उत्तर प्रदेश: मुनव्वर राना के बेटे लखनऊ से अरेस्ट, रायबरेली पुलिस ने दबोचा

रायबरेली पुलिस ने बुधवार की शाम मुनव्वर राना के बेटे तबरेज राना को लखनऊ स्थित आवास से अरेस्ट कर लिया। मुनव्वर राना मूलत: रायबरेली के किला बाजार निवासी हैं।अब वे लखनऊ में रहते हैं।

उत्तर प्रदेश: मुनव्वर राना के बेटे लखनऊ से अरेस्ट, रायबरेली पुलिस ने दबोचा
  • संपत्ति विवाद में चाचा व चचेरे भाई को फंसाने के लिए तबरेज ने खुद के वाहन पर कराई थी फायरिंग

लखनऊ। रायबरेली पुलिस ने बुधवार की शाम मुनव्वर राना के बेटे तबरेज राना को लखनऊ स्थित आवास से अरेस्ट कर लिया। मुनव्वर राना मूलत: रायबरेली के किला बाजार निवासी हैं।अब वे लखनऊ में रहते हैं। 
तबरेज को देर शाम रायबरेली ले जाया गया।एसपी श्लोक कुमार ने बताया कि खुद पर गोली चलवाने की योजना बनाने वाले आरोपी तबरेज राना को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए तबरेज राना से पूछताछ की जा रही है। मुनव्वर के पुत्र तबरेज के वाहन पर 28 जून को रायबरेली में फायरिंग हुई थी।तबरेज ने अपने चाचा व उनके घरवालों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया था। आरोप लगाया गया था कि लखनऊ जाते समय त्रिपुला के निकट इन लोगों ने फायरिंग कराई। 
पुलिस छानबीन के बाद दो जुलाई को खुलासा हुआ था कि तबरेजा राना ने पैतृक संपति को बेचने के बाद अपने चाचा और चचेरे भाई को फंसाने के लिए खुद को वारदात का अंजाम दिलाया था। वह 28 जून की शाम लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर शहर कोतवाली के त्रिपुला चौराहे के पास स्थित पेट्रोल पंप के बाहर खुद पर गोली चलवाई थी। पुलिस ने आसपास के लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो इस वारदात का खुलासा हो गया। पुलिस ने मामले में शूटर समेत चार लोगों को अरेस्ट र कर जेल भेज दिया था। तबरेज फरार हो गया था। 
कोर्ट में सरेंडर की बनाई थी प्लानिंग
रायबरेली पुलिस तबरेज की गिरफ्तारी के लिए लगातार रेड कर रही थी। लखनऊ के अलावा अन्य कई जिलों में उसके हर संभावित ठिकाने पर दबिश दी जा रही थी।  लेकिन लगातार वह पुलिस को चकमा दे रहा था। तबरेज ने पिछले  13 अगस्त को कोर्ट में सरेंडर के लिए प्रार्थनापत्र दिया था, लेकिन उसके बाद भी वह न्यायालय में हाजिर नहीं हुआ था। कोर्ट ने मंगलवार को तबरेज राना के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था। 
एमएलए बनने का था प्लान
शायर मुनव्वर राना के बेटा तबरेज राना खुद के बुने जाल में ही फंसते चला गया। तबरेज राना ने 85 लाख रुपये में पैतृक संपति को  बेच डाला था। इसके बाद खुद पर फायरिंग की योजना बनाई, जिससे उसका चाचा और चचेरा भाई फंस जाए। इसके बाद उसे सरकारी सुरक्षा व्यवस्था मिले जायेगी। वह अमेठी के एक सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की सपना संजोए हुए था।