उत्तर प्रदेश: लखीमपुर-खीरी में बवाल, हिंसा में आठ की मौत, मरने वालों में चार किसान और चार BJP वर्कर
उत्तर प्रदेश लखीमपुर में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुए बवाल में आठ लोगों की मौत हो गई है। बीजेपी नेताओं की गाड़ी कुचलकर चार किसानों की मौत हो गयी। जबकि जीप सवार तीन बीजेपी नेताओं और ड्राइवर को प्रदर्शन कर रहे भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला।आरोप है कि सेंट्रल मिनिस्टर अजय मिश्रा टेनी के बेटे की गाड़ी से किसान के कुचले जाने के बाद भीड़ हिंसक हो गयी।
- सेंट्रल मिनिस्टर अजय मिश्रा के बेटे की कथित गाड़ी से किसानों के कुचलने के बाद बढ़ा विवाद
- 20 किमी दायरे में इंटरनेट बंद
- पीएसी के साथ पैरा मिलिट्री फोर्स की तीन कंपनियां खीरी में तैनात
- सीएम योगी आदित्यनाथ ने की लोगों से शांति की अपील
- अजय मिश्र बोले- मेरा बेटा वहां था ही नहीं
लखनऊ। लखीमपुर में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुए बवाल में आठ लोगों की मौत हो गई है। बीजेपी नेताओं की गाड़ी कुचलकर चार किसानों की मौत हो गयी। जबकि जीप सवार तीन बीजेपी नेताओं और ड्राइवर को प्रदर्शन कर रहे भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला।आरोप है कि सेंट्रल मिनिस्टर अजय मिश्रा टेनी के बेटे की गाड़ी से किसान के कुचले जाने के बाद भीड़ हिंसक हो गयी।
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विपक्षी पार्टियों के नेताओं के सोमवार को लखीमपुर आने की सूचना है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत लखीमपुर पहुंच गये हैं। जिला प्रशासन अलर्ट है। एहतियातन जियो की इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। कुछ इलाकों में एयरटेल और अन्य कंपनियों ने भी अपनी इंटरनेट सेवा बंद कर दी है।जिला प्रशासन ने सोमवार को निजी स्कूल बंद रखने का फैसला किया है। फिलहाल घटनास्थल पर भारी पुलिस फोर्स और पीएसी की तैनाती है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और दीपेंद्र हुड्डा लखीमपुर के लिए रवाना हो चुके हैं। बीएसपी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा का हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। वीवीआईपी मूवमेंट और बवाल की आशंका के मद्देनजर इलाके में भारी पुलिस फोर्स और पीएसी तैनाती की गयी है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार और आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह लखीमपुर में कैंप कर रहे है।
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सेंट्रल मिनिस्टर के गांव में था दंगल का आयोजन
सेंट्रल मिनिस्टर और खीरी से एमपी अजय मिश्र टेनी के गांव बनबीरपुर में एक दंगल प्रतियोगिता का आयोजन था। इस कार्यक्रम में लखीमपुर दौरे पर आये डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या को चीफ गेस्ट बनाया गया था। डिप्टी सीएम के आने की सूचना पर आसपास की तहसीलों और जिलों के किसान तिकुनिया-बनबीरपुर मोड़ पर जमा हो गये। डिप्टी सीएम के काफिले के सामने प्रदर्शन करने और काले झंडे दिखाने की थी। हालांकि उसी समय बीजेपी नेताओं की दो एसयूवी उधर से गुजरीं और प्रदर्शन कर रहे किसानों पर चढ़ गईं।आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कथित तौर पर गाड़ी चढ़ा दी। इस हादसे में कई किसान घायल हो गये।
भीड़ ने किया मिनिस्टर के बेटे आशीष मिश्र मोनू के वाहन पर हमला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गुस्साई भीड़ ने मिनिस्टर के बेटे आशीष मिश्र मोनू के वाहन पर हमला बोल दिया। इसमें आशीष तो भाग गये लेकिन, ड्राइवर हरिओम प्रदर्शनकारियों के हत्थे चढ गया। ड्राइवर को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया। वहीं, एक अन्य गाड़ी के चालक की भी पिटाई से मौत हुई है। आशीष मिश्रा मोनू की थार जीप प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया। साथ ही कई अन्य वाहनों में भी आग लगा दी। वहीं। गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र ने इस घटना में अपने बेटे के शामिल होने से इनकार किया। मिश्र ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच घुसे कुछ शरारती तत्वों ने BJP के तीन कार्यकर्ताओं और उनके काफिले की एक गाड़ी के ड्राइवर को पीट-पीटकर मार डाला। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर उनका बेटा मौजूद ही नहीं था।
डीएम ने मारे गये किसानों की सूची जारी की
लखीमपुर खीरी के DM अरविंद कुमार चौरसिया ने मारे गये चार किसानों के नामों की लिस्टजारी की है..
