Umesh Pal Murder Case : अतीक ने 2016 में ही तैयार कर ली थी स्क्रिप्ट, कहा था- उमेश को जिस दिन मरवाऊंगा 15 दिन नेशनल टीवी पर खबरें चलेंगी
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बहुचर्चित उमेश पाल मर्डर केस की स्क्रिप्ट चार साल पहले 2016 से ही तैयार हो रही थी। अतीक ने 2006 में अतीक ने उमेश को गन पाॅइंट पर लेकर किडजनैप कर लिया था। इसके बाद 2006 में उमेश ने अतीक और अशरफ के खिलाफ किडनैपिंग की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसी केस की पैरवी के दौरान प्रयागराज की जिला कोर्ट में 27 अक्टूबर, 2016 में उमेश पाल पर जानलेवा हमला हुआ था। वहीं 2018 में देवरिया जेल में बंद अतीक ने उमेश पाल को गालियां देते हुए कहा था, "मुझे सजा करवाना चाहता है। जिस दिन पलवा को मरवाऊंगा, 15 दिन नेशनल टीवी पर खबरें चलेंगी।"
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बहुचर्चित उमेश पाल मर्डर केस की स्क्रिप्ट चार साल पहले 2016 से ही तैयार हो रही थी। अतीक ने 2006 में अतीक ने उमेश को गन पाॅइंट पर लेकर किडजनैप कर लिया था। इसके बाद 2006 में उमेश ने अतीक और अशरफ के खिलाफ किडनैपिंग की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसी केस की पैरवी के दौरान प्रयागराज की जिला कोर्ट में 27 अक्टूबर, 2016 में उमेश पाल पर जानलेवा हमला हुआ था। वहीं 2018 में देवरिया जेल में बंद अतीक ने उमेश पाल को गालियां देते हुए कहा था, "मुझे सजा करवाना चाहता है। जिस दिन पलवा को मरवाऊंगा, 15 दिन नेशनल टीवी पर खबरें चलेंगी।"
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इससे पहले 27 अक्टूबर 2016 को अतीक और अशरफ की प्लानिंग उमेश पाल को कोर्ट की थर्ड फ्लोर से नीचे फेंकने की थी। मौका न मिलने पर अतीक ने कोर्ट कैंपस में 25 शूटरों के साथ उमेश पाल पर हमला कर दिया था। तब पुलिस ने उमेश की जान बचाई थी। देवरिया जेल में बंद रहने के दौरान खालिद जैद के किडनैपिंग के दौरान अतीक ने धमकी दी थी। उसने कहा था कि उमेश पलवा को जौन दिन मरवाऊंगा 15 दिन नैशनल टीवी पर चली।अतीक के मुंह से निकली इस बात को वास्तव में 24 फरवरी 2023 को पूरा कर दिया गया, जब दिन दहाड़े उमेश पाल को फिल्मी स्टाइल में गोली बम मारकर मर्डर कर दी गई। उमेश पाल की सुरक्षा में लगे दो सिपाहियों की भी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। उमेश पाल मर्डर केस की गूंज प्रयागराज में ही नहीं बल्कि विधानसभा में भी सुनाई पड़ी। उसके बाद से ही लगातार टीवी चैनलों में उमेश पाल और आरोपी अतीक अहमद की खबरें छाई हुई हैं।
2016 में कोर्ट में उमेश पाल को थी निपटाने की प्लानिंग
उमेश पाल ने अपने किडनैपिंग का मुकदमा धूमनगंज थाने में 2006 में दर्ज कराया था। मामले में सुनवाई चलती रही और तारीख पर तारीख मिलती गईं। 27 जनवरी, 2016 को जिला एवं सत्र न्यायाधीश कक्ष संख्या-14 में इस मामले की सुनवाई थी। उमेश पाल गवाही के लिए गया था। जैसे ही वह न्यायालय परिसर के बरामदे में पहुंचा। पूरे लाव-लश्कर के साथ अतीक अहमद ने अपने भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ, रफीक उर्फ गुलफूल, दिनेश पासी, हमजा, जय प्रकाश पांडेय, राजेश कुमार सिंह, कुद्दूस, सुधांशु त्रिपाठी उर्फ बली पंडित, राजेश उर्फ राजू पंडित, मटरू नियाज अहमद, जैद मास्टर, जुल्फिकार उर्फ तोता, आबिद फरहान, आशिफ उर्फ दुररानी, मुश्तैशन गुलहसन, गुलाम रसूल, जैद, आलमदार और 25 अज्ञात के साथ मिलकर उमेश पाल पर हमला कर दिया था।
पुलिस ने बचाई थी उमेश पाल की जान
उमेश को जय प्रकाश पांडेय और राजेश उर्फ राजू पंडित ने जमीन पर पटक दिया। हमजा और अशरफ ने पिस्टल निकाल कर उमेश पाल की कनपटी और सीने पर सटा दिया। कहा कि अगर गवाही दी, तो भेजा उड़ा देंगे। राजेश कुमार सिंहस कुद्दुस और रंजीत सिंह ने भी पिस्टल निकालकर उमेश पाल पर तान दी। असलहों की बट से मारकर घायल कर दिया। यही नहीं, कहा कि ले चलो इसे आज काम तमाम कर देते हैं।जिला एवं सत्र न्यायालय प्रयागराज के बाहर पुलिस और PAC तैनात थी। यही कारण है कि उमेश पाल को अतीक अपने साथ बाहर नहीं ले जा पाया। PAC के जवानों और पुलिसकर्मियों ने किसी तरह अतीक के चंगुल से उमेश पाल को बचा लिया था। इस घटना के बाद सपा की सरकार होने के कारण उमेश पाल की रिपोर्ट भी नहीं लिखी गई थी।बाद में धूमनगंज पुलिस ने उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद रिपोर्ट दर्ज की थी। 24 फरवरी, 2023 को इसी मामले की पैरवी करके उमेश घर लौटे थे। तभी दिनदहाड़े गोली मारकर मर्डर कर दी गई थी।
मुखबिरी तू करेगा नहीं तो तुझे भी उसके साथ ही जान से मारा जायेगा
उमेश पाल के साथ प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने वाले जैद खालिद पुत्र अब्दुल खालिद ने अतीक के खिलाफ किडनैपिंग करने का मामले दर्ज कराया था। इसमें उमेश पाल की मर्डर कराये जाने का भी उल्लेख किया था। घटना नवंबर 2018 की है। जैद खालिद ने पुलिस को शिकायती पत्र दिया था। इसमें बताया, "सुबह लगभग सात बजे इमरान (अतीक अहमद का साढू), सद्दाम, हमदान, फैसल, उसैद आदि ने उसकी कार के आगे अपनी गाड़ियां लगा दी। इसके बाद कार से घसीटकर असलहे सटाते हुए कहा कि तुम सभी को अभी देवरिया जेल चलना है। इस पर मैंने सवाल किया कि वहां जाकर क्या करना है। इतना सुनते ही दबंगों ने असलहे की बट से मारते हुए कहा कि फरहान भाई ने भेजा है। कहा है कि बता देना कि सांसद जी (अतीक अहमद) ने कहा है। फिर कहा कि ज्यादा बोलोगे तो यहीं गोली मार देंगे। इसके बाद उन लोगों ने जबरन कार में बैठा लिया और सोने का ब्रेसलेट व 80 हजार रुपए छीन लिए। मारपीट करने के साथ ही हम लोगों को जेल ले गये। जेल में मुझे देखते ही गालियां देते हुए अतीक अहमद ने कहा कि विश्नापुरी वाली जमीन भूल जा और चुपचाप उसका बैनाम कर दे। इस पर मैंने सवाल किया तो अतीक अहमद और उसके लोग पीटने लगे। इस दौरान अतीक अहमद ने उमेश पाल को गालियां देते हुए कहा कि वो सजा करवाना चाहता है। उमेश को जिस दिन मरवाऊंगा, 15 दिन ने शनल टीवी पर खबरें चलेंगी। उसकी मुखबिरी तू करेगा नहीं तो तुझे भी उसके साथ ही जान से मारा जायेगा।
