बिहार: भागलपुर विस्फोट की ATS रिपोर्ट पर DGP एसके सिंघल गंभीर, लेंगे बड़ा एक्शन, खाका तैयार

बिहार के भागलपुर में तीन मार्च 2022 की रात 11.30 बजे तातारपुर थाना क्षेत्र के काजवलीचक में हुए भीषण धमाके की रिपोर्ट एटीएस ने पुलिस हेडक्वार्टर को सौंप दिया है। अब पुलिस हेडक्वार्टर ने मामले में लोकल पुलिस की घोर लापरवाही पर कड़ा एक्शन और आने वाले समय में ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए कारगर रणनीति बनाई है। मामले मे अब डीजीपी एसके सिंघल ने बड़े बदलाव के संकेत दिये हैं।

बिहार: भागलपुर विस्फोट की ATS रिपोर्ट पर DGP एसके सिंघल गंभीर, लेंगे बड़ा एक्शन, खाका तैयार
  • दिये संकेत इस कार्रवाई से भागलपुर की बदल जायेगी तस्वीर

पटना। बिहार के भागलपुर में तीन मार्च 2022 की रात 11.30 बजे तातारपुर थाना क्षेत्र के काजवलीचक में हुए भीषण धमाके की रिपोर्ट एटीएस ने पुलिस हेडक्वार्टर को सौंप दिया है। अब पुलिस हेडक्वार्टर ने मामले में लोकल पुलिस की घोर लापरवाही पर कड़ा एक्शन और आने वाले समय में ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए कारगर रणनीति बनाई है। मामले मे अब डीजीपी एसके सिंघल ने बड़े बदलाव के संकेत दिये हैं।

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पुलिस अफसरों पर कार्रवाई की गाज गिरेगी

ऐसा भागलपुर, गोपालगंज समेत दरभंगा, बांका समेत अन्य जगहों में हुए धमाके की घटना और उन घटनाओं में भागलपुर, गोपालगंज, बांका में हुई विस्फोटकी घटना की प्रकृति में समानता को देखते हुए दिया है।भागलपुर में एटीएस की बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल टीम की रीजनल यूनिट बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है। एटीएस की रिपोर्ट में लोकल पुलिस की लापरवाही पर स्थानीय तातारपुर पुलिस स्टेशन में विस्फोट के समय मौजूद पुलिसकर्मियों के ट्रांसफर समेत अन्य पुलिस अफसरों पर भी कार्रवाई की गाज गिरने की बात कही जा रही है। पुलिस हेडक्वार्टर ने विस्फोट की आसूचना में विफल रही स्पेशल ब्रांच में भी भारी फेरबदल करने की तैयारी में है।

ब्लास्ट के तार आतंकी या नक्सली संगठनों से जुड़े होने की आशंका से इनकार

 एटीएस ने भागलपुर विस्फोट को लेकर अपनी जांच रिपोर्ट में ब्लास्ट के तार आतंकी या नक्सली संगठनों से जुड़े होने की आशंका से इनकार किया है। रिपोर्ट के अनुसार लोकल पुलिस स्येशन लेवल पर इस मामले में भारी लापरवाही बरती गई। इससे इतने दिनों तक एरिया में बम बनाने का काम चलता रहा। एटीएस ने अपनी जांच रिपोर्ट में लोकल पर इतनी भारी मात्रा में बारूद का स्टॉक करने और बिना लाइसेंस के पटाखों का निर्माण करने को लेकर लोकल पुलिस स्टेशन और प्रशासन को दोषी ठहराया है।

बारूद रखरखाव में गड़बड़ी या लापरवाही बरतने के कारण हुआ विस्फोट

विस्फोट की जांच के दौरान मलबे और बरामद अवशेष में सोडियम नाइट्रेट और सल्फर समेत ऐसे ही कुछ अन्य तत्व मुख्य रूप से मिले हैं। एटीएस की रिपोर्ट में इन विस्फोटों के कारणों को स्पष्ट करते हुए कहा गया है कि लोकल लेवल पर इलिगल रूप से पटाखा बनाने के लिए इन सामग्रियों का स्टॉक किया गया था। बारूद रखरखाव में गड़बड़ी या लापरवाही बरतने के कारण ही इनमें विस्फोट हो गया। एक साथ पूरे मिश्रण में विस्फोट होने से इसका असर इतना व्यापक हुआ। रखरखाव में कई लेवल पर लापरवाही बरतने की वजह से धमाके हुए। इसमें मुख्य है, दोनों मुख्य पदार्थों सोडियम नाइट्रेट और सल्फर को बड़ी संख्या में मिलाकर बंद डब्बे में रख दिया गया था। इससे डब्बे में दबाव बढ़ गया और विस्फोट हो गया। भागलपुर वाले मामले में इस मिश्रण को ऐसे स्थान पर रख दिया गया था, जो काफी गर्म था। इससे भी पूरे मिश्रण में एक साथ विस्फोट हुआ और इतनी बड़ी क्षति हो गई है। पुलिस हेडक्वार्टर इन बिंदुओं पर फारेंसिक जांच रिपोर्ट का भी इंतजार कर रही है।