Umesh Pal Murder Case :Atique Ahmed के बेटे असद का झांसी में एनकाउंटर,शूटर गुलाम भी मारा गया
उत्तर प्रदेश के उमेश पाल के मर्डर केस में फरार चल रहे गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और शूटर गुलाम मोहम्मद को पुलिस ने गुरुवार को एनकाउंटर में मार गिराया। दोनों उमेश पाल मर्डर केस में वांटेड थे। दोनों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। झांसी में पारीछा डैम के पास STF ने एनकाउंटर किया है।
- पुलिस काफिले पर हमला कर गैंगस्टर अतीक को छुड़ाने का प्लान था
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के उमेश पाल के मर्डर केस में फरार चल रहे गैंगस्टर Atique Ahmed के बेटे असद अहमद और शूटर गुलाम मोहम्मद को पुलिस ने गुरुवार को एनकाउंटर में मार गिराया। दोनों उमेश पाल मर्डर केस में वांटेड थे। दोनों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। झांसी में पारीछा डैम के पास STF ने एनकाउंटर किया है।
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#WATCH आज 12:30 से 1 बजे के बीच में एक सूचना के आधार पर कुछ लोगों को रोका गया तो दोनों तरफ से गोलियां चलीं। इस मुठभेड़ में 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या करने वाले दो लोग घायल हुए और बाद में इनकी मृ्त्यु हो गई। इनकी पहचान असद अहमद और गुलाम के रूप में हुई। अभियुक्तों के पास से… pic.twitter.com/uVeIkDPsnj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 13, 2023
प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल के मर्डर के बाद से ही असद अहमद और गुलाम मोहम्मद फरार थे। एसटीएफ 48 दिन से लगातार इन्हें ट्रेस कर रही थी।और झांसी में इनकी लोकेशन मिलने पर मार गिराया। एनकाउंटर को डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल लीड कर रहे थे। एसटीएफ के DIG अनंत देव तिवारी ने कहा कि असद और गुलाम को हमारी टीम ने मार गिराया है। इनके पास से पिस्टल, रिवाल्वर और विदेशी आर्म् बरामद हुए हैं।एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने प्रशांत कुमार बताया कि इनपुट थे कि रास्ते में काफिले पर हमला करके अतीक को छुड़ाने की प्लानिंग की जा रही है। इसे देखते हुए स्पेशल फोर्सेस लगाई गई थीं।
#WATCH प्रयागराज: उमेश पाल मर्डर मामले में गैंगस्टर अतीक अहमद को लेकर यूपी पुलिस मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) के कोर्ट से रवाना हुई। pic.twitter.com/bz7WW2UPq4
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एडीजी ने बताया कि कैसे हुए एनकाउंटर
एडीजी (लॉ एंड आर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि आगे माफिया के सफाये के लिए पुलिस काम करती रहेगी। उन्होंने अतीक अहमद के बेटे असद के साथ हुए एनकाउंटर की सिलसिलेवार जानकारी भी दी। एडीजी ने बताया कि अतीक को साबरमती जेल से लाने के दौरान हमला कर छुड़ाने की कोशिश होनेवाली थी। उसे छुड़ाने के लिए ही झांसी में बदमाश ठहरे हुए थे। इंटेलिजेंस की सटीक रिपोर्ट के बाद बदमाशों की घेरेबंदी हुई और अतीक के बेटे असद के साथ गुलाम मारा गया।एडीजी ने बताया कि 24 फरवरी को प्रयागराज में राजू पाल मढ4र केस के गवाह उमेश पाल की मर्डर कर दी गई थी। इसमें उमेश पाल की सिक्युरिटी तैनात दो पुलिस जवान भी मारेथे। मर्डर के बाद यूपी पुलिस ने स्पेशल टीमों का गठन किया था। इसमें पांच लोगों की पहचान हुई थी। इसके बाद इन पर पांच-पांच लाख के इनाम घोषित हुआ था।इनमें अरबाज, अरमान, असद, गुड्डूगु और साबिर शामिल थे।
एडीजी ने बताया कि लगातार एसटीएफ और सिविल पुलिस की टीमें इमानियों को पकड़ने मेंलगी थीं। वारंट बी लेकर साबरमती से अतीक और बरेली से अरशद को भी लाया गया था। इंटेलिजेंस के इनपुट से पता चला कि रास्ते में क्रिमिनलों को छुड़ाया जा सकता है। इसे देखते हुए स्पेशल टीमें इनकी सुरक्षा मेंलगाई गई थीं। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि झांसी इलाके में बदमाशों ने ठिकाना बनाया हुआ है। एसटीएफ की टीमों और पुलिस ने यहां पर घेरेबंदी की। सूचना के बाद कुछ लोगों को घेरा गया तो दोनों ओर से गोलियां चलीं। इस एनकाउंटर में हमारी एसटीएफ की टीम की गोली से दो बदमाश घायल हो गये। बाद में दोनों की मौत हो गई। दोनों की पहचान असद और गुलाम के रूप में हुई। दोनों को लोगों ने उमेश पाल मर्डर में गोलियां चलाते लोगों ने देखा था।