पांच शूटर्स पर 5-5 लाख का इनाम
उमेश पाल मर्डर केस के पांच शूटर अतीक का बेटा असद, शूटर गुडूड मुस्लिम, शूटर गुलाम, शूटर साबिर और शूटर अरमान फरार हैं। इन पर इनाम की राशि बढ़ाकर पांच-पांच लाख रुपये कर दी गई। यह राशि शुरुआत में 50 हजार थी, फिर 2.5 लाख हुई। सूत्रों के मुताबिक, SOG, STF और UP पुलिस की 22 टीमें इन्हें पकड़ने के लिए दो देश (नेपाल-थाईलैंड) , आठ राज्य, 13 जिलों में 500 से ज्यादा जगहों पर रेड कर चुकी है।मर्डर केस को लीड करने वाले अतीक अहमद के बेटे असद, मुस्लिम गुड्डू, गुलाम मोहम्मद, अरमान और साबिर का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। जिन राज्यों में रेड की गई है, उनमें पश्चिम बंगाल, दिल्ली, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, गुजरात और पंजाब, महाराष्ट्र हैं। हर शूटर को गिरफ्तार करने के लिए 3 डेडीकेटेड टीमें काम कर रही हैं। 3 टीमों को कॉल डिटेल और सर्विलांस के लिए लगाया गया है। जबकि 4 टीमें पूछताछ और तलाशी के दौरान मिलने वाली अहम जानकारियों की कड़ी से कड़ी जोड़ने में लगी हैं। STF के प्रदेश के टॉप इंस्पेक्टर्स की टीम को इसमें लगाया गया है। यही नहीं, अतीक गैंग की फंडिंग पर शिकंजा कसने के लिए ED के जॉइंट डायरेक्टर जितेंद्र सिंह ने भी प्रयागराज में डेरा डाल रखा है।
दो एनकाउंटर, तीन मददगारों के घर जमींदोज
उमेश पाल मर्डर केस में यूपी पुलिस अब तक दो एनकाउंटर कर चुकी है। पहला एनकाउंटर प्रयागराज में ही 27 फरवरी को अरबाज का हुआ था। पुलिस का दावा है कि अरबाज उस क्रेटा कार को चला रहा था, जिससे बदमाश उमेश पाल के घर तक पहुंचे थे। इसमें अतीक का बेटा असद भी था। वही, दूसरा एनकाउंटर छह मार्च को हुआ था। इसमें उमेश पर पहली गोली चलाने वाले विजय चौधरी उर्फ उस्मान को एनकाउंटर में मार गिराया था। अतीक के परिवार की मदद करने वाले तीन आरोपियों और करीबियों के घर बुलडोजर चला। मर्डर केस में अतीक की पत्नी शाइस्ता के साथ एक महिला रुखसार भी वांटेड है। शाइस्ता पर इस पूरे हत्याकांड की साजिश रचने का आरोप है। वह अभी फरार है। उस पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा है। वहीं, जिस क्रेटा कार से बदमाश उमेश के घर तक गये थे वह गाड़ी रुखसार के नाम है। वह भी अभी फरार है।
उमेश पाल मर्डर केस को 44 सेकंड में दिया था अंजाम
प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके दो गनर की बदमाशों ने गोली मारकर मर्डर कर दी गयी थी। उमेश के गाड़ी से उतरते ही बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी थी। बदमाशों ने इस मर्डर केस को 44 सेकेंड में अंजाम दिया था। उमेश और एक गनर की मौके पर मौत हो गई। जबकि एक गनर की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई थी। उमेश पाल मर्डर के 18 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक वारदात को अंजाम देने वाले पांच शूटरों तक पुलिस पहुंच नहीं पाई है। इसके लिए SOG, STF और यूपी पुलिस की 22 टीमें लगाई गई हैं। मर्डर केस को लीड करने वाले अतीक अहमद का बेटा असद, मुस्लिम गुड्डू, गुलाम, अरमान और साबिर का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।
उमेश पाल मर्डर केस टाइम लाइन
24 फरवरी: धूमनगंज के जयंतीपुर में राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह उमेश पाल की गोली मारकर दिनदहाड़े मर्डर कर दी गई थी।
25 फरवरी : अतीक, अशरफ, शाइस्ता, अतीक के बेटों, गुलाम, साबिर समेत नौ लोगों पर एफआइआर दर्ज किया गया। घटना में इस्तेमाल कार चकिया से बरामद हुई थी।
26 फरवरी : गोरखपुर से सदाकात खान पकड़ा गया। इसके मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कमरे में ही मर्डरकेस की पूरी रणनीति बनाई गई थी।
27 फरवरी : हत्याकांड में शूटर जिस कार में बैठकर घटनास्थल तक गये थे, उसे चलाने वाले अरबाज को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया।
28 फरवरी : ईट ऑन के मालिक नफीस अहमद को पुलिस ने पकड़ा। मर्डर में शामिल क्रेटा नफीस की ही थी।
एक मार्च : शाइस्ता चकिया के जिस घर में रहती थीं पुलिस ने उसे ध्वस्त करा दिया। यह घर जफर अहमद का था।
दो मार्च : हत्याकांड में घायल गनर राघवेंद्र की SGPGI में मौत हो गई। 60 फीट रोड पर सफदर के मकान पर बुलडोजर चला। वह अतीक का करीबी था।
तीन मार्च : PDA ने पुरामुफ्ती के असरौली में मासूकउद्दीन के घर को जमींदोज किया गया। यह अतीक का फाइनेंसर बताया जा रहा है।
पांच मार्च: यूपी पुलिस ने मर्डर केस के पांच आरोपियों पर इनाम राशि पचास हजार से बढ़ाकर ढाई-ढाई लाख कर दी थी। इनमें अतीक का बेटा असद, गुडूड मुस्लिम, गुलाम, साबिर और अरमान शामिल हैं।
छह मार्च: उमेश पाल मर्डर केस में पहली गोली मारने के आरोपी विजय चौधरी उर्फ उस्मान को एनकाउंटर में पुलिस ने ढेर किया।
11 मार्च- पुलिस ने अतीक की पत्नी शाइस्ता पर 25 हजार का इनाम घोषित किया।
13 मार्च- माफिया अतीक के करीबी बल्ली पंडित को पुलिस ने अरेस्ट किया।
माफिया अतीक अहमद की क्राइम फाइल
प्रयागराज से लेकर दिल्ली तक अतीक अहमद के क्राइम की लंबी फेहरिस्त है। 1979 में मर्डर के मामले में पहली बार अतीक का नाम सामने आया। तब उसकी उम्र लगभग 17 साल थी। इसके बाद एक तांगा चलाने वाले फिरोज अहमद का बेटा गुनाहों का बेताज बादशाह बन गया। उसका नाम प्रयागराज के माफिया चांद बाबा और कपिल मुनि करविरया से ऊपर गिना जाने लगा। वह पूरे प्रदेश में जमीन कब्जा करना, मर्डर, लूट, डकैती और फिरौती की घटनाओं को अंजाम देने लगा। अतीक के जुर्म की एक लंबी दास्तान है, जो शुरू तो होती है प्रयागराज से, लेकिन मशहूर पूरे देश में है। अतीक पर 1979 में मर्डर का पहला मुकदमा दर्ज हुआ। इसके बाद उसने अपनी गैंग बनाई, जिसे IS- 227 नाम दिया। आज इस गैंग के 34 शूटर नामजद हैं।