्कैम से जुड़े जो सबसे अहम दस्तावेज मिला था, जो वर्ष 1940 में बनी एक डीड है। जिसकी डीड संख्या 3985 है. एजेंसी ने इस डीड की सत्यता की जांच भी करवायी, जिसमें यह बात सामने आयी कि यह डीड फर्जी प्रतीत होता है। लैंड स्कैम केस में ED के लिए यह डीड एक ठोस आधार बना है। यह डीड उसी भूमि के एक बड़े हिस्से की है, जिसपर फर्जी दस्तावेज के सहारे अवैध कब्जा करने आरोप में एक्स सीएम हेमंत सोरेन जेल में हैं।
सीएमओ में पिंटू के पीए के रूप में काम करता था उदय शंकर
पिंटू ने 18 मार्च को ईडी की पूछताछ में यह स्वीकार किया कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर ही उन्होंने सीएमओ में कार्यरत उदय शंकर को बरियातू की विवादित 8.86 एकड़ जमीन का सत्यापन का निर्देश दिया था। उदय शंकर सीएमओ में पिंटू के पीए के रूप में काम करता था। पिंटू ने एक्स सीएम की दो अन्य अचल संपत्तियों का भी खुलासा किया है, जिसकी जांच अब ईडी कर रही है।तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन के निर्देश पर पिंटू ने जब उदय शंकर को बरियातू की उक्त जमीन के सत्यापन का निर्देश दिया तो उदय शंकर ने भी बड़गाईं के तत्कालीन सीओ मनोज कुमार को उक्त जमीन का सत्यापन करने को कहा था। इसके बाद तत्कालीन सीओ मनोज कुमार ने तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को सीएमओ के उक्त आदेश को निष्पादित करने का निर्देश दिया था। भानु प्रताप प्रसाद उक्त अचल संपत्ति पर अवैध कब्जे से जुड़ी गतिविधियों में हेमंत सोरेन की मदद कर रहे थे।
2010 से हेमंत सोरेन के अवैध कब्जे में थी बरियातू विवादित जमीन
ईडी ने कोर्ट को बताया है कि बरियातू की उक्त विवादित जमीन 2010 में हेमंत सोरेन के अवैध कब्जे में थी। वे इस जमीन को कानूनी रूप से कब्जा में लेने के लिए फर्जी कागजात बनाना चाहते थे। इसके लिए हेमंत सोरेन ने अपने आर्किटेक्ट दोस्त विनोद कुमार की सलाह पर वहां बैंक्वेट हाल बनाने की योजना बनाया था।
पिंटू ने ईडी के सामने खुलासा किया है कि 12 अक्टूबर 2022 में उन्होंने उदय शंकर को वाट्सएप पर दो अन्य संपत्तियों के सत्यापन का निर्देश दिया था, जो हेमंत सोरेन व उनके परिवार से संबंधित थी। कल्पना मुर्मू सोरेन के पार्टनरशिप एग्रिमेंट में रंजीत सिंह का नाम, जिसके नाम पर मिली लीज की फाइल ईडी को बड़गाईं अंचल में रेड के दौरान एक भूरे रंग की फाइल मिली, जो 44 पेज की लीज दस्तावेज से संबंधित थी। यह लीज 21 दिसंबर 2011 को चंद्रिका पाहन, बिरसा पाहन व अन्य की एक रंजीत सिंह नामक व्यक्ति के साथ हुई थी। रंजीत सिंह का पता हरमू हाउसिंग कालोनी के सोना सोभरन मेमोरियल सोसाइटी है।
कल्पना मुर्मू सोरेन के पार्टनरशिप एग्रिमेंट का हिस्सा है रंजीत सिंह
ईडी ने छानबीन में पाया कि रंजीत सिंह एक्स सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन के पार्टनरशिप एग्रिमेंट का हिस्सा है। ईडी को जो फाइल मिली है, उसपर सीएमओ पिंटू अर्जेट लिखा हुआ है। पिंटू का नाम लिखकर पेन से काटा गया है। उक्त फाइल में कई हस्तलिखित नोट व अन्य दस्तावेज थे। ईडी ने जांच में पाया है कि मामला केवल 8.86 एकड़ जमीन से संबंधित ही नहीं, बल्कि उस जमीन के बगल की एक अन्य जमीन को भी सीधे तौर पर हड़पने की योजना से संबंधित है। इसमें हेमंत सोरेन अपने करीबी रंजीत सिंह के माध्यम से इन सभी अचल संपत्तियों को हड़पने की योजना बना रहे थे।