गुरविंदर सिंह, उम्र - 20 साल, निवासी ग्राम - मकरोनिया नानपारा
दलजीत सिंह, उम्र - 35 साल, निवासी- बनजारा ठठ्ठा नानपारा
नक्षत्र सिंह, उम्र - 65 साल, निवासी - नयापुरवा धौरहरा
लवप्रीत सिंह, उम्र - 20 साल, निवासी - चौखड़ा फार्म मझगाई पलिया
सीएम योगी बोले- हर दोषी होगा बेनकाब
सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी की घटना पर दुख जताते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा है कि सरकार इस घटना की तह में जाएगी और इसमें शामिल तत्वों को बेनकाब करेगी। घटना में जो भी लिप्त होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने क्षेत्र के सभी लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों पर ही रहें और किसी के बहकावे में न आएं। मौके पर शांति व्यवस्था कायम रखने में अपना योगदान दें। किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले मौके पर हो रही जांच और कार्यवाही का इंतजार करें।
सीएम ने शासन के सीनीयर अफसरों व डीजीपी मुकुल गोयल के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। हालात पर काबू पाने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिये।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि सीएम के निर्देश पर चारों अधिकारी देर शाम लखीमपुर खीरी पहुंच गये हैं। हालात पर काबू पाने की कवायद में जुटने के साथ घटना के कारणों की गहराई से जांच कर रहे हैं।लखीमपुर घटना के बाद वहां मचे बवाल पर काबू पाने के लिए केंद्रीय बल की पांच कंपनियां और पीएसी की तीन अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं।सिद्धार्थनगर में परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार शाम चार बजे गोरखपुर पहुंचे। वहां सहजनवां क्षेत्र के खानिमपुर में पाइप्ड नैचुरल गैस के शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान लखीमपुर खीरी की घटना की जानकारी मिलने पर सीएम योगी अपना गोरखपुर प्रवास रद कर रात में लखनऊ लौट आये। लखनऊ आने से पहले उन्होंने अपर मुख्य सचिव कृषि डा. देकमिश्नर आयुक्त लखनऊ तथा आइजी लखनऊ को मौके पर जाकर हालात को नियंत्रित करने का निर्देश दिया।
क्या है मामला
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र और UP के डिप्टी CM केशव मौर्य एक कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी पहुंचे थे। जब इसकी जानकारी कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को लगी, तो वे हेलिपैड पर पहुंच गये। किसानों ने रविवार सुबह आठ बजे ही हेलिपैड पर कब्जा कर लिया था।इसके बाद, दोपहर लगभग 2.45 बजे सड़क के रास्ते मिश्र और मौर्य का काफिला तिकोनिया चौराहे से गुजरा, तो किसान उन्हें काले झंडे दिखाने दौड़ पड़े। इसी दौरान काफिले में शामिल अजय मिश्र के बेटे आशीष ने अपनी गाड़ी किसानों पर चढ़ा दी। इसके बाद आक्रोशित किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने आशीष मिश्र की गाड़ी समेत दो गाड़ियों में आग लगा दी।
मिनिस्टर ने दिये थे विवादित बयान
मिनिस्टर व खीरी एमपी अजय मिश्र टेनी ने एक सप्ताह पहले एक सभा में विवादित बयान दिये थे। विवादित बयान के वायरल वीडियो का गुबार रविवार को फूट गया।
कार्यक्रम छोड़कर ही लौटे डिप्टी सीएम
