Sahibganj Illegal Mining Case: ED पंकज मिश्रा पर FIR दर्ज करने का लिखा था लेटर, DMO ने नहीं किया नेम्ड
झारखंड के साहिबगंज जिले में 1000 करोड़ के इलिगल स्टोन माइनिंग मामले की जांच कर रही ईडी कहा है कि एरिया में अभी भी इलिगल माइनिंग जारी है। निरीक्षण के बाद इस मामले में ईडी ने पंकज मिश्रा, विष्णु यादव व अन्य पर एफआइआर दर्ज करने का निर्देश दिया था। लेकिन डीएमओ ने इस मामले में पंकज के सहयोगी अभय उर्फ पिंटू यादव तथा विष्णुयादव उर्फ छोटू यादव के खिलाफ जिरवाबाड़ी ओपी में एफआइआर दर्ज करायी है। मामले में पंकज मिश्रा का उल्लेख नहीं किया गया है।
- छोटू और पिंटू यादव के खिलाफ FIR
साहिबगंज। झारखंड के साहिबगंज जिले में 1000 करोड़ के इलिगल स्टोन माइनिंग मामले की जांच कर रही ईडी कहा है कि एरिया में अभी भी इलिगल माइनिंग जारी है। निरीक्षण के बाद इस मामले में ईडी ने पंकज मिश्रा, विष्णु यादव व अन्य पर एफआइआर दर्ज करने का निर्देश दिया था। लेकिन डीएमओ ने इस मामले में पंकज के सहयोगी अभय उर्फ पिंटू यादव तथा विष्णुयादव उर्फ छोटू यादव के खिलाफ जिरवाबाड़ी ओपी में एफआइआर दर्ज करायी है। मामले में पंकज मिश्रा का उल्लेख नहीं किया गया है।
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डीसी ने छह अफसरों से मांगा जवाब
ईडी ने साहिबगंज जिले के जिरवाबाड़ी ओपी एरिया में लगातार तीन दिनों कर जांच की थी। ईडी की जांच के बाद डीसी ने डीएमओ, सदर एसडीओ, सदर डीएसपी, मंडरो सीओ, जिरवाबाड़ी थानेदार से इलिगल माइनिंग को लेकर शोकॉज पूछा है। वहीं साहेबगंज स्थित महादेवगंज में चार क्रशर ध्वस्त कर दिया गया है। एक को सील किया गया है।ईडी साहिबगंज में इलिगल रूप से एक हजार करोड़ के स्टोन माइनिंग की जांच कर रही है। इस मामले में सीएम सह बरहेट एमएलए के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा व बच्चू यादव जेल में है।
पंकज मिश्रा ने जेल में रहते कराया इलिगल माइनिंग
ईडी ने दावा किया है कि पंकज मिश्रा ने जेल में रहते हुए इलिगल माइनिंग कराया है। ईडी ने इस संबंध में साहिबगंज एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा को शुक्रवार को एक पत्र लिखा था। इसकी प्रतिलिपि साहिबगंज डीसी एवं डीजीपी झारखंड को भी दी गयी थी। पत्र में उल्लेख किया गया है कि इडी ने पांच अप्रैल को नींबूपहाड़ी समेत कई जगहों पर इलिगलम माइनिंग के एवीडेंस पाये हैं। ऐसे में एक दिसंबर, 2022 को एसटी-एससी पुलिस स्टेशन में दर्ज केस के इन्विस्टीगेशन में इन तथ्यों को शामिल करें। जरूरी कानूनी कार्रवाई करें। ईडी ने एसपी को लिखे पत्र में कहा है कि इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। न ही इलिगल माइनिंग रुका है। ड्रोन से कराये गयेसर्वे में कई कच्चे रास्तों पर जेसीबी व दूसरे वाहनों की आवाजाही के निशान मिले हैं। उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2022 में भवानी चौकी के ग्राम प्रधान विजय हांसदा के बयान पर सिमरिया मौजा के नींबूपहाड़ी सहित अन्य जगहों पर इलिगल माइनिंग को लेकर एफआइआर दर्ज किया गया था। इस केस में पंकज मिश्रा, विष्णु यादव, पवित्र यादव और बच्चा यादव आरोपी हैं।
डीएमओ द्वारा दर्ज करायी गयी एफआइआर
साहिबंगज के डीएमओ विभूति कुमार द्वारा जिरवाबाड़ी ओपी में दर्ज करायी गयी एफआइआर में लिखा गया है कि पांच अप्रैल 2023 को मौजा मारीकुट्टी, तेंबा सिमरिया, चुवेचुआ, जोकमारी, लालमाटी, भुरकुंडा में रेड की गयी। यह रेड संयुक्त रूप से अंचल अधिकारी, मंडरी, सेक्शन पदाधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण पर्षद रांची, क्षेत्रीय पदाधिकारी प्रदूषण नियंत्रण पर्षद दुमका, जिला खनन पदाधिकारी साहिबगंज, अवर निबंधक राजमहल, वन क्षेत्र के रेंजर प्रवर्तन निदेशालय के पदाधिकारी, जोनल ऑफिस रांची, अंचल अमीन, मंडरो, अमीन वन विभाग, साहिबगंज द्वारा की गयी।