31 जनवरी को अरेस्ट हुए थे हेमंत, ईडी ने 30 मार्च को दाखिल किया चार्जशीट
बरियातू की 8.86 एकड़ हड़पने की कोशिश मामले में ईडी ने एक्स सीएम हेमंत सोरेन 31 जनवरी को अरेस्ट किया था। उसी दिन एक घंटे के भीतर उन्होंने झारखंड के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। ईडी ने 30 मार्च को एक्स सीएम हेमंत सोरेन, उनके दोस्त सह आर्किटेक्ट विनोद कुमार सिंह, बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, राजकुमार पाहन व हिलेरियस कच्छप के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल किया था। ईडी ने चार अप्रैल को उक्त चार्जशीट पर संज्ञान ले लिया है। ईडी ने उक्त विवादित जमीन को अस्थाई तौर पर जब्त भी किया है, जिसकी कीमत लगभग 31 करोड़ रुपये है।
ईडी ने सरकारी अफसरों सहित कई व्यक्तियों के विरुद्ध झारखंड पुलिस में दर्ज प्राथमिकियों के आधार पर मनी लांड्रिंग के तहत जांच शुरू की थी। ईडी ने जांच में पाया कि राज्य में भू-माफिया का एक रैकेट सक्रिय है जो जमीन के मूल दस्तावेज में हेराफेरी कर फर्जी कागजात तैयार करता है और उसे हड़पता है। इस मामले में ईडी ने 51 रेड व नौ सर्वे भी किया। इसमें ईडी ने भू-राजस्व विभाग की जाली मुहरें, भूमि के जाली दस्तावेज, अपराध की आय के सबूत, जालसाजी की तस्वीरें, सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने के सबूत आदि जब्त किए। इस छापेमारी में ईडी ने 1.25 करोड़ रुपये कैश व बैंकों में 3.56 करोड़ रुपये जब्त की।एक्स सीएम हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास से 36.34 लाख रुपये, एक बीएमडब्ल्यू कार व अन्य आपत्तिजनक वस्तुओं की बरामदगी की। जमीन घोटाले में पूर्व में ईडी ने 236 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति जब्त की थी।
रांची जमीन घोटाला मामले ईडी अब तक एक्स सीएम हेमंत सोरेन, रांची के एक्स डीसी छवि रंजन, बड़गाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, कोलकाता के बिजनसमैन अमित अग्रवाल, प्रेम प्रकाश, राजकुमार पाहन व हिलेरियस कच्छप(अब मृत), जमीन कारोबारी अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान,सद्दाम हुसैन,जेएमएम लीडर अंतु तिर्की, जमीन कारोबारी विपिन सिंह, प्रियरंजन सहाय व इरशाद अंसारी सहित 22 आरोपितों को अरेस्ट कर जेल भेज चुकी है। जमीन घोटाला प्रकरण में पूर्व में 12 जून 2023 व एक सितंबर 2023 को भी चार्जशीट दाखिल की गई थी। इन्विस्टीगेश अभी जारी है।
31 जनवरी को अरेस्ट हुए थे हेमंत, ईडी ने 30 मार्च को दाखिल किया चार्जशीट
बरियातू की 8.86 एकड़ हड़पने की कोशिश मामले में ईडी ने एक्स सीएम हेमंत सोरेन 31 जनवरी को अरेस्ट किया था। उसी दिन एक घंटे के भीतर उन्होंने झारखंड के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। ईडी ने 30 मार्च को एक्स सीएम हेमंत सोरेन, उनके दोस्त सह आर्किटेक्ट विनोद कुमार सिंह, बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, राजकुमार पाहन व हिलेरियस कच्छप के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल किया था। ईडी ने चार अप्रैल को उक्त चार्जशीट पर संज्ञान ले लिया है। ईडी ने उक्त विवादित जमीन को अस्थाई तौर पर जब्त भी किया है, जिसकी कीमत लगभग 31 करोड़ रुपये है।