लखीमपुर में रविवार को पूरा दिन डिप्टी सीएम का कार्यक्रम बहुत व्यस्त था। जिला मुख्यालय पर करोड़ों की योजनाओं की सौगात देकर डिप्टी सीएम को मिनिस्टर अजय मिश्र के गांव बनवीरपुर जाना था लेकिनबवाल के कारण कारण डिप्टी सीएम को अपना कार्यक्रम अधूरा छोड़कर राजधानी के लिए रवाना होना पड़ा।
मिश्र पहले भी दिये हैं किसानों को लेकर विवादित बयान
उल्लेखनीय है प्रदर्शन करने पहुंचे किसान अजय मिश्र के पिछले बयान से भी नाराज थे। किसानों का कहना है कि मंत्री बनने के बाद अजय मिश्र ने कहा था कि हम अपनी पर आ गए तो हम क्या कर सकते हैं? यह सब जानते हैं। अजय मिश्र ने यह बयान किसानों की तरफ से काले झंडे दिखाये जाने के बाद दिया था।
सुधर जाओ वरना सुधार देंगे
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र ने पिछले 26 सितंबर को किसानों ने लखीमपुर में संपूर्णानगर क्षेत्र में काले झंडे दिखाये थे। मिश्र एक जनसभा को संबोधित करने जा रहे थे। जनसभा में उन्होंने खुद के विरोध का जिक्र करते हुए मंच से किसानों को धमकी दी थी। कहा था कि किसानों के अगुआ यानी संयुक्त किसान मोर्चा के लोग प्रधानमंत्री मोदी का सामना नहीं कर पा रहे हैं। आंदोलन को 10 महीने हो गये।
उन्होंने कहा कि अगर हम गाड़ी से उतर जाते तो काले झंडे दिखाने वालों को भागने का रास्ता नहीं मिलता। कृषि कानून को लेकर केवल 10-15 लोग शोर मचा रहे हैं। यदि कानून इतना गलत है तो अब तक पूरे देश में आंदोलन फैल जाना चाहिए। उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा था कि सुधर जाओ, नहीं तो सामना करो, वरना हम सुधार देंगे दो मिनट लगेंगे। विधायक-सांसद से बनने से पहले से लोग मेरे विषय में जानते होंगे कि मैं चुनौती से भागता नहीं हूं।
विपक्षी दलों ने साधा निशाना
यूपी के एक्स सीएम व समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, “कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्य मंत्री के पुत्र द्वारा गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय क्रूर कृत्य है। उन्होंने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की । उन्होंने ट्वीट किया, ''लखीमपुरी खीरी में भाजपाइयों द्वारा गाड़ी से रौंदे जाने की घटना में गंभीर रूप से घायल किसान नेता तेजिन्दर सिंह विर्क जी से अभी थोड़ी बात हो पाई, उनकी अति गंभीर स्थिति को देखते हुए सरकार उन्हें सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध कराए। ''अखिलेश ने आगे लिखा, ''बस एक मांग, मुख्यमंत्री इस्तीफा दें।''
राहुल गांधी, बसपा अध्यक्ष और राज्य की पूर्व मुख्यममंत्री मायावती, भारतीय किसान यूनियन, राष्ट्री य लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी आदि ने भी ट्वीट कर विरोध जताया।
नरसंहार पर चुप रहने वालों का जमीर मर चुका: राहुल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा- जो इस अमानवीय नरसंहार को देखकर भी चुप हैं, वो पहले ही मर चुका है, लेकिन हम इस बलिदान को बेकार नहीं जाने देंगे। किसान सत्याग्रह ज़िंदाबाद!
BJP को किसानों से नफरत: प्रियंका
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि बीजेपी - भाजपा देश के किसानों से कितनी नफरत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएंगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका। ये किसानों का देश है। बीजेपी की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है। किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।