बिहार: किशनगंज थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार को पश्चिम बंगाल में भीड़ में अकेला छोड़ भागने वाले इंस्पेक्टर समेत सात पुलिसकर्मी सस्पेंड
पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में बाइक चोरी में शामिल क्रिमिनलों की गिरफ्तारी के लिए में रेड करने गये किशनगंज थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार को भीड़ में छोड़कर अपनी जान बचाकर भागने पर वाले एक इंस्पेक्टर व छह पुलिस कांस्टेबल पर के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया गया है। पूर्णिया जोन के आईजी सुरेश प्रसाद चौधरी ने किशनगंज सर्किल इंस्पेक्टर मनीष कुमार व छह पुलिस कