नैनो सैटेलाइट बनाने में संजय राय शेरपुरिया करेंगे गवर्नमेंट की मदद, यूथ रूरल आंत्रप्रेन्योर फाउंडेशन का ITCA के साथ एग्रीमेंट
यूथ रूरल आंत्रप्रेन्योर फाउंडेशन के मेंटर संजय राय शेरपुरिया ने पिछले दिनों अहमदाबाद में नैनो सैटेलाइट निर्माण के संबंध में भारतीय प्रौद्योगिकी कांग्रेस एसोसिएशन (ITCA) के साथ एग्रीमेंट किया है। फाउंडेशन दिल्ली, उत्तर प्रदेश और गुजरात के लिए इस नैनो सैटेलाइट को स्थापित करने में मदद करेगा। फाउंडेशन खुद ऐसा ही उपग्रह निर्माण भी करेगा।
नई दिल्ली। यूथ रूरल आंत्रप्रेन्योर फाउंडेशन के मेंटर संजय राय शेरपुरिया ने पिछले दिनों अहमदाबाद में नैनो सैटेलाइट निर्माण के संबंध में भारतीय प्रौद्योगिकी कांग्रेस एसोसिएशन (ITCA) के साथ एग्रीमेंट किया है। फाउंडेशन दिल्ली, उत्तर प्रदेश और गुजरात के लिए इस नैनो सैटेलाइट को स्थापित करने में मदद करेगा। फाउंडेशन खुद ऐसा ही उपग्रह निर्माण भी करेगा।
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उत्तर प्रदेश गाजीपुर के मुहम्मदाबाद तहसील के शेरपुर गांव के रहने वाले संजय राय शेरपुरिया की मेंटरशिप में चलने वाली संस्था यूथ रूरल आंत्रप्रेन्योर फाउंडेशन ने इन-स्पेस और आईटीसीए के साथ एग्रीमेंचट किया है। यह एग्रीमेंट सैटेलाइट निर्माण को लेकर है। पीएम मोदी ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल इस योजना के तहत स्टूडेंट्स के लिए 75 नैनो सैटेलाइट बनाया जाना है। जिसके इस्तेमाल अकादमिक कार्यों के लिए किया जायेगा। यह सभी 75 सेटेलाइट का निर्माण संबंधित कालेज/यूनिवर्सिटी कैंपस में स्टूडेंट्स की सहभागिता से किया जाना है।
दिल्ली स्थित यूथ रूरल आंत्रप्रेन्योर फाउंडेशन के मेंटर संजय राय शेरपुरिया ने पिछले दिनों अहमदाबाद में नैनो सैटेलाइट निर्माण के संबंध में भारतीय प्रौद्योगिकी कांग्रेस एसोसिएशन (ITCA) के साथ एग्रीमेंट किया है। इसके तहत, फाउंडेशन दिल्ली, उत्तर प्रदेश और गुजरात के लिए इस नैनो सैटेलाइट को स्थापित करने में मदद करेगा और साथ ही फाउंडेशन खुद ऐसा ही उपग्रह निर्माण भी करेगा। बताया गया कि यह सभी 75 सेटेलाइट 15 अगस्त तक तैयार कर लिए जायेंगे।
एक सैटेलाइट की लागत दो करोड़ रुपये
प्रोजेक्ट के बारे संजय राय शेरपुरिया ने बताया कि यह सैटेलाइट एजुकेशनल उद्देश्य से निर्मित किए जायेंगे। औसतन एक सैटेलाइट के निर्माण में दो करोड़ या उससे ज्यादा का खर्च आयेगा। उनकी संस्था शिक्षा सस्थाओं को सेटेलाइट निर्माण में हर स्तर पर मदद उपलब्ध करायेगा। चाहें वह फंडरेजिंग से जुड़ा मसला हो या फिर टेक्नोलॉजी इंटरचेंज का। शेरपुरिया ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत '75 छात्रों का उपग्रह मिशन' शुरू किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य नेशनल और इंटरनेशनल अंतरिक्ष तकनीक संस्थानों के सहयोग से 75 छात्र-निर्मित उपग्रहों को ऑर्बिट में लॉन्च करना है।भारतीय प्रौद्योगिकी कांग्रेस एसोसिएशन (ITCA) की इस योजना को उस समय बल मिला जब, इस साल 28 फरवरी को इसरो (ISRO) के पीएसएलवी सीफाइव 1 (PSLV C51) सीरीज के 3 उपग्रहों यूनिटी-सैट (UNITY-Sat) को सफलतापूर्वक लॉच किया। इस मिशन की विशिष्टता यह है कि छात्र अपने स्वयं के उपग्रह बनाने के साथ लॉच भी कर सकेंगे।
गाजीपुर में 52 करोड़ की लागत से सेंटर फॉर एक्सीलेंस की स्थापना
यूथ रूरल आंत्रप्रेन्योर गाजीपुर और पूर्वांचल के अन्य जिलों को वृहद व्यवसायिक आयाम देने की योजना पर काम कर रहा है। फाउंडेशन गाजीपुर के करेला गांव में 52 करोड़ की लागत से सेंटर फॉर एक्सीलेंस की स्थापना कर रहा है। सेंटर को लेकर दावा किया जा रहा है कि इसके खुलने के बाद हर वर्ष 25 हजार युवाओं को स्किल बेस्ड ट्रेनिंग दी जा सकेगी। सेंटर में गाजीपुर और उसके आसपास के बेरोजगार युवकों को स्वरोजगार के विकल्पों को केंद्र में रखकर निशुल्क ट्रेन किया जायेगा। युवाओं को आधुनिक ऑर्गेनिक खेती, एनिमल हसबेंडरी (पशुपालन) के अलावा अन्य रोजगार देने वाले क्षेत्रों में ट्रेनिंग उपलब्ध करायी जायेगी। इसके साथ ही फाउंडेशन ई-मंडी के कॉन्सेप्ट पर भी वृहद रूप से काम कर रहा है।
ऐसे बदलेगी किसानों की सूरत
गाजीपुर और आसपास के इलाकों में बहुतायत में होने वाली सब्जी को स्थानीय किसानों की मदद से विदेश एक्सपोर्ट करने की योजना भी फाउंडेशन की सूची में शामिल है। इन सबके बीच पूर्वांचल में बड़े औद्योगिक घरानों को निवेश करने के लिए फाउंडेशन प्रेरित करेगा। जल्द ही इस को लेकर एक इन्वेस्टर्स समिट भी फाउंडेशन की ओर आयोजित की जानी है।इससे पहले ग्रीन व्हीकल बनाने वाली कंपनी ओमेगा सेकी के साथ फाउंडेशन ने गाजीपुर में 100 करोड़ के निवेश से प्लांट लगाने का करार किया है। इस प्लांट से प्रत्यक्ष रूप से 500 लोगों को रोजगार मिलने का दावा कंपनी ने किया है। वहीं 5000 लोगों को परोक्ष रूप से रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।