इंडिया में कोरोना वायरस के कुल मामले एक करोड़ 55 हजार, ऐक्टिव केस 3.03 लाख
इंडिया में सोमवार को एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 24,337 नये मामले सामने आये हैं। इसके बाद देश में संक्रमण के मामले की संख्या बढ़कर एक करोड़ 55 हजार पांच सौ साठ हो गये हैं। इनमें से 96 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। अब तक 1,45,810 लोगों की मौत हो चुकी है।
नई दिल्ली। इंडिया में सोमवार को एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 24,337 नये मामले सामने आये हैं। इसके बाद देश में संक्रमण के मामले की संख्या बढ़कर एक करोड़ 55 हजार पांच सौ साठ हो गये हैं। इनमें से 96 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। अब तक 1,45,810 लोगों की मौत हो चुकी है।
सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टरी की आंकड़ों के अनुसार अभी तक 96,06,111 लोगों के संक्रमण मुक्त हुए हैं। देश में पेसेंट के ठीक होने की रेट बढ़कर 95.53 परसेंट हो गई। वहीं कोविड-19 से डेथ रेट 1.45 परसेंट है। देश में लगातार 15 दिनों से इलाजरत लोगों की संख्या चार लाख से कम है। अभी कुल 3,03,639 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है। यह कुल मामलों का 3.02 परसेंट है।
19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार हुआ
इंडियामें सात अगस्त को कोरोनाक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख के पार चली गई थी। वहीं, कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार हो गये थे।
अबतक 16.20 करोड़ कोरोना सैंपल्स का टेस्ट
आईसीएमआर के अनुसार देश में 20 दिसम्बर तक 16,20,98,329 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई। इनमें से 9,00,134 सैंपल की जांच रविवार को की गई।
कोरोना से मरने वालों में 70 परसे्ंट से ज्यादा लोगों को अन्य बीमारियां
पिछले 24 घंटे में जिन 333 लोगों की मौत हुई, उनमें से महाराष्ट्र के 98, पश्चिम बंगाल के 40, केरल के 30 और दिल्ली के 26 लोग थे। मिनिस्टरी के आंकड़ों के अनुसा देश में वायरस से अभी तक कुल 1,45,810 लोगों की मौत हुई है। इनमें से महाराष्ट्र के 48,746 , कर्नाटक के 12,009 , तमिलनाडु के 11,983 , दिल्ली के 10,277 , पश्चिम बंगाल के 9,360 , उत्तर प्रदेश के 8,196 , आंध्र प्रदेश के 7,076 और पंजाब के 5,201 लोग थे। हेल्थ मिनिस्टरी ने कहा है कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में पेसेंट को अन्य बीमारियां भी थीं।