आगरा : पुलिस कस्टडी में सफाईकर्मी की मौत, पीड़ित परिवार को 10 लाख मुआवजा, सरकारी नौकरी
गदीशपुरा पुलिस स्टेशन के मालखाने से 25 लाख रुपये चोरी के शक में हिरासत में लिए गए सफाई कर्मचारी अरुण वाल्मीकि की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद विवाद हो गया है। पुलिस ने पीड़ित परिवार से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को आगरा-लखनऊ हाइवे पर रोक दिया। हालांकि बाद में उन्हें चार लोगों के साथ जाने की अनुमति मिल गई। वाल्मीकि समाज के नेताओं ने परिवार के लिए एक करोड़ रुपए मुआवजा, सरकारी नौकरी और दोषी पुलिसवालों के खिलाफ मर्डर की एफआइआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की थी। यूपी गवर्नेनमेंट पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।
- प्रियंका को पुलिस ने रोका, फिर तार लोगों के साथ जाने की दी अनुमति
आगरा। जगदीशपुरा पुलिस स्टेशन के मालखाने से 25 लाख रुपये चोरी के शक में हिरासत में लिए गए सफाई कर्मचारी अरुण वाल्मीकि की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद विवाद हो गया है। पुलिस ने पीड़ित परिवार से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को आगरा-लखनऊ हाइवे पर रोक दिया। हालांकि बाद में उन्हें चार लोगों के साथ जाने की अनुमति मिल गई। वाल्मीकि समाज के नेताओं ने परिवार के लिए एक करोड़ रुपए मुआवजा, सरकारी नौकरी और दोषी पुलिसवालों के खिलाफ मर्डर की एफआइआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की थी। यूपी गवर्नेनमेंट पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।
पीड़ित परिवार ने दर्ज कराई एफआईआर
आगरा के डीएम ने परिवार को उत्तर प्रदेश शासन के इस फैसले से अवगत कराया। डीएम ने बताया कि परिवार को दस लाख रुपये मुआवजा देगी। साथ ही एक सदस्य को नगर निगम में सरकारी नौकरी मिलेगी। अरुण के परिवार के सदस्यों ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में पोस्टमार्टम की रिपोर्ट और प्रारम्भिक जांच के बाद केस दर्ज कर लिया गया है। वाल्मीकि समाज के नेताओं ने अरुण कुमार की मौत पर गुस्सा जताते हुए विरोधस्वरूप बुधवार को वाल्मीकि जयंती पर आयोजित कार्यक्रम रद कर दिये। लोकल सेल्फ बॉडी वर्कर्स यूनियन के उपाध्यक्ष विनोद इलाहाबादी ने कहा कि अरुण के परिवार को न्याय मिलने तक यह लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने परिवार के सदस्यों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा, एक सरकारी नौकरी और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि दोषी पुलिसवालों के खिलाफ इस मामले में मर्ड्रर का केस दर्ज होना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि 17 अक्टूबर को जगदीशपुरा पुलिस स्टेशन के मालखाने से 25 लाख रुपये कैश की चोरी हो गई थी। इस मामले में आईपीसी की धारा 457 और 380 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। जांच में जुटी पुलिस उन लोगों से पूछताछ कर रही थी जिनका थाने में अक्सर आना-जाना था। पुलिस का कहना है कि सफाईकर्मी अरुण कुमार थाने में सफाई के लिए अक्सर आता-जाता था। उसे मंगलवार को तासगंज क्षेत्र से पकड़कर पूछताछ की गई। पुलिस का दावा है कि अरुण ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली थी और बताया था कि कैश उसके घर पर है। पुलिस टीम उसे लेकर उसके घर पहुंची जहां से 15 लाख रुपये बरामद हुए। हालांकि रिकवरी के दौरान अरूण कुमार की तबीयत बिगड़ने लगी तो परिवार के सदस्यों और पुलिस द्वारा उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 'किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है?
कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह सरकार की तानाशाही है। पुलिस ऊपर के इशारे पर प्रियंका गांधी को पीड़ित परिवार से मिलने से रोक रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को प्रियंका गांधी और कांग्रेस से डर लगता है लेकिन कांग्रेस किसी के रोकने नहीं रुकने वाली। ससे पहले प्रियंका ने ट्ववीट भी किया। उन्होंने लिखा कि 'किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है? आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है। भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उत्तर प्रदेश सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है। इसकी उच्चस्तरीय जांच व पुलिस वालों पर कार्रवाई हो व पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले।
'प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि 'अरुण वाल्मीकि की मृत्यु पुलिस हिरासत में हुई। उनका परिवार न्याय मांग रहा है। मैं परिवार से मिलने जाना चाहती हूं। उत्तर प्रदेश सरकार को डर किस बात का है? क्यों मुझे रोका जा रहा है। आज भगवान वाल्मीकि जयंती है, पीएम ने महात्मा बुद्ध पर बड़ी बातें की, लेकिन उनके संदेशों पर हमला कर रहे हैं।'
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को फिलहाल आगरा में प्रवेश नहीं मिलेगा। आगरा के डीएम प्रभु एन सिंह ने शासन को भेजी रिपोर्ट। डीएम का कहना है कि सफाई कर्मचारी की मौत से जिस तरीके से हालात बदले हैं, उसे देखते हुए इन नेताओं को आगरा में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इनके आने से शहर की कानून व्यवस्था को खतरा पैदा हो सकता है। शांति होने पर नेताओं का शहर में स्वागत है। लखनऊ व नोएडा सहित अन्य डीएम को इससे अवगत करा दिया है।
अखिलेश यादव ने सरकार पर बोला हमला
समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने आगरा की घटना को लेकर सरका को घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 'भाजपा सरकार में पुलिस खुद अपराध कर रही है तो फिर अपराध कैसे रुकेगा? आगरा में पहले सांठगांठ कर थाने के मालखाने से 25 लाख की चोरी कराई गई फिर सच छिपाने के लिए गिरफ्तार किए गए सफाईकर्मी की कस्टडी में हत्या स्तब्ध करती है! हत्यारे पुलिस कर्मियों पर हो सख्त कार्रवाई।'
मायावती ने की पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भी पीड़ित परिवार को न्याय और पूरी मदद दिलाने की मांग सरकार से की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 'आगरा में सफाई कर्मी की पुलिस हिरासत में हुई मौत अति-दुखद व शर्मनाक है। यूपी सरकार दोषियों को सख्त सजा दे तथा पीड़ित परिवार की भी हर प्रकार से पूरी-पूरी मदद करे, बीएसपी की यह मांग है।