यूपी: बांदा जेल में कड़ी निगरानी में रहेगा माफिया मुख्तार अंसारी, नहीं मिलेगा VIP ट्रीटमेंट, रोपड़ से लाने के दो रूट प्लान
बाहुबली एमएलए मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में शिफ्ट होना है। इसके लिए बांदा जेल प्रशासन और जिला प्रशासन ने विशेष इंतजाम किये हैं। मुख्तार अंसारी को जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया जायेगा।
- मंगलवार को यूपी पुलिस पहुंचेगी पंजबा, बुधवारक की सुबह तक बांदा आ जायेगा माफिया
- मुख्तार अंसारी के बांदा जेल आने से पहले तैयारियां पूरी
- सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेगा मुख्तार
- जेल में मेडिकल टीम और सिक्यॉरिटी टीम के खास इंतजाम
लखनऊ। बाहुबली एमएलए मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में शिफ्ट होना है। इसके लिए बांदा जेल प्रशासन और जिला प्रशासन ने विशेष इंतजाम किये हैं। मुख्तार अंसारी को जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया जायेगा।
मऊ एमएलए मुख्तार के लिए मेडिकल टीम से लेकर जेल के अंदर और बाहर की सुरक्षा व्यवस्था का खास ख्याल रखा गया है। मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से 21 जनवरी 2020 को पंजाब के रोपड़ जिला के रूपनगर जेल में शिफ्ट किया गया था। इस दौरान करीब 54 बार मुख्तार को उत्तर प्रदेश के केस में वापस लाने का प्रयास किया गया। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर उसे आठ अप्रैल तक यूपी जेल में शिफ्ट किया जाना है।पंजाब से बांदा लाया जा रहा है।
बाहुबली को लाने उत्तर प्रदेश पुलिस की करीब सौ सदस्यीय टीम बांदा से पंजाब जा रही है जो कि मंगलवार की सुबह तक रोपड़ जिले में पहुंचेगी। टीम को काफी लम्बा सफर तय करना है। मुख्तार को लेकर भारी भरकम टीम आठ अप्रैल तक बांदा जेल पहुंचेगी।सड़क मार्ग से बाहुबली को बांदा लाने में पुलिस की टीम को लगभग 1800 किलोमीटर का सफर तय करना होगा। बांदा पुलिस लाइन परिसर से वाहनों का काफिला सोमवार को रोपड़ रवाना हो गया। इसमें एक छोटा वज्र वाहन, एक एंबुलेंस, सीओ की बोलेरो और नीले रंग की सातपुलिस जीपें अलग-अलग रास्ते से निकलीं। काफिले में एक सीओ, दो इंस्पेक्टर, छह दारोगा, 20 हेड कांस्टेबल व 20 कांस्टेबल समेत लगभग सौ लोग शामिल हैं। बांदा पुलिस का स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) भी टीम के साथ है। यह पूरी टीम अत्याधुनिक असलहों से लैस है। एक एंबुलेंस भी साथ है। इसके साथ स्वास्थ्य टीम में चिकित्सक, फार्मासिस्ट, पैरामेडिकल स्टाफ और जरूरी दवाएं भी हैं।
मुख्तार को लेकर यूपी पुलिस ने दो रूट प्लान बनाये हैं। इसमें पहला प्लान तो मुख्तार अंसारी को लेकर बांदा पुलिस रूपनगर जेल से रोपड़ से निकल कर सोनीपत, पानीपत होते हुए ईस्टर्न पेरीफ़ेरल एक्स्प्रेसवे होते हुए यमुना एक्स्प्रेस्वे से ताज एक्सप्रेस- वे (आगरा) से इटावा पहुंचने के बाद औरेया होते हुए बेला रोड से सीधे जालौन के जोल्हूपुर मोड़ से हमीरपुर होते हुए चिल्ला रोड से बांदा पहुंचने की योजना है। इस रूट की दूरी 880 किलोमीटर की दूरी है, जिसे तय करने में लगभग 14 घंटे का समय लगेगा।
दूसरा प्लान रोपड़ के रूप नगर जेल से नेशनल हाई-वे 205 ए की तरफ से कुराली बाईपास होकर नेशनल हाई-वे 44 और फिर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सपेर्स वे और ताज एक्सप्रेसवे से जालौन उरई से होते हुए एमडीआर के बाद झांसी मीरजापुर हाईवे होकर महोबा राठ रोड से नेशनल हाई-वे 35 से सीधा बांदा लाया जा सकता है। रोपड़ से इस सफर में लगभग17 घंटे लगेंगे। इस रूट से रोपड़ से बांदा दूरी लगभग 990 किलोमीटर की है। दोनों रूट प्लान में से एक तो मंगलवार शाम को फाइनल होगा। प्लान यह भी है कि सहारनपुर के रास्ते यूपी में आएं और वहां से बांदा आएं। रूट के सभी जिलों के कप्तानों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। मुख्तार अंसारी को सड़क मार्ग से लाने वाली टीमों के साथ एक-एक बैक अप टीम भी सात में चलेगी।
मुख्तार पिछले दो साल से वीआईपी ट्रीटमेंट के साथ में रह रहा था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पंजाब के रोपड़ जिले की रूप नगर जेल में 15 महीने से बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी की उत्तर प्रदेश वापसी की उलटी गिनती शुरू हो गई है। मुख्तार अंसारी के खिलाफ उत्तर प्रदेश के 24 पुलिस स्टेशन में 52 एफआइआर दर्ज हैं।मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से 21 जनवरी 2020 को पंजाब के रोपड़ जिला के रूपनगर जेल में शिफ्ट किया गया था। इस दौरान करीब 54 बार मुख्तार को उत्तर प्रदेश के केस में वापस लाने का प्रयास किया गया, लेकिन हर बार तारीख मिलती रही।
मुख्तार के लिए बांदा जेल प्रशासन की रणनीति, बैरक नंबर 15 होगा नया ठिकाना
बांदा जेल में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के लिए सुरक्षा के खास इंतजाम किये हैं। बांदा जेल में एक फार्मासिस्ट, डॉक्टरों की टीम, जिला अस्पताल में तीन सदस्यीय मेडिकल इमरजेंसी टीम भी बनाई गई है। इसमें एक सर्जन, एक फिजीशन और एक ऑर्थो स्पेशलिस्ट भी शामिल है। बांदा जेल की बैरक नंबर 15 माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का नया ठिकाना होगा। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जेल के बड़े पेड़ों को छंटवा दिया गया है। जेल के आसपास की बिल्डिंगों से भी मुख्तार पर नजर रखी जायेगी। बैरक नंबर-15 को सीसीटीवी कैमरों से भी लैस किया गया है। उसकी हर एक गतिविधि पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जायेगी।