- 60 किलोमीटर के पहले वाले सभी टोल नाके हटाये जायेंगे
- हमारा कश्मीर स्विट्जरलैंड से कई गुना बेहतर
- अगर पर्यटन है तो कोई भी नहीं होगा गरीब
नई दिल्ली। सड़क परिवहन और राजमार्ग मिनिस्टर नितिन गडकरी ने आश्वस्त किया कि एनएच पर 60 किलोमीटर से पहले कोई टोल टैक्स नहीं लगेगा। 60 किलोमीटर से कम दूरी के सभी टोक नाके खत्म किये जायेंगे। गडकरी ने 2024 तक देश की सड़कों को अमेरिकी सड़कों के समान बनाने के दावा करते हुए कहा कि अगले दो साल के भीतर इलेक्टि्रक वाहनों की कीमतें डीजल और पेट्रोल वाहनों के समान हो जायेंगी।
देश में सड़कें ट्रांसपोर्ट का मुख्य जरिया
सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के लिए बजटीय आवंटन पर लोकसभा में चर्चा का जवाब देते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि देश में सड़कें अब भी ट्रांसपोर्ट का मुख्य जरिया बनी हुई है। 90 प्रतिशत सवारी व 70 प्रतिशत सामान की ढुलाई सड़क मार्गो से ही होती है। इससे देश के विकास में सड़कों की अहमियत को समझा जा सकता है। चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के अधिकांश सदस्यों ने सड़क एवं राजमार्ग के क्षेत्र में गडकरी के कार्यकाल में हुए कामों की प्रशंसा की और उसमें सुधार के लिए कई सुझाव दिए। बैंकों के तीन लाख करोड़ रुपये एनपीए होने से बच गये
कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सड़क निर्माण को पिछले सरकारों से चली आ रही सतत कोशिशों का हिस्सा बताते हुए सरकारी आकंड़ों पर सवाल उठाये। इसका जवाब देते हुए गडकरी ने कहा कि किस तरह यूपीए गवर्नमेंट के दौरान तीन लाख 75 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएं फंसी हुई थीं। उनके प्रयासों से बैंकों के तीन लाख करोड़ रुपये एनपीए होने से बच गये। उन्होंने कहा कि पिछले सात साल में भारत ने सड़क निर्माण में चार वर्ल्ड रिकार्ड कायम किये हैं।
प्रदूषण रहित ईंधन को बढ़ावा देने पर जोर
गडकरी ने बताया कि सरकार अकेले दिल्ली में ही प्रदूषण और जाम की समस्या से निपटने के लिए 62 हजार करोड़ रुपये की परियोजना पर काम कर रही है। उन्होंने विस्तार से विभिन्न परियोजनाओं को गिनाते हुए देश के विभिन्न शहरों को सड़क मार्गो से जोड़े जाने और उनके बीच यातायात में लगने वाले समय में गुणात्मक कमी लाए जाने की जानकारी दी।उन्होंने बताया कि सरकार देश में प्रदूषण रहित ईंधन को बढ़ावा देने पर जोर रही है और इस संबंध में पिछले दिनों हाइड्रोजन पर आधारित पहली फ्यूल सेल कार को लांच किया गया है। देशभर के शहरों में सीवर के पानी से बड़े पैमाने पर ग्रीन हाइड्रोजन तैयार की जा सकती है।
दो साल के भीतर इलेक्टि्रक वाहनों की कीमत में भारी गिरावट आयेगी
गडकरी के अनुसार, आने वाले दो साल के भीतर इलेक्टि्रक वाहनों की कीमत में भारी गिरावट आयेगी। यह पेट्रोल-डीजल वाहनों के समान हो जाएगी। लेकिन इलेक्टि्रक वाहनों को चलाने का खर्च 10 प्रतिशत रह जायेगा। उन्होंने कहा कि देश में बैटरी उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ नई तकनीक पर आधारित बैटरी के विकास पर भी जोर दिया जा रहा है।नितिन गडकरी ने लोकसभा में कहा कि श्रीनगर-जम्मू रोड का आगामी कटरा-अमृतसर-दिल्ली रोड से जुड़ने के लिए एक कनेक्शन होगा। इससे निर्बाध कनेक्टिविटी की अनुमति मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस सड़क से श्रीनगर से मुंबई की यात्रा 20 घंटे में हो जायेगी। मैं कोशिश कर रहा हूं कि यह साल के अंत तक हो जाए।
