Shrikant Tyagi Case: हिस्ट्रीशीटर निकला श्रीकांत त्यागी, गालीबाज पर नौ मामले हैं दर्ज, 2007 में लगा था गुंडा एक्ट
नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में एक महिला से अभद्रता के मामले में फरार चल रहे आरोपी गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी की क्राइम कुंडली खुल गयी है। गालीबाज लीडर के क्राइम कुंडली में कई छोटे से लेकर बड़े क्राइम दर्ज हैं। इस हिस्ट्रीशीटर त्यागी पर वर्ष 2007 में ही गुंडा एक्ट लग चुका है।
- श्रीकांत त्यागी को गनर दिलाने वालों की होगी जांच
- सीएम योगी ने गृह विभाग से मांगी रिपोर्ट
- त्यागी की क्राइम कुंडली
नई दिल्ली। नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में एक महिला से अभद्रता के मामले में फरार चल रहे आरोपी गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी की क्राइम कुंडली खुल गयी है। गालीबाज लीडर के क्राइम कुंडली में कई छोटे से लेकर बड़े क्राइम दर्ज हैं। इस हिस्ट्रीशीटर त्यागी पर वर्ष 2007 में ही गुंडा एक्ट लग चुका है।
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सोसाइटी में महिला से बदसलूकी मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद से श्रीकांत त्यागी पुलिस से बचने को भागा-भागा फिर रहा है। नोएडा पुलिस की आठ टीमें उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड तक उसके संभावित ठिकानों पर रेड कर है।श्रीकांत त्यागी का लंबा क्रिमिनल हिस्ट्री रहा है। उस पर पहला मामला साल 2007 में दर्ज किया गया था। उसके खिलाफ अब तक कुल नौ मुकदमे दर्ज किएये जा चुके हैं। इनमें से आठ मामले अकेले नोएडा के फेस-2 पुलिस स्टेशन में दर्ज हैं। एक मुकदमा सेक्टर-39 पुलिस स्टेशन में दर्ज है।
श्रीकांत के खिलाफ दर्ज मामले
फेस-2 पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले
1. 99/2007 (IPC 387)
2. 386/2007 (3/4 Gunda Act)
3. 634/2009 (147, 336, 427, 504 IPC & 7 कि० ला० एक्ट)
4. 635/2009 (147, 148, 336, 341, 427 IPC, 7 कि० ला० एक्ट & 2/3 क्षति निवारण अधिनियम)
5. 449/2015 (147, 323, 506 IPC)
6. 309/2020 (323, 504, 506, 307 IPC)
7. 329/2022 (354, 323, 504, 506, 447 IPC)
8. 335/2022 (419, 420, 482 IPC
सेक्टर-39 पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR
1. 514/2008 (323, 325, 506, 427, 308)
श्रीकांत त्यागी पर 25 हजार का इनाम
नोएडा पुलिस ने फरार श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी के लिए कड़ा रुख अख्तियार करते हुए उसके ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले फेज-2 थाना प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी कर दिया गया है।उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी (लॉ एंड अर्डर) प्रशांत कुमार ने बुधवार को एक बयान में कहा कि नोएडा स्थित सेक्टर-93बी की हाउसिंग सोसाइटी में श्रीकांत त्यागी द्वारा एक महिला के साथ अभद्रता करने के मामले को शासन ने गंभीरता से लिया है। एडीजी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताते हुए कहा कि मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी के तत्काल निर्देश दे दिये गये थे।
श्रीकांत त्यागी पर 25 हजार का इनाम घोषित
उन्होंने कहा कि संबद्ध थाना प्रभारी निरीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। घटना के बाद उक्त सोसाइटी में एक सब-इंस्पेक्टर और चार पुलिस कांस्टेबल की ड्यूटी लगाई गई थी, उन्हें भी काम में लापरवाही करने के आरोप में सस्पेंड किया गया है। एडीजी ने बताया कि पीड़िता को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराए जाने के अलावा आरडब्ल्यूए की मदद से उस सोसाइटी में आने जाने वालों की स्क्रीनिंग की जा रही है। भियुक्त श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विशेष टीमें गठित की गई हैं। उसकी शीघ्र गिरफ्तारी के लिए सभी प्रकार के तकनीकी इंटेलिजेंस का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नोएडा पुलिस ने अभियुक्त त्यागी पर इनाम घोषित कर दिया है।
CM योगी ने गृह विभाग से मांगी रिपोर्ट
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की विस्तृत जांच के साथ ही आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने श्रीकांत त्यागी मामले में गृह विभाग से रिपोर्ट मांगी है।सीएम ने इस मामले की विस्तृत जांच के साथ ही आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम ने गौतमबुद्धनगर में ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी में कथित बीजेपी लीडर श्रीकांत त्यागी द्वारा महिला से बदसलूकी के मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। सीएम योगी ने आरोपित श्रीकांत के विरुद्ध कठोर कार्रवाई का निर्देश देने के साथ ही गृह विभाग से उसे पूर्व में गनर उपलब्ध कराने वाले अधिकारियों के बारे में रिपोर्ट भी तलब की है। श्रीकांत को गनर दिलाने में मददगार रहे अधिकारियों की जल्द मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
सपा शासनकाल में श्रीकांत को पहली बार मिला था गनर
श्रीकांत त्यागी का सपा शासनकाल में भी बड़ों से रसूख था। उसे वर्ष 2013 में पहली बार सपा शासनकाल में गनर हासिल हुआ था। वर्ष 2014 में भी उसे गनर मिला था, लेकिन कुछ माह बाद गनर वापस हो गये थे। सोर्सेज का कहना है कि अक्टूबर 2018 में श्रीकांत ने पहले गाजियाबाद से एक गनर हासिल किया था। उसी दिन उसे शासन से दो गनर भी हासिल हुए थे। अगस्त, 2019 में श्रीकांत को एक और गनर मिला था।
वाइफ को भी मिले थे गनर
श्रीकांत के अलावा उसकी वाइर को भी वर्ष 2019 में तीन गनर मिले थे। बताया गया कि फरवरी, 2020 में लखनऊ में एक महिला से हुए विवाद के बाद गोमतीनगर पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज हुई थी। इसके बाद ही श्रीकांत व उसकी वाइफ के गनर हटाने का आदेश हुआ था। एडीजी प्रशांत कुमार का कहना है कि फरवरी, 2020 से श्रीकांत त्यागी और उसकी वाइफ को कोई गनर प्राप्त नहीं है।