बेटे का एनकाउंटर की खबर सुन बेहोश हो गया
प्रयागराज कोर्ट में असद और गुलाम के एनकाउंटर में मारे जाने की खबर फैलने के बाद ए़वोकेट भी इसी पर चर्चा कर रहे हैं। अतीक मुर्दाबाद के नारे लग रहे थे। कोर्ट में असद के एनकाउंटर की खबर सुनकर माफिया अतीक बेहोश हो गया। एसटीएफ की कार्रवाई के दौरान अतीक की प्रयागराज कोर्ट में पेशी चल रही थी। बेटे के एनकाउंटर की खबर सुनकर वो रोने लगा। गला सूखा तो पानी मांगा और सिर पकड़कर बैठ गया। शोर शराबा ज्यादा होने की वजह से पीसीआर की सुनवाई थोड़ी देर के लिए रोक दी गई है। अतीक और अशरफ को कोर्ट रूम से बाहर ले जाने के बाद थोड़ी देर बाद पुलिस कस्टडी रिमांड पर सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद अतीक को सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। अतीक अहमद को मंगलवार को साबरमती की जेल से प्रयागराज कोर्ट लाया गया था। उसके भाई अशरफ को भी कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस को दोनों से उमेश पाल मर्डर केस में पूछताछ करनी है। उसके पास 200 सवालों की लिस्ट है।
असद के एनकाउंटर के बाद उमेश पाल की मां बोलीं कि मेरे बेटे को सरेआम गोली मार दी। आज की कार्रवाई से हम लोगों को थोड़ी सी शांति मिली है। मेरे बेटे के हत्यारे मारे गये। ये जो दो एनकाउंटर हुए हैं, उन्हें पाप की सजा मिली। देर है अंधेर नहीं है। योगीजी को धन्यवाद।
बेटे ने शेरों वाला काम किया है
उमेश पाल मर्डर में असद का नाम और CCTV फुटेज सामने आने के बाद शाइस्ता ने अतीक अहमद से नाराजगी जाहिर की थी। रोते हुए कहा था कि असद अभी बच्चा है। उसे इस मामले में नहीं लाना चाहिए था। यह सुनने के बाद माफिया डॉन अतीक अहमद नाराज हो गया था।फोन पर डांटकर उसने शाइस्ता परवीन से कहा था, 'असद शेर का बच्चा है। उसने शेरों वाला काम किया है। आज उसकी वजह से ही मैं 18 साल बाद चैन की नींद सोया हूं। उमेश के चलते मेरी नींद हराम हो गई थी। अब तुम बेवजह बात करके मेरा मूड न खराब करो। सब मैनेज हो जाएगा।'
उमेश पाल मर्डर केस के बाद अब तक एनकाउंटर
24 फरवरी को प्रयागराज में हुए उमेश पाल मर्डर केस में उत्तर प्रदेश पुलिस अब तक चार एनकाउंटर कर चुकी है। इससे पहले, पहला एनकाउंटर प्रयागराज में ही 27 फरवरी को अरबाज का हुआ था। अरबाज उस क्रेटा कार को चला रहा था, जिससे बदमाश उमेश पाल के घर तक पहुंचे थे। इसमें असद भी था। दूसरा एनकाउंटर 6 मार्च को हुआ था। इसमें उमेश पर पहली गोली चलाने वाले विजय चौधरी उर्फ उस्मान को एनकाउंटर में मार गिराया था। अतीक के परिवार की मदद करने वाले 3 आरोपियों और करीबियों के घर बुलडोजर चला था।
असद और गुलाम ने की उमेश पाल की दिनदहाड़े मर्डर
प्रयागराज में 24 फरवरी को राजू पाल मर्डर केस में गवाह उमेश पाल की मर्डर कर दी गई थी। उमेश पाल जब अपने
घर जा रहे थे, तब गली के बाहर कार से निकलते समय उन पर शूटरों ने फायरिंग कर दी थी। इस दौरान बम भी फेंके गये थे। इस हमले में उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर्स की मौत हो गई थी।
24 फरवरी को उमेश पाल मर्डर केस को 44 सेकंड में दिया था अंजाम
प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके दो गनर की बदमाशों ने गोली मारकर मर्डर कर दी गयी थी। उमेश के गाड़ी से उतरते ही बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी थी। बदमाशों ने इस मर्डर केस को 44 सेकेंड में अंजाम दिया था। उमेश और एक गनर की मौके पर मौत हो गई। जबकि एक गनर की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई थी। उमेश पाल मर्डर के 18 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक वारदात को अंजाम देने वाले पांच शूटरों तक पुलिस पहुंच नहीं पाई है। इसके लिए SOG, STF और यूपी पुलिस की 22 टीमें लगाई गई हैं। मर्डर केस को लीड करने वाले अतीक अहमद का बेटा असद, मुस्लिम गुड्डू, गुलाम, अरमान और साबिर का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। 24 फरवरी को शाम के करीब 5 बजे का वक्त रहा होगा। वकील उमेश पाल कार का गेट खोलकर उतरते हैं। इतने में 7 शूटर्स उन पर फायरिंग और बम झोंक देते हैं। उमेश चंद कदम ही भाग पाते हैं और अपने घर की गली में गिर जाते हैं। हमले में उमेश और उनके दो गनर की भी मौत हो जाती है। पूरी घटना, CCTV में कैद हो गई। बदमाशों ने इस हत्याकांड को 44 सेकेंड में अंजाम दिया।
