झारखंड कांग्रेस में नये प्रभारी की नियुक्ति से समीकरण बदला, Dhanbad समेत कई जिलाध्यक्षों की कुर्सी पर खतरा!
झारखंड कांग्रेस में अविनाश पांडेय की जगह जीए मीर को प्रभारी बनाये जाने के साथ कांग्रेस में पॉलिटिकल समीकरण बदल गया है। स्टेट प्रसिडेंट समेत कई जिला अध्यक्षों के बदलाव मांग फिर जोड़ पकड़ने लगी है। धनबाद समेत कई जिलाध्यक्षों पर भी गाज गिरने की बात कही जा रही है।
धनबाद। झारखंड कांग्रेस में अविनाश पांडेय की जगह जीए मीर को प्रभारी बनाये जाने के साथ कांग्रेस में पॉलिटिकल समीकरण बदल गया है। स्टेट प्रसिडेंट समेत कई जिला अध्यक्षों के बदलाव मांग फिर जोड़ पकड़ने लगी है। धनबाद समेत कई जिलाध्यक्षों पर भी गाज गिरने की बात कही जा रही है।
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झारखंड, बिहार व उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के प्रसिडेंट भूमिहार जाति से आते हैं। ऐसे में झारखंड में अब ओबीसी से प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने की मांग हो रही है। झारखंड कांग्रेस प्रसिडेंट राजेश ठाकुर का दिल्ली दरबार में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल व अन्य लीडर्स से बेहतर संबंध है। श्री ठाकुर के झारखंड के सीएम के करीबी होने के भी फायगा मिल रहा है। लेकिन पार्टी ने नये प्रभारी की नियुक्ति कर स्टेट संगठन में बदलाव की शुरुआत कर दी है। झारखंड कांग्रेस में एक बड़ा तबका स्टेट प्रसिडेंट को बदलने की मांग कर रहा है। आदिवासी या ओबीसी वर्ग से अध्यक्ष बनाने की बात कही जा रही है।
चाईबासा की सांसद गीता कोड़ा या एमएलए प्रदीप यादव को प्रसिडेंट की दौर में आगे माना जा रहा है। नये प्रभारी की नियुक्ति के साथ ही धनबाद समेत आधा दर्जन जिलों के कांग्रेस प्रसिडेंट के खिलाफ मोरचाबंदी तेज हो गयी है। फेसबुक व सोशल मीडिया के माध्यम से तरह-तरह के कमेंट किये जा रहे हैं। बिजनस का आरोप भी लगने लगा है। पूर्व प्रभारी की विशेष नजर वाले जिलाध्यक्षों में हड़कंप देखा जा रहा है। धनबाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह की कार्यशैली से एक बड़ा तबका नाराज है। जिले में कांग्रेस की एकमात्र झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह से जिला कांग्रेस अध्यक्ष का छत्तीस का रिश्ता है। किसी खास कारण से प्रदेश कांग्रेस प्रभारी का समर्थन धनबाद जिला अध्यक्ष को मिलता रहा है।
धनबाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ पुराने नेताओं की गोलबंदी
धनबाद में कांग्रेस से जुड़े पुराने नेताओं समेत एक बड़ा तबका जिला अध्यक्ष संतोष सिंह की कार्यशैली से परेशान हैं।आरोप है कि संतोष सिंह संगठन को अपने अनुसार चला रहे हैं। लगभग एक सौ पदाधिकारियों में दर्जन भर पदाधिकारियों को लेकर चलते हैं। अपनी दुर्व्यवाहर व दबंगई दिखाने का आरोप लगाया जा रहा है। पुराने कांग्रेसी सुरेश चंद्र झा समेत कई लोग तो पुलिस में भी शिकायत कर चुके हैं। जिला अध्यक्ष संतोष सिंह व कार्यकारी अध्यक्ष राशिद रजा अंसारी के खिलाफ आरोपों की पुलिंदा लेकर जल्द ही कांग्रेस के कुछ लीडर दिल्ली कूच करने की तैयारी में है। आरोप लगाया जा रहा है कि कार्यक्रम में फोटो सेशन को प्राथमिकता दी जा रही है। विपक्षी दलों के नेताओं से संबंध व समेत अन्य आरोप भी लगाये जा रहे हैं। कुछ फोटोव पेपर कटिंग भी जमा किया गया है। संतोष सिंह की पुरानी कार्यशैली व पार्टी से निष्कासन व वापसी को भी आधार बनाया जा रहा है। हालांकि संतोष सिंह व उनके समर्थक आरोपों से इनकार कर रहे हैं।