उत्तर प्रदेश: श्रीकांत त्यागी से बढ़ा BJP टेंशन, नोएडा में आज त्यागी महापंचायत, दिखाने जा रहे हैं बड़ी  'ताकत'

नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में श्रीकांत त्यागी पर हुए ऐक्शन को 'त्यागी बिरादरी' ने अपने लिए नाक की लड़ाई बना ली है। नोएडा में रविवार 21 अगस्त को हजारों लोग त्यागी महापंचायत में शामिल होंगे।

उत्तर प्रदेश: श्रीकांत त्यागी से बढ़ा BJP टेंशन, नोएडा में आज त्यागी महापंचायत, दिखाने जा रहे हैं बड़ी  'ताकत'
  • एमपी महेश शर्मा पर आर-पार को तैयार है 'त्यागी बिरादरी'

लखनऊ। नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में श्रीकांत त्यागी पर हुए ऐक्शन को 'त्यागी बिरादरी' ने अपने लिए नाक की लड़ाई बना ली है। नोएडा में रविवार 21 अगस्त को हजारों लोग त्यागी महापंचायत में शामिल होंगे।

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बीजेपी का सिरदर्द

नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी सोसायटी में दो पड़ोसियों के बीच हुआ झगड़ा बीजेपी के लिए सिरदर्द बन गया है। सोसायटी की महिला को गाली और धमकी देते हुए कैमरे में कैद हुए श्रीकांत शर्मा पर पहले ऐक्शन में देरी को लेकर घिरी योगी सरकार अब अधिक सख्ती को लेकर फंसती दिख रही है। श्रीकांत त्यागी पर हुए एक्शन खिलाफ  'त्यागी बिरादरी' अब त्यागी महापंचायत के जरिए अपनी ताकत दिखाने जा रहे हैं।त्यागी महापंचायत के लिए नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद के अलावा पश्चिमी यूपी के जिले मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर, बागपत, शामली से बड़ी संख्या में त्यागी ट्रैक्टर ट्रॉलियों और बसों में भरकर आ रहे हैं। हरियाणा और राजस्थान से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। सिर्फ त्यागी ही नहीं कुछ और बिरादरी के लोग और कुछ किसान संगठनों के सदस्य भी साथ होंगे।

पंचायत का बदला गया स्थान

बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं कि आयोजकों को 'महापंचायत' के लिए स्थान बदलना पड़ा है। पहले यह गेझा गांव में आयोजित होने वाला था, लेकिन अब महर्षि आश्रम के रामलीला मैदान में तैयारी की जा रही है। एक लाख से अधिक लोगों की क्षमता वाले मैदान में विशाल टेंट लगाया गया है। बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है। पानी, शौचालय और खाने-पीने जैसी व्यवस्था की जा रही है।

पुलिस अलर्ट पर

महापंचायत की तैयारी ने नोएडा पुलिस की भी चिंता बढ़ा दी है। पुलिस को अलर्ट पर रहने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस इस मसले में फूंक-फूंकर कदम रख रही है। सूत्रों के मुताबिक, पहले भीड़ को नोएडा में ना दाखिल होने देने पर भी विचार किया गया था। लेकिन अब तक कोई क्शन नहीं लेने को कहा गया है जब तक कानून व्यवस्था के लिए कोई दिक्कत पैदा ना हो। शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए जगह-जगह पुलिस की तैनाती की जा रही है।

लखनऊ तक है नजरत्यागी महापंचायत पर सरकार की भी पैनी नजर है। वैसे तो महापंचायत करने के जा रहे संगठनों ने अभी तक अपना गुस्सा गौतमबुद्धनगर के एमपी महेश शर्मा और नोएडा पुलिस पर ही जाहिर किया है। लेकिन बीजेपी भी इसको लेकर चौकन्ना है। जाति पर हो रही राजनीति से उसे नुकसान की आशंका है। बीजेपी की नजर इस बात पर होगी कि महापंचायत में किस तरह के फैसले लिए जाते हैं।

एमपी महेश शर्मा पर आर-पार को तैयार

गौतमबुद्ध नगर त्यागी सभा के जिला अध्यक्ष देवेंद्र त्यागी ने कहा कि श्रीकांत मामले में नोएडा पुलिस ने दबाव में आकर एकतरफा कार्रवाई की है। इससे समाज के लोग आहत हैं। महापंचायत में कई राज्यों से त्यागी समाज के लोग एकत्रित होकर इस मामले में उच्च स्तरीय जांच एवं सभी लोगों पर दर्ज मामले वापस लेने की मांग करेंगे।त्यागी सभा के महासचिव मुनेश त्यागी ने आरोप लगाया कि श्रीकांत की पत्नी अनु त्यागी को पुलिस ने थाने में बुलाकर प्रताड़ित किया। इसके खिलाफ त्यागी समाज महापंचायत में एकजुट होगा। महापंचायत करने के लिए त्यागी समाज के प्रतिनिधियों ने पुलिस से महापंचायत के आयोजन की अनुमति मांगी है।

 मेरा त्यागी समाज से किसी तरह का कोई द्वेष नहीं: MP महेश शर्मा 

वहीं, महापंचायत को लेकर संपर्क किए जाने पर MP महेश शर्मा ने शनिवार को कहा कि मेरा त्यागी समाज से किसी तरह का कोई द्वेष नहीं है। हम एक परिवार की तरह हैं। सेक्टर 93-बी स्थित सोसाइटी में महिला से अभद्रता के बाद मैंने इस घटना के आरोपी श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी की मांग एक जनप्रतिनिधि के रूप में की थी।उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का पद खाली हुआ, जिसमें मेरे नाम पर विचार चल रहा था। राजनीतिक षड्यंत्र के तहत कुछ लोगों का मकसद मुझे विवादों में लाना था, ताकि प्रदेश स्तर पर कोई जिम्मेदारी मुझे नहीं मिल पाए।

एमपी ने कहा कि सोसाइटी में हंगामे की सूचना पर पार्टी के आला नेताओं ने फोन करके उन्हें तत्काल मौके पर जाने के लिए कहा था। स्थानीय लोगों ने पहले ही छह लोगों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था।उन्होंने कहा कि त्यागी समाज का इस पूरे प्रकरण से कोई लेना-देना नहीं था। यह मुद्दा केवल श्रीकांत तक सीमित था। ना तो मैंने श्रीकांत पर गैंगस्टर कानून लगाने के लिए कहा और ना ही सोसाइटी में घुसने वाले युवकों को गिरफ्तार कराया था। दोनों काम पुलिस ने किए हैं। इस पूरे मामले में मैंने एक जनप्रतिनिधि के रूप में ही कार्रवाई की थी। मैंने पूरी बात भाजपा के वरिष्ठ नेताओं तक पहुंचाई है।