पूर्व में भी दर्ज करायी गयी है एफआइआर
जांच के क्रम में मौजा- सिमरिया एवं बुआ के दाग संख्या 80, 78, 79, 8, 91 इत्यादि मेंअवैध उत्खनन पाया गया। इस क्षेत्र पर पूर्व में भी दिसंबर 2017, 02.02.2021 और 08.09.2022 को अभय कुमार उर्फ पिंटू यादव के विरुद्ध एफआइआर दर्ज की गयी है। मौजा- सिमरिया के बाग सं 23, 69 70 71 पर इलिदल स्टोन माइनिंग देखा गया। इस एरिया पर कील होल कर बारूद को होल में डाला हुआ भी देखा गया। इससे प्रतीत होता है कि अभी भी इलिगल माइनिंग किया जा रहा है। इस क्षेत्र पर पूर्व में विष्णु कुमार यादव उर्फ छोटू यादव नवाटोला, साहिबगंज एवं अन्य के द्वारा इलिगल माइनिंग किया गया है। उक्त स्थल पर किसी प्रकार का कोई माइनिंग लीज या अनुज्ञप्ति निर्गत नहीं है। जिससे यह स्पष्ट है कि यह पूर्णरूप से अवैध क्षेत्र है। इस क्षेत्र पर पूर्व में भी पत्रांक 27.11.2022 के द्वारा भी एफआइआर दर्ज की गयी है।
पांच अप्रैल को पुनः इलिगल स्थल का निरीक्षण किया गया। पाया गया कि इलिगल माइनिंग हो रहा है। इससे सरकारी राजस्व की चोरी हो रही है। कोई भी व्यक्ति बिना लीज या अनुज्ञप्ति धारण किये मिनरल का माइनिंग या ट्रांसपोर्टिंग नहीं कर सकता है। अतः उपरोक्त इलिगल माइनिंग या ट्रांसपोर्टिंग कार्य में संलिप्त व्यक्ति के विरुद्ध झारखंड लघु खनिज समनुदान नियमावली 2004, खान एवं खनिज विकास एवं विनियम 1957 एवं विस्फोटक अधिनियम तथा अन्य धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई करनेकी कृपा की जाये। डीएमओ विभूति कुमार ने जिरवाबाड़ी ओपी में सकरूगढ़ निवासी अभय कुमार उर्फ पिंटू यादव तथा नयाटोला निवासी विष्णु कुमार यादव उर्फ छोटू यादव के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है।
ईडी के अफसरों के साथ किया निरीक्षण
डीएमओ ने पुलिस को बताया कि पांच अप्रैल को ईडी व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों,मंडरो सीओ, रेंजर, अवर निबंधक राजमहल आदि की मौजूदगी में जिरवाबाड़ी ओपी एरिया के मारीकुट्टी, डेम्बा, सिमरिया, चुवे, चुआ, जोकमारी, लालमाटी, भुरकुंडा आदि में जांच पड़ताल एवं रेड की गई।इस क्रम में सिमरिया एवं चुआं में इलिगल माइनिंग पाया गया। यहां पूर्व में भी इलिगल माइनिंग का मामला सामने आया था। छह दिसंबर 2017, दो फरवरी 2021 एवं आठ सितंबर 2022 को को तीन अलग-अलग एफआइआर अभय कुमार उर्फ पिंटू यादव के खिलाफ दर्ज कराई गईं थीं। सिमरिया मौजा के ही दूसरे प्लाट में भी इलिगल स्टोन माइनिंग पाया गया। कई जगह ड्रिल कर विस्फोट के लिए बारूद भी लगाया गया था। इस एरिया में पूर्व में विष्णु यादव उर्फ छोटू यादव व कुछ अन्य लोगों द्वारा इलिगल रुप से माइनिंग किया गया था। इस मामले में भी 27 नवंबर 2022 को मामला दर्ज कराया गया था।
लीज मिला 6.74 एकड़, माइनिंग किया 15.5 एकड़
बोरियो अंचल के लोहंडा माको मौजा में लीज एरिया से अधिक माइनिंग का खुलासा हुआ हुआ। यहां गोड्डा जिले के कसबा निवासी राजेश रंजन को 6.74 एकड़ में स्टोन माइनिंग की लीज दी गई थी, लेकिन उसने 15.5 एकड़ में खुदाई की है। यानी 8.76 एकड़ क्षेत्र में अधिक माइनिंग किया गया है।छह अप्रैल को डीएमओ विभूति कुमार, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय पदाधिकारी, मंडरो सीओ, अवर निबंधक राजमहल, वन विभाग के रेंजर आदि की मौजूदगी में यहां जांच पड़ताल की गई थी। इस दौरान यह बात सामने आयी कि सर्वश्री वंदना स्टोन वर्क्स को 6.74 एकड़ का लीज दिया गया है, लेकिन कंपनी द्वारा निर्धारित क्षेत्र से अधिक में खनन किया गया, जो अवैध है। इस मामले में डीएमओ ने कंपनी संचालक पर बोरियो पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज कराई है।
ईडी का खुलासा: प्रतिबंधित क्षेत्र में जारी है इलिगल स्टोन माइनिंग
