बिहार: पटना बाइपास पुलिस स्टेशन से केवल 500 मीटर दूरी पर पकड़ी गई दो करोड़ की शराब, आठ अरेस्ट, हो सकती है बड़ी कार्रवाई
बिहार में सुशासन की गवर्नमेंट की दावा व तमाम कोशिशों के बावजूद इलिगल शराब का कारोबार जारी है। शराबबंदी को लेकर सवाल लगातार उठ रहे हैं। एक्साइज डिपार्टमेंट ने रविवार की रात बाईपास पुलिस स्टेशन से पांच सौ मीटर की दूरी पर प्राइवेट गोदाम से लगभग दो करोड़ रुपये की अवैध विदेशी शराब पकड़ी है।
- सुशासन में शराबबंदी पर उठ रहे सवाल
- एक्साइज डिपार्टमेंट ने महादेव स्थान के पास गोदाम में रखी 35-40 हजार लीटर विदेशी शराब, तीन ट्रक और तीन मिनी ट्रक जब्त किया
पटना। बिहार में सुशासन की गवर्नमेंट की दावा व तमाम कोशिशों के बावजूद इलिगल शराब का कारोबार जारी है। शराबबंदी को लेकर सवाल लगातार उठ रहे हैं। एक्साइज डिपार्टमेंट ने रविवार की रात बाईपास पुलिस स्टेशन से पांच सौ मीटर की दूरी पर प्राइवेट गोदाम से लगभग दो करोड़ रुपये की अवैध विदेशी शराब पकड़ी है।गोदाम से 3.5 से चार हजार पेटी विदेशी शराब मिली है। इसमें 35-40 हजार लीटर शराब होने का अनुमान है।
एक्साइज टीम ने टाउन में शराब की अब तक की सबसे बड़ी खेप पकड़कर यह साबित कर दिया कि स्टेट में शराब का इलिगल कारोबार अब पूरी तरह संस्थाागत रूप ले चुका है। इस कारोबार को खत्म करना आसान नहीं होगा। एक्साइज टीम ने रविवार की रात गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए राजधानी से शराब की सबसे बड़ी खेप बरामद की है।एक्साइज डिपार्टमेंट के डिप्टी कमिश्नर कृष्णा पासवान के नेतृत्व में कई एसआइ की टीम ने रेड की। बाईपास पुलिस स्टेशन से लगभग 500 मीटर दूर महादेव स्थान के पास 90 गुणा 100 फीट के गोदाम में विदेशी शराब रखी गयी थी। टीम ने जब रेड की तो ट्रकों से शराब उतारी जा रही थीं। पुलिस ने मौके से दो ड्राइवर समेत छह लोगों को कस्टडीमें लिया है। मौके से तीन मिनी ट्रक और तीन ट्रक भी जब्त किये गये हैं। सभी शराब की बोतलें हरियाणा की बताई जा रही हैं।
पटना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल
राजधानी में बीचोबीच टाउन में शराब की इतनी बड़ी खेप मिलने से पटना पुलिस पर फिर से सवाल उठने लगे हैं। बाईपास पुलिस स्टेशन से चंद मीटर की दूरी पर गोदाम में शराब से ट्रक लाया जाता रहा। पुलिस को भनक तक नहीं लगी, यह बड़ा संदेह पैदा करता है। आशंका है कि इसी गोदाम से पटना के अलग-अलग ठिकानों पर छोटी-छोटी गाडिय़ों से शराब पहुंचाई जाती थी। पहले इस तरह के मामले सामने आने पर कई बार सरकार ने पूरे थाने पर भी कार्रवाई की है। देखना यह है कि इस बार सरकार क्याज फैसला करती है।