बिहार: ग्रामीण विकास के डिप्टी डायरेक्टर के पास चार करोड़ की संपत्ति, बैंक लॉकर में मिला दो करोड़ की ज्वेलरी
बिहार के ग्रामीण विकास विभाग के डिप्टी डायरेक्टर शैलेंद्र कुमार भारती की कुल संपत्ति सरकार से अब तक मिले सैलरी से चार गुणा अधिक है। स्पेशल विजिलेंस यूनिट की रेड में उनके पास चार करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति मिली है।
- पटना में तीन फ्लैट तो बांका में पांच बीघा जमीन खरीदी
- अफसर बदले, लेकिन इनकी नहीं बदली कुर्सी
पटना। बिहार के ग्रामीण विकास विभाग के डिप्टी डायरेक्टर शैलेंद्र कुमार भारती की कुल संपत्ति सरकार से अब तक मिले सैलरी से चार गुणा अधिक है। स्पेशल विजिलेंस यूनिट की रेड में उनके पास चार करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति मिली है।
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भारती के पास दो करोड़ रुपये से अधिक की सोने की ज्वेलरी और बिस्किट है। एक करोड़ 85 लाख 50 हजार रुपये खर्च कर पटना में तीन फ्लैट, फुलवारी शरीफ में तीन कट्ठा जमीन और बांका में पांच बीघा जमीन खरीद रखा है। इनके एसबीआइ अकाउंट में 22 लाख तो इंडसइंड बैंक के अकाउंट में छह लाख रुपया कैश जमा मिला है।
सीओ से डिप्टी कलेक्टर व दो मिनिस्टर के निजी सचिव तक रहे
ग्रामीण विकास विभाग में डिप्टी डायरेक्टर शैलेंद्र कुमार भारती ने वर्ष 2002 में सरकारी नौकरी की शुरूआत की है। आरोप है कि हमेशा मलाइदार वाले जगहों पर अपनी पोस्टिंग करवाते रहे। जिस पद पर रहे और जहां भी इनकी पोस्टिंग हुई, वहां उन्होंने जमकर भ्रष्टाचार किया।एसयूवी ने ग्रामीण विकास विभाग में उप सचिव शैलेंद्र कुमार भारती के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज कर उनके दो ठिकानों पर रेड की। शैलेंद्र भारती के पटना स्थित आवास एवं कार्यालय में छापेमारी शुरू हुई जो देर शाम तक चली। जांच के दौरान मिली जानकारी के आधार पर उनके एक बैंक के लॉकर से दो करोड़ के सोना-चांदी, एक लाख रुपये कैश और अन्य संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए हैं।
सरकारी सेवा में रहते हुए अकूत संपत्ति अर्जित करने का आरोप
शैलेंद्र भारती पर सरकारी सेवा में रहते हुए अकूत संपत्ति अर्जित करने का आरोप है, जो उनके वेतन एवं अन्य ज्ञात स्रोतों से हुई आय की तुलना में काफी अधिक है। एसवीयू ने शैलेंद्र भारती के खिलाफ कुल 1 करोड़ 20 लाख 19 हजार 837 रुपये की आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में केस दर्ज किया है। इस मामले में सक्षम कोर्ट से सर्च वारंट लेने के बाद की गई छापेमारी में बरामद संपत्ति अभियुक्त की आय से चार गुना अधिक पाई गई। भारती के पास पटना में तीन फ्लैट व बांका में पांच बीघा जमीन के दस्तावेज मिले। एसवीयू के अनुसार इन संपत्तियों में आरपीएस मोड़ के पास 53 लाख रुपये का फ्लैट, कश्यप ग्रीन में 53 लाख का फ्लैट तथा जलालपुर में 29 लाख रुपये का फ्लैट शामिल है। इन फ्लैटों की साज-सज्जा में लाखों रुपये खर्च किए गए हैं। वहीं, शैंलेंद्र भारती द्वारा बांका में खरीदी गई पांच बीघा जमीन का बाजार मूल्य करीब 50 लाख रुपये है। वर्ष 2002 में फुलवारीशरीफ में खरीदा गया 55,000 रुपये का तीन कट्ठा का प्लॉट भी मिला है। आरोपी अफसर द्वारा पैसे काफी अधिक निवेश जमीन की खरीद एवं प्लॉट में किया गया है।
दो मंत्रियों के सरकारी आप्त सचिव भी रह चुके हैं शैंलेंद्र कुमार भारती
जांच के दौरान 22 लाख रुपये एसबीआई बैंक एवं अन्य बैंक शाखा में जमा हैं। एचडीएफसी बैंक, सगुना मोड़, पटना के लॉकर में दो करोड़ की ज्वेलरी और एक लाख रुपये कैश बरामद किया गया है। पटना के रूकनपुरा स्थित इंडसइंड बैंक में भारती एवं उनकी पत्नी के नाम से 6 लाख रुपये जमा हैं। शैंलेंद्र कुमार भारती दो मंत्रियों के सरकारी आप्त सचिव भी रह चुके हैं। शैलेंद्र भारती पूर्णिया में कार्यपालक दंडाधिकारी, आरा और घोसवारी अंचल में सीओ, सासाराम में सीनियर डिप्टी कलक्टर, सीवान में एसडीओ, पालीगंज, पटना एवं मुंगेर में एसडीओ तथा पटना में सिटी मजिस्ट्रेट के पद पर पदस्थापित रहे हैं। बिहार सरकार में इन्होंने बतौर सीओ (अंचल अधिकारी) के तौर पर अपनी नौकरी की शुरूआत की थी। पटना के घोसवरी और आरा में सीओ रह चुके हैं। पटना के पालीगंज, मुंगेर और सीवान में SDM रहे हैं। पूर्णिया में एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट, पटना में सिटी मजिस्ट्रेट और सासाराम में सीनियर डिप्टी कलेक्टर रह चुके हैं।