Bihar : JDU एमपी के बेटे की कंपनी को 1600 करोड़ का एंबुलेंस सप्लाई का कंट्रेक्ट, बीजेपी का नीतीश गवर्नमेंट पर हमला
बिहार के जहानाबाद से जेडीयू एमपी चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के बेटे की कंपनी को कथित रूप से1600 करोड़ रुपये के एंबुलेंस कंट्रेक्ट दिये जाने पर विवाद हो गया है। आरोप है कि नियमों की अनदेखी कर कंट्रेक्ट दिया गया है। अंग्रेजी न्यूज पेपर 'इंडियन एक्सप्रेस' ने इस संबंध में एक डिटेल रिपोर्ट प्रकाशित की है।
पटना। बिहार के जहानाबाद से जेडीयू एमपी चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के बेटे की कंपनी को कथित रूप से 1600 करोड़ रुपये के एंबुलेंस कंट्रेक्ट दिये जाने पर विवाद हो गया है। आरोप है कि नियमों की अनदेखी कर कंट्रेक्ट दिया गया है। अंग्रेजी न्यूज पेपर 'इंडियन एक्सप्रेस' ने इस संबंध में एक डिटेल रिपोर्ट प्रकाशित की है।
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#WATCH | BJP MP Ravi Shankar Prasad speaks about Bihar Govt awarding Rs 1600-crore ambulance contract to firm of JD(U) MP Chandeshwar Prasad Chandravanshi’s kin.
— ANI (@ANI) June 19, 2023
He says, "...Several discrepancies have been found about the company that has been awarded the contract...The manner… pic.twitter.com/Iat7mmvIjP
उक्त मामले में बीजेपी ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है। एक्स सेंट्रल मिनिस्टर व पटना साहिब के एमपी रविशंकर प्रसाद ने मामले की जांच की किया है।उन्होंने कहा कि 102 एम्बुलेंस सेवा गर्भवती महिलाओं, शिशुओं और गंभीर रोगियों के लिए हैऔर इसलिए सरकार इसकी गुणवत्ता से समझौता नहीं कर सकती है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आपात एम्बुलेंस चलाने के लिए ऐसी कंपनी को कंट्रेक्ट दे दिया गया है, इसके बारे में कई गड़बड़ियां पाई गई हैं।
उन्होंने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि महिलाओं-नवजात के स्वास्थ्य से जुड़े मामले में नियमों की अनदेखी करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि इस पर रोक लगाते हुए जांच कराई जानी चाहिए कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ तो नहीं हो रहा है।बीजेपी एमपी ने कहा कि कंट्रेक्ट दिया जाना नीतीश सरकार की ओर से पक्षपात का कार्य है। पीडीपीएल को 31 मई को राज्य भर में 2,125 एम्बुलेंस चलाने के लिए 1,600 करोड़रुपये का कंट्रेक्ट दिया गया था, जबकि मामला हाई कोर्ट के समक्ष लंबित था। पीडीपीएल और सम्मान फाउंडेशन के एक कंसोर्टियम के खिलाफ कई प्रतिकूल ऑडिट रिपोर्टें थीं।
यह है मामला
इंडियन एक्सप्रेस ने अपने रिपोर्ट में बताया है कि पटना हाई कोर्ट के आदेश को दरकिनार रखकर, ऑडिट्स अनियमितताओं के सामने आने और कई दस्तावेजों के लीक होने के बावजूद स्टेट गवर्नमेंट नेर फिर से एबुलेंस का 1600 करोड़ रुपये का कंट्रेक्ट जेडीयू एमपी के रिश्तेदारों द्वारा संचालित कंपनी को दे दिया है। रिपोर्ट के अनुसार ये कंपनी अगले पांच साल के लिए फिर से एम्बुलेंसों का प्रबंधन करेगी। एक नया नियम जोड़ा गया है कि अगली बार फिर से तीन साल के लिए इस एग्रीमेंट को आगे बढ़ाया जा सकता है।
‘डायल 102 इमरजेंसी सेवा’ के अंतर्गत बिहार में 2125 एम्बुलेंस हैं। इनके प्रबंधन का कार्य पटना स्थित ‘पशुपतिनाथ डिस्ट्रीब्यूटर्स प्राइवेट लिमिटेड (PDPL)’ को दे दिया गया है। इस कंपनी को जहानाबाद के एमपी चंदेश्वर सिंह चंद्रवंशी के रिश्तेदार चलाते हैं। इस सेवा के तहत एम्बुलेंस पेसेंट को हॉस्पिटल ले जातेऔर ले आतेहैं। गर्भवती महिलाओं और बच्चों से लेकर गंभीर रूप से बीमार मरीजों को मुफ्त में सरकार ये सेवा देती है। पीडीपीएल के डायरेक्टर्स में जेडीयू एमपी के बेटे सुनील कुमार भी हैं। सुनील कुमार की वाइफ नेहा रानी, एमपी के एक और बेटे जितेंद्र कुमार की वाइफ मोनालिसा और एमपी के साले प्रसाद निराला भी कंपनी के संचालकों में शामिल हैं। 2017 मेंभी इसी कंपनी और ‘सम्मान फाउंडेशन’ को 650 एम्बुलेंसों के प्रबंधन के लिए 400 करोड़ रुपयेका एग्रामेंट मिला था।