Jammu and Kashmir: PMO का ADG बनकर धोखा देता रहा जालसाज, अफसरों को किया गुमराह, पुलिस ने किया अरेस्ट
जम्मू-कश्मीर में एक जालसाज खुद को कई दिन तक PMO में रणनीति एवं ऑपरेशन विंग में अतिरिक्त निदेशक (एडीजी) बताकर खातिरदारी करवाता रहा। पुलिस व प्रशासन के अफसर आवभगत में जुटे रहे। जालसाज को सुरक्षा के लिए पुलिस दस्ता भी मिला था। वह कई दिन तक कश्मीर के पर्यटनस्थलों तक घूमता रहा। कुछ ब्यूरोक्रैट्स व बिजनसमैन से ठगी करने के बाद असलियत खुलने पर पुलिस ने जालसाज को अरेस्ट कर लिया है।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में एक जालसाज खुद को कई दिन तक PMO में रणनीति एवं ऑपरेशन विंग में अतिरिक्त निदेशक (एडीजी) बताकर खातिरदारी करवाता रहा। पुलिस व प्रशासन के अफसर आवभगत में जुटे रहे। जालसाज को सुरक्षा के लिए पुलिस दस्ता भी मिला था। वह कई दिन तक कश्मीर के पर्यटनस्थलों तक घूमता रहा। कुछ ब्यूरोक्रैट्स व बिजनसमैन से ठगी करने के बाद असलियत खुलने पर पुलिस ने जालसाज को अरेस्ट कर लिया है।
ब्यूरोक्रैट्स व बिजनसमैन से मिला
आरोपित गुजरात का रहने वाला किरण पटेल पुत्र जमीदन भाई पटेल है। उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस को अपने तंत्र से खबर मिली कि एक व्यक्ति खुद को पीएमओ में एडीजी बता रहा है। वह कुछ ब्यूरोक्रैट्स व बिजनसमैन से भी मिला है। उसकी गतिविधियां संदेहास्पद है। इस आधार पर निशात पुलिस थाना प्रभारी ने जांच की। शिकायत सही पाये जाने पर किरण पटेल के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर उसे अरेस्ट कर लिया। कोर्ट में पेशी के बाद आरोपित को ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया।
अफसरों को किया गुमराह
बताया जा रहा है कि आरोपित कई दिन से श्रीनगर के बड़े प्रतिष्ठानों में जाकर उनके कई बड़े काम करवाने के नाम गुमराह कर रहा था। धीरे-धीरे बिजनसमैन को शक होने लगा। कुछ से वह ठगी भी कर चुका था। लेकिन पुलिस इस पर कुछ बता नहीं रही है। लोग शक न करें उसने डल झील किनारे स्थित हेरीटेज होटल ललित ग्रैंड में लगभग 15 दिन पहले कमरा बुक कर रखा था। उसने पुलिस अफसरों को गुमराह कर अपने लिए पुलिस से एक सुरक्षा दस्ता प्राप्त किया था।
जालसाज ने प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा की
जालसाज किरण ने कश्मीर के कुछ पर्यटनस्थलों का भी दौरा किया। उसके साथ एसडीएम रैंक के अफसर भी रहते थे ताकि उसके प्रोटोकाल में कोई दिक्कत न हो, क्योंकि सभी उसे पीएमओ में एडीजी मान चुके थे। खुद को सेंट्रल गवर्नमेंट का बड़ा अफसर बताने वाले किरण से डीसीक्त रैंक के कुछ अफसर भी कथित तौर पर मिले और प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा की।