एक्स एमएलए राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह थे उमेश
उमेश, एक्स एमएलए राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह थे। उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने अतीक अहमद के साथ अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, उसके दो बेटों और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। उमेश हत्याकांड के बाद यूपी पुलिस ने अतीक और उसके गैंग के गेम ओवर का प्लान तैयार कर लिया है। उमेश हत्याकांड के 24 दिन बीत चुके हैं। हत्याकांड के दो आरोपी एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं, एक घायल है। तीन आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चल चुका है। पांच आरोपियों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया जा चुका है। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन पर भी 25 हजार का इनाम है। भाई अशरफ की बरेली जेल में लगातार रेड चल रही है। अतीक को पूछताछ के लिए गुजरात की साबरमती जेल से UP लाने की तैयारी है। दो नाबालिग बेटे बाल सुधार गृह भेज दिये गये हैं। अतीक का पूरा परिवार और गैंग दर-बदर है।
उमेश पाल मर्डर केस टाइम लाइन
24 फरवरी: धूमनगंज के जयंतीपुर में राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह उमेश पाल की गोली मारकर दिनदहाड़े मर्डर कर दी गई थी।
25 फरवरी : अतीक, अशरफ, शाइस्ता, अतीक के बेटों, गुलाम, साबिर समेत नौ लोगों पर एफआइआर दर्ज किया गया। घटना में इस्तेमाल कार चकिया से बरामद हुई थी।
26 फरवरी : गोरखपुर से सदाकात खान पकड़ा गया। इसके मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कमरे में ही मर्डरकेस की पूरी रणनीति बनाई गई थी।
27 फरवरी : हत्याकांड में शूटर जिस कार में बैठकर घटनास्थल तक गये थे, उसे चलाने वाले अरबाज को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया।
28 फरवरी : ईट ऑन के मालिक नफीस अहमद को पुलिस ने पकड़ा। मर्डर में शामिल क्रेटा नफीस की ही थी।
एक मार्च : शाइस्ता चकिया के जिस घर में रहती थीं पुलिस ने उसे ध्वस्त करा दिया। यह घर जफर अहमद का था।
दो मार्च : हत्याकांड में घायल गनर राघवेंद्र की SGPGI में मौत हो गई। 60 फीट रोड पर सफदर के मकान पर बुलडोजर चला। वह अतीक का करीबी था।
तीन मार्च : PDA ने पुरामुफ्ती के असरौली में मासूकउद्दीन के घर को जमींदोज किया गया। यह अतीक का फाइनेंसर बताया जा रहा है।
पांच मार्च: यूपी पुलिस ने मर्डर केस के पांच आरोपियों पर इनाम राशि पचास हजार से बढ़ाकर ढाई-ढाई लाख कर दी थी। इनमें अतीक का बेटा असद, गुडूड मुस्लिम, गुलाम, साबिर और अरमान शामिल हैं।
छह मार्च: उमेश पाल मर्डर केस में पहली गोली मारने के आरोपी विजय चौधरी उर्फ उस्मान को एनकाउंटर में पुलिस ने ढेर किया।
11 मार्च- पुलिस ने अतीक की पत्नी शाइस्ता पर 25 हजार का इनाम घोषित किया।
13 मार्च- माफिया अतीक के करीबी बल्ली पंडित को पुलिस ने अरेस्ट किया।
13 मार्च: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बाहुबली अतीक अहमद माफिया सिंडीकेट के सक्रिय सदस्य फहद उर्फ वसीउर्रहमान की जमानत अर्जी खारिज कर दी।
14 मार्च: उमेश पाल मर्डर केस में शामिल बमबाज गुड्डू मुस्लिम मेरठ में छिपा था, STF पहुंचने से 20 मिनट पहले फरार हो गया।
15 मार्च- प्रयागराज की CJM कोर्ट ने माफिया अतीक अहमद के दोनों नाबालिग बेटों के बारे में कहा- पुलिस साफ तौर पर बताये कि आखिर बच्चे कहां हैं?
