पश्चिम बंगाल: 25-30 BJP एमएलए व दो एमपी TMC के संपर्क में ! मुकुल रॉय व शुभ्रांश कर रहे हैं बातचीत
बीजेपी ने नेशनल वाइस प्रसिडेंट मुकुल राय ने TMC में वापस आने के बाद से पश्चिम बंगाल में पॉलिटिकल सरगर्मी तेज हो गई है। मुकुल रॉय ने मीडिया से कहा कि वह कई बीजेपी एमएलए के साथ बातचीत कर रहे हैं।
- बंगाल की पॉलिटिक्स में बड़ी उथल-पुथल का दावा
कोलकाता। बीजेपी ने नेशनल वाइस प्रसिडेंट मुकुल राय ने TMC में वापस आने के बाद से पश्चिम बंगाल में पॉलिटिकल सरगर्मी तेज हो गई है। मुकुल रॉय ने मीडिया से कहा कि वह कई बीजेपी एमएलए के साथ बातचीत कर रहे हैं।
अपने पिता के साथ बीजेपी से तृणमूल में लौटे मुकुल के बेटे शुभ्रांशु ने कहा कि लगभग 25-30 बीजेपी एमएलए तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। बीजेपी के दो एमपी भी तृणमूल में शामिल होने के इच्छा जता चुके हैं। शुभ्रांशु ने कहा कि उनके पिता प्रेशर में थे। मैं देख सकता था कि यह उनके सेहत से पता चलता था। उन्होंने पहले की तरह विधानसभा चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं लिया। एक दिन उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं बीजपुर चुनाव जीतने जा रहा हूं। उस दिन वो बेहद अपसेट थे।
अब बीजेपी को जवाब देने समय: शुभ्रांग्शु
शुभ्रांग्शु ने मुकुल के प्लान को विस्तार से बताते हुए कहा कि भाजपा के कम से कम 20 से 25 एमएलए व दो ओमपी तृणमूल में आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के बाद किया, अब उसका जवाब देने का वक्त है।
मुकुल के टीएमसी में वापसी के साथ ही बीजेपी में बड़ी टूट की चर्चा
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद मुकुल राय के टीएमसी में वापसी के दिन से ही बीजेपी में बड़ी टूट की खबरें सामने आ रही हैं। बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी सोमवार को एमएलए के साथ गर्वनर जगदीप धनखड़ से मिलने पहुंचे तो। सुवेंदु के साथ 77 में से सिर्फ 51 एमएलए ही राजभवन पहुंचे थे। यह बंगाल बीजेपी में किसी बगावत के संकेत देना शुरू कर दिया है।मुकुल के तृणमूल में जाने के बाद से ही बीजेपी की नजर अपने नेताओं और एमएलए पर है। भाजपा की कोशिश है कि वो अपने नेताओं को पार्टी में ही रखे इसलिए ऐसे नेताओं पर नजर रखी जा रही है, जो पार्टी के कार्यक्रमों से अपनी दूरी बना रहे हैं। शुभेंदु अधिकारी की मौजूदगी में राजभवन में 25 विधायकों की गैरमौजूदगी को भी बीजेपी ने गंभीरता से लिया है।हालांकि बीजेपी ने कहा कि कुछ एमएलए स्वास्थ्य कारणों से नहीं आए। कुछ पहले से ही व्यस्त थे। लेकिन, कुछ ने पहले से कोई जानकारी नहीं दी थी।