हमारा कश्मीर स्विट्जरलैंड से कई गुना बेहतर
उन्होंने कहा कि हमारा कश्मीर स्विट्जरलैंड से कई गुना बेहतर है, अगर पर्यटन है तो यहां कोई भी गरीब नहीं होगा। जम्मू कश्मीर के एक्स सीएम फारूख अब्दुल्ला से मुखातिब होते हुए गडकरी ने कहा कि केवल जम्मू कश्मीर में हम 60 हजार करोड़ का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि जोजीला टनल पर लगभग एक हजार लोग शून्य से नीचे टेंपरेचर पर लगातार काम कर रहे हैं। 2026 के काम को 2024 से पहले पूरा करने का टारगेट है। उन्होंने कहा कि मनाली में अटल टनल बनी है। पहले साढ़े तीन घंटे लगते थे अब आठ मिनट में जा रहे हैं। लद्दाख लेह से सीधे करगिल, करगिल से झेरमोर और झेरमर से श्रीनगर और श्रीनगर से फिर जम्मू के बीच हम बड़ा हाइवे बना रहे हैं। इसमें पांच टनल बन रही हैं। यह साल खत्म होने से पहले श्रीनगर से 20 घंटे के अंदर मुंबई पहुंच सकेंगे।
2024 तक अमेरिका जैसी सड़कें, 20 घंटे में मुंबई-श्रीनगर
नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि 2024 से पहले देश की सड़कों को अमेरिका जैसा कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस साल दिसंबर तक दिल्ली से कई शहर दो घंटे की दूरी पर होंगे। इसके साथ ही श्रीनगर से मुंबई की सड़क से दूर महज 20 घंटे रह जायेगी। गडकरी ने कहा, 'अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन कैनेडी का एक वाक्य मैं हर समय याद रखता हूं- अमेरिका की सड़कें इसलिए अच्छी नहीं हैं क्योंकि अमेरिका अमीर देश है। अमेरिका इसलिए अमीर है, क्योंकि यहां की सड़कें बहुत अच्छी हैं। 2024 खत्म होने से पहले हिन्दुस्तान का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के बराबर होगा, यह मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं।' उन्होंने कहा कि'दिल्ली से मेरठ चालीस मिनट में आते हैं। मेरठ के लोगों ने बताया कि हम कनॉट प्लेस जाकर आइसक्रीम खाते हैं और वापस आते हैं। यह बताइए साढ़े चार घंटे अगर गाड़ी चलेगी, जो जितना पेट्रोल डीजल जलेगा, वह 40 मिनट में बजट हो जायेगा। वह हम टोल लेते हैं।'
ग्रीन हाइवे ऐसे आया
गडकरी ने कहा, 'मेरे साथ तमिलनाडु का एक अच्छा लड़का काम कर रहा है। वर्ल्ड बैंक में काम कर रहा था। बहुत होशियार है। मेरा ही स्टूडेंट था। उसने एक दिन मुझे गूगल पर सड़कें दिखाई। दिल्ली से चेन्नै रेस मार दी। और बताया कि कैसे घूमते घूमते सड़कें जाती हैं। उसके आइडिया के बाद ग्रीन हाइवे पर काम शुरू किया।'हम आठ लेन बनाते हैं, तो भी एक किमी काउंट करते हैं। हम 6 लेन बनाते हैं, तब भी एक ही किमी काउंट करते हैं। हम चार लेन बनाते हैं, तब भी एक किमी काउंट करते हैं। उसी के आधार पर हमने पिछले साल 38 किमी प्रति दिन सड़कें बनाईं।
दिसंबर से पहले दिल्ली से दो घंटे की दूरी पर कई शहर
गडकरी ने कहा कहा कि इस साल दिसंबर से पहले दिल्ली से कई शहर 2 घंटे की दूरी पर होंगे। उन्होंने इसकी लिस्ट गिनाते हुए कहा कि दिल्ली से जयपुर दो घंटे में, दिल्ली से हरिद्वार दो घंटे में, दिल्ली से देहरादून दो घंटे में, दिल्ली से अमृतसर चार घंटे में, दिल्ली से मुंबई 12 घंटे में इसी साल दिसंबर से पहले हम संभव कर देंगे। उन्होंने कहा कि साउथ में भी यह काम चल रहा है। चेन्नै से बेंगलुरू की रोड भी दो घंटे में हो जाएगी। सड़कों के विकास की यह लिस्ट लंबी है।