16 मार्च - उमेश पाल मर्डर केस का नया CCTV सामने आया। गली में भाग रहे उमेश को शूटर ने पकड़ा था। अतीक के बेटे ने पीठ पर 2 फायर किए थे।
17 मार्च - STF को उमेश पाल के शूटर्स के नेपाल पहुंचने के इनपुट मिले ,नेपाल में पनाह देने के आरोप में STF ने अतीक के करीबी कय्यूम अंसारी को पकड़ा।
19 मार्च- उमेश पाल मर्डर केस के शूटर तेलियरगंज के रसूलाबाद घाट रोड स्थित मो गुलाम के घर को सोमवार को बुलडोजर से ढहाया गया।
27 मार्च- अतीक अहमद को करीब 4 साल बाद अहमदाबाद की साबरमती जेल से प्रयागराज के लिए यूपी पुलिस की कड़ी निगरानी में भेजा गया।
28 मार्च- उमेश पाल अपहरण केस में माफिया अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ समेत अन्य आरोपितों की कोर्ट में पेशी हुई और अदालत ने इस केस में अतीक समेत तीन लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। माफिया को पहली बार किसी केस में सजा मिली है।
29 मार्च- अतीक को 28 मार्च देर रात प्रयागराज से साबरमती जेल के लिए रवाना कर दिया गया है।
29 मार्च को अतीक को लेकर प्रयागराज पुलिस का काफिला साबरमती जेल पहुंचा।
तीन अप्रैल को अतीक के जीजा डॉ. अखलाक को प्रयागराज कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेजा।
आठ अप्रैल को यूपी पुलिस ने माफिया अतीक अहमद की बेगम शाइस्ता परवीन पर 50 हजार का इनाम घोषित किया।
12 अप्रैल को अतीक को साबरमती जेल से और अशरफ को बरेली जेल से प्रयागराज लाया गया।
13 अप्रैल माफिया के जीवन का बुरा दिन साबित हुआ, कोर्ट ने अतीक को 3 दिन की रिमांड पर भेजा, तो वहीं दूसरी ओर यूपी एसटीएफ की टीम ने अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम को एनकाउंटर में ढेर कर दिया।
माफिया अतीक अहमद की क्राइम फाइल
प्रयागराज से लेकर दिल्ली तक अतीक अहमद के क्राइम की लंबी फेहरिस्त है। 1979 में मर्डर के मामले में पहली बार अतीक का नाम सामने आया। तब उसकी उम्र लगभग 17 साल थी। इसके बाद एक तांगा चलाने वाले फिरोज अहमद का बेटा गुनाहों का बेताज बादशाह बन गया। उसका नाम प्रयागराज के माफिया चांद बाबा और कपिल मुनि करविरया से ऊपर गिना जाने लगा। वह पूरे प्रदेश में जमीन कब्जा करना, मर्डर, लूट, डकैती और फिरौती की घटनाओं को अंजाम देने लगा। अतीक के जुर्म की एक लंबी दास्तान है, जो शुरू तो होती है प्रयागराज से, लेकिन मशहूर पूरे देश में है। अतीक पर 1979 में मर्डर का पहला मुकदमा दर्ज हुआ। इसके बाद उसने अपनी गैंग बनाई, जिसे IS- 227 नाम दिया। आज इस गैंग के 34 शूटर नेम्ड हैं।