उत्तर प्रदेश: गाजियाबाद के एक ही गांव में 20 से अधिक मौतें, पिता एक बेटे को देकर आया मुखाग्नि, दूसरा मिला मृत
कोरोना वायरस संक्रमण ने गाजियाबाद में पिता के बुढ़ापे की दोनों लाठियों को छीन लिया। आठ घंटे में दो सगे भाईयो की मौत हो गयी है। नोएडा के ग्रेनो वेस्ट के जलालपुर गांव में पिछले 10 से 15 दिनों में छह महिला समेत 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
गाजियाबाद। कोरोना वायरस संक्रमण ने गाजियाबाद में पिता के बुढ़ापे की दोनों लाठियों को छीन लिया। आठ घंटे में दो सगे भाईयो की मौत हो गयी है। नोएडा के ग्रेनो वेस्ट के जलालपुर गांव में पिछले 10 से 15 दिनों में छह महिला समेत 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जलालपुर गांव में एक दिन में दो जवान बेटों की मौत के बाद पिता सदमे में है। मां बार-बार बेहोश हो रही है। पिता एक बेटे को मुखाग्नि देकर आया तो दूसरा घर में मृत मिला। मौत की वजह बुखार बताई गई है। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार हो रही मौत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन सुध नहीं ले रहा है।इस घटना में गांव के लोग डरे हुए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि मेडिकल सुविधाएं नहीं मिल रहीं है।
एक को दी मुखाग्नि दूसरा घर में मिला मृत
जलालपुर गांव निवासी अतर सिंह के बेटे पंकज को अचानक बुखार आया और मौत हो गई। बेटे को मुखाग्नि देकर घर पहुंचे ही थे कि दूसरे बेटे दीपक ने दम तोड़ दिया। दोनों को बुखार आया और ऑक्सिजन लेवल कम होता चला गया। गांव के समाजसेवी रविंद्र भाटी ने बताया कि 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि बुखार से 28 अप्रैल से मौत का सिलसिला शुरू हुआ। उन्होंने बताया कि ऋषि नागर का अचानक देहांत हो गया था। उसी दिन उनके बेटे का भी देहांत हो गया। उन्होंने बताया कि ज्यादातर लोगों की मौत घरों में हुई है। पहले बुखार आया और फिर ऑक्सिजन लेवल कम होता चला गया। गांव में ऐसा कोई घर नहीं बचा है, जिसमें बीमार न हो।रविन्द्र भाटी ने बताया कि एक दर्जन से अधिक लोग अभी भी हॉस्पीटल में एडमिटर्ती है। कई बार गांव में कैंप लगवाकर कोरोना की जांच की मांग की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर मौतें ऑक्सिजन लेवल कम होने पर बेड और वेंटीलेटर न मिलने से भी हुई है। डीएम सुहास एलवाइ का कहना है कि गांवों में सैनिटाइजेशन का कार्य कराया जा रहा है। हेल्थ डिपार्टमेंट की टीमों को भी अलर्ट कर दिया गया है।
गाजियाबाद 10 दिन में चार गांवों के 35 लोगों की मौत
गाजियाबाद जिले के चार गांवों में दस दिन में 35 से ज्यादा लोगों की बुखार से मौत हो चुकी है। इसमें मोदीनगर के गांव मोहम्मदपुर कद्दीम में 10, सीकरी कलां में 10, निवाड़ी में तीन, जलालाबाद में 12 और लोनी के गांव जावली में कुछ लोगों की मौत हुई है। मोदीनगर के गांव मोहम्मदपुर कद्दीम में लगभग तीन हजार की आबादी है। यहां पिछले दस दिनों में बुखार से 10 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, सीकरी कलां में कई लोग बीमार हैं और अब तक दस की जान जा चुकी है।निवाड़ी में और जलालाबाद की हालत भी काफी खराब है। यहां भी लगातार मौत हो रही है। अभी भी लगभग100 से 150 लोग बुखार व अन्य लक्षणों से पीड़ित हैं, जिनकी जांच नहीं हो पाई है और खुद घर में क्वारंटाइन हैं। ऐसे में वे घरेलू नुस्खे और गांव के डॉक्टर से हीं सामान्य दवा ले रहे हैं। प्रशासन की ओर से दावा किया जा रहा है कि गांवों में मेडिकल किट बांटी जा रही हैं, लेकिन लोगों का कहना है कि यहां अभी तक कोई ना तो जांच के लिए आया है ना कोई मेडिकल किट देने आया है।
जावली में डेढ़ माह में 40 की मौत
लोनी के जावली गांव में डेढ़ महीने के दौरान 40 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से अधिकांश को बुखार, खांसी, जुकाम आदि हुआ था। ग्राम प्रधान एवं गांव के लोगों का कहना है कि 80 परसेंट मौत सामान्य थीं, लेकिन दो की कोरोना से छह की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। उनको बुखार तो था, लेकिन उनकी कोरोना जांच नहीं हुई थी। ग्राम प्रधान प्रीति का कहना है कि कुछ लोग गांव में कोरोना की दहशत फैलाकर ग्रामीणों में डर पैदा कर रहे हैं। जबकि 80 परसेंट लोग सामान्य मौत से मर रहे हैं। ग्राम प्रधान ने गांव के हेल्थ वेलनेस सेंटर पर वैक्सीनेशन कराने तथा कोविड से बचाव के लिए गांव में सैनिटाइजेशन कराने के लिए बजट की मांग की है। प्रीति का कहना है कि उन्होंने अपने स्वयं के खर्चे से संपूर्ण गांव के सैनिटाइज करा दिया है।
20 दिन के अंदर बुखार से चार गांवों में 65 लोग मरे
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गांव खैरपुर गुर्जर, जलालपुर, मिलक लच्छी और सैनी में पिछले 20 दिन में 65 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से अधिकतर बुखार और खांसी से पीड़ित थे। ग्रामीणों ने प्रशासन से गांवों में जांच और वैक्सीनेशन का काम तेजी से कराने की मांग की है।
एक फैमिली के चार लोगों की मौत
ग्रेनो वेस्ट के खैरपुर गुर्जर गांव की आबादी 3500 है। 15 दिनों में 25 से अधिक लोगों की मौत हुई है। मरने वाले अधिकतर लोगों में बुखार, खांसी, जुकाम और हाथ-पैर में दर्द की शिकायत थी। गांव के राजेश शर्मा ने बताया कि कोरोना के मामले बढ़े हैं। एक सप्ताहमें उनके परिवार के चार लोगों की मौत हो चुकी है। इन लोगों को पहले बुखार आया और फिर सांस लेने में दिक्कत हुई। दीपक खारी ने बताया कि गांव में हो रही मौतों की जानकारी प्रशासन और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों को दी गई, लेकिन अभी तक सैनिटाइजेशन नहीं किया गया है।
पंचायत चुनाव का असर
जनपद में पंचायत चुनाव हुआ था। हालांकि यहां चुनाव नहीं होने थे, लेकिन यहां के कुछ लोग रिश्तेदारों या अन्य लोगों के पक्ष में चुनाव प्रचार में गए थे। इसके बाद यहां बुखार के पेसेंट बढ़े हैं।