झारखंड के संताल के क्षेत्र में 1000 करोड़ के इलिगल माइनिंग मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत इन्विस्टीगेशन कर रही ईडी ने एक नया खुलासा किया है। पूर्व में ईडी ने जिन क्षेत्रों को इलिगल माइनिंग एरिया घोषित किया था, उस प्रतिबंधित क्षेत्र में रेड के बावजूद इलिगल स्टोन माइनिंग जारी है। वहां के पहाड़ों में कई नये छेद मिले, जहां बारूद भरा गया है।लोकल पर भी ईडी को जानकारी मिली कि रात के समय वहां इलिगल जारी है। ईडी, वन अधिकारियों, प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त टीम के औचक निरीक्षण में इसका खुलासा होने के बाद ईडी ने ड्रोन से एरियल व्यू लिया और फोटोग्राफी भी कराई।
ईडी ने साहिबगंज एसपी को लिखा पत्र
ईडी ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर साहिबगंज के एसपी को पत्र लिखा है कि इस पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच कराने की जरूरत है। यह संज्ञेय अपराध के अधीन आता है। ईडी ने साहिबगंज के एसपी को दिए अपने आवेदन में बताया है कि पूर्व में एक दिसंबर 2022 को साहिबगंज के सदर पुलिस स्टेशन में दर्ज कांड संख्या 06 / 2022 को ईडी ने टेकओवर किया है। ईसीआइआर/आरएनजेडओ/7/2023 दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। पूरा मामला इलिगल माइनिंग का है, जिसका खुलासा गत वर्ष की ईडी की रेड में हुआ था। इस केस में सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, उनके सहयोगी विष्णु यादव व अन्य आरोपित हैं। इस मामले में ईडी ने जब बीते पांच अप्रैल को औचक निरीक्षण किया तो अवैध खनन जारी रहने की जानकारी मिली। इसके बाद ईडी ने एक दिसंबर, 2022 के उक्त केस में नया ईसीआइआर दर्ज की है।
ईडी ने एसपी को दी निरीक्षण की रिपोर्ट
ईडी ने एसपी साहिबगंज को जो रिपोर्ट सौंपी है, उसमें बताया है कि संयुक्त टीम ने पांच अप्रैल को साहिबगंज जिले के मंदरो अंचल स्थित सिवरिया मौजा के स्टोन माइनिंग एरिया का पांच अप्रैल को निरीक्षण किया। यह माइनिंग एरिया जिरवाबाड़ी पुलिस स्टेशन एरिया के नींबू पहाड़ झगरुचौकी का हिस्सा है। यह स्टेन माइनिंग एरिया क्षेत्र उन सभी माइनिंग एरिया में शामिल है, जिनका ईडी ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ विगत वर्ष 25 जुलाई 2022 से 29 जुलाई तक निरीक्षण किया था। तब छानबीन में साबित हुआ था कि यह माइनिंग एरिया पंकज मिश्रा व विष्णु कुमार यादव उर्फ छोटू यादव के इवलिगल माइनिंग का एरिया है। इस मामले में साहिबगंज पुलिस ने एक दिसंबर 2022 को पंकज मिश्रा, विष्णु यादव व अन्य के विरुद्ध इलिगल माइनिंग मामले में एफआइआर दर्ज की थी। ताजा निरीक्षण में जानकारी मिली कि उन इलिगल माइनिंग एरिया में आठ महीने के भीतर फिर माइनिंग हुआ है। छानबीन में पता चला कि रात के समय इलिगल माइनिंग जारी रहता है, वहां पोकलेन और डंपर जैसे वाहनों के पहिए के ताजा चिह्न मिले हैं, जो यह साबित कर रहे हैं।
निरीक्षण टीम मे शामिल अफसर
इलिगल माइनिंग की जांच में विभूति कुमार (जिला खनन पदाधिकारी, साहिबगंज), जितेंद्र दुबे (रेंज वन अधिकारी, मंदरो), नरेश मुंडा (सीओ, मंदरो), मनोज टुडू (सब रजिस्ट्रार, राजमहल, साहिबगंज), कमलाकांत पाठक (रीजनल अधिकारी, झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, दुमका), राजीव कुमार सिन्हा (कनीय पर्यावरण अभियंता सह सेक्शन प्रमुख, झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद, धुर्वा, रांची), शहबाज आलम (वन अमीन), प्रभात कुमार (अमीन, सर्किल आफीस, मंदरो), देवव्रत झा (सहायक निदेशक, ईडी रांची जोनल कार्यालय), अनुपम कुमार ( एनफोर्समेंट अधिकारी, ईडी रांची), शिखर गुप्ता ( एनफोर्समेंट अधिकारी, ईडी रांची) व अमन पटेल (सहायक एनफोर्समेंट अधिकारी, ईडी, रांची)। शामिल थे।