धनबाद: सिंह मेंसन के सिद्धार्थ गौतम पर 40 करोड़ की गाड़ियों को लूटने का आरोप,आंध्र प्रदेश की साईं श्री इंजीनियिरंग कंपनी ने पुलिस में किया कंपलेन
साईं श्री इंजीनियिरंग प्राइवेट लिमिटेड ने आरोप लगाया है कि झरिया के एक्स एमएलए कुंती देवी के छोटे पुत्र व जनता मजदूर संघ के संयुक्त महामंत्री मनीष सिंह उर्फ सिद्धार्थ गौतम पर 40 करोड़ की कीमत की गाड़ियां लूटने का आरोप लगा है। कंपनी की ओर से सिद्धार्थ गौतम व उनके गुर्गों के खिलाफ पुलिस में कंपलेन की गयी है।
- साईं श्री इंजीनियिरंग प्राइवेट लिमिटेड ने पुलिस में किया कंपलेन
धनबाद। आंध्र प्रदेश की साईं श्री इंजीनियिरंग प्राइवेट लिमिटेड ने आरोप लगाया है कि झरिया के एक्स एमएलए कुंती देवी के छोटे पुत्र व जनता मजदूर संघ के संयुक्त महामंत्री मनीष सिंह उर्फ सिद्धार्थ गौतम पर 40 करोड़ की कीमत की गाड़ियां लूटने का आरोप लगा है। कंपनी की ओर से सिद्धार्थ गौतम व उनके गुर्गों के खिलाफ पुलिस में कंपलेन की गयी है। वहीं सिद्धार्थ गौतम ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि वे कंपनी और उसके अफसर के खिलाफ मानहानि का केस करेंगे।
भूली के सत्येंद्र ने दी जान मारने की धनकी
साईं श्री इंजीनियिरंग प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि राजा गोपाल राजू ने गुरुवार को गांधी सेवा सदन में प्रेस कांफ्रेस में उक्त आरोप लगाया है। राजू ने कहा कि पुलिस बल की उपस्थिति में भूली निवासी सत्येंद्र सिंह व संतोष सिंह ने हमें धमकाया। कहा कि यह सारी गाड़ियां मनीष सिंह उर्फ सिद्धार्थ गौतम की हैं। अविलंब तुम लोग यहां से चले जाओ नहीं तो दीवार में चिपका दिये जाओगे या मरवा दिये जाओगे। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी को बीसीसीएल ने वर्ष 2012-14 में लोदना क्षेत्र में 247 करोड़ रुपये का काम दिया था। काम शुरू भी हुआ। दो वर्ष तक काम चला, इसके बाद जमीन के अभाव में प्रोजेक्ट बंद हो गई। हमने काम बंद कर दिया। माइनिंग कार्य में आने वाली अपनी 53 गाड़ियों को अपने कैंप में रख कर सभी अफसर व स्टाफ आंध्र प्रदेश लौट गये। गाड़ियों के लिए देखरेख के लिए वर्ष 2017 की 27 नवंबर को लौटे तो पाया कि कैंप में हमारी एक भी गाड़ी वहां नहीं हैं। काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। वर्ष 2021 की जनवरी में पता चला कि हमारी कुछ गाड़ियां भूली बी ब्लॉक में छुपाकर रखी गई है।
भूली में सत्येंद्र सिंह के संरक्षण में मिली चार गाड़ियां
राजू ने कहा कि हमने सिटी एसपी से मामले की कंपलेन की। उन्होंने डीएसपी सिंदरी से संपर्क करने को कहा। लिखित कंपलेन देने के बाद डीएसपी ने लोदना व भूली थाना व अपनी टीम के साथ रेड करवाई। रेड में हमारी गाड़ियां बरामद हुई। पांच गाड़ियों का नंबर मिलान करने पर पता चला कि यह सभी हमारी ही गाड़ियां हैं।उन्होंने आरोप लगाया कि इसी दौरान भूली बी ब्लॉक निवासी सत्येंद्र सिंह व संतोष सिंह ने आकर बताया कि यह सभी गाड़ियां उनके संरक्षण में है। इसे सिंह मैंशन के मनीष सिंह उर्फ सिद्धार्थ गौतम के कहने पर शैलेंद्र सिंह उर्फ छोटू सिंह ने वहां रखवाया है। पुलिस बल की उपस्थिति में ही दोनों ने हमें धमकाया। लिखित तौर पर स्वीकार किया कि सभी गाड़ियां उनके कैंपस और संरक्षण में हैं।
राजू का कहना है कि अगले दिन सिंदरी डीएसपी के दबिश देने पर सत्येंद्र सिंह व शैलेंद्र सिंह उर्फ छोटू सिंह ने 53 में से चार गाड़िया वापस कर दी। शेष के बारे में अनभिज्ञता जता दी।राजा गोपाल राजू ने आरोप लगाया है कि उन्हें जानकारी मिली कि उनके कैंप के अफसर व सिक्युरिटी गार्डों को डरा-धमका कर वर्ष 2017 नवंबर में ही मनीष सिंह उर्फ सिद्धार्थ गौतम, संतोष कुमार सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह व शैलेंद्र सिंह उर्फ छोटू सिंह के साथ 10 से अधिक लोगों ने उनकी सारी गाड़ियां लोदना कैंप से लूट ली थी। उनके अफसरों को धमकी दी गई कि अगर उनकी ओर से इस लूट की घटना की चर्चा की गई तो उनकी मर्डरकर दी जायेगी। जान जाने के डर से उनके कैंप के कर्मी इतने दिनों तक चुप रहे व किसी से चर्चा नहीं की।
किराये पर चलाते रहे गाड़ी, कई को कबाड़ में बेचा
राजा गोपाल राजू ने कहा है कि कैंप से गाड़ियों को लूटने के बाद इतने दिनों तक विभिन्न प्रोजेक्ट में गाड़ियों को भाड़े पर चलवाया जाता रहा। जाते रहे हैं। कुछ गाड़ियों को कटवा कर कबाड़ में बेच दिया गया। जब किसी ने इनके बारे में जानकारी हासिल करने का प्रयास किया तो उन्हें मर्डर कर देने का भय दिखाकर चुप करा दिया। अब जबकि लोग चिह्नित हो चुके हैं, घटना का खुलासा हो चुका है व लूट का कुछ माल बरामद किया जा चुका है। हमने दुबारा पुलिस के पास इसकी कंपलेन की है। उन्होंने न्याय की मांग करते हुए लूटी गई शेष गाड़ियां भी बरामद करवाने की मांग की है।
कांग्रेस लीडर वैभव सिन्हा के साथ आये राजू
साईं श्री इंजीनियरिग के अफसर कैंग्रेस लीडर सिन्हा के संरक्षण में प्रेस कांफ्रेस करने आये थे। हालांकि वैभव प्रेस कांफ्रेस में में नहीं बैठे। उन्होंने बताया कि मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। राजू से व्यक्तिगत संपर्क की वजह से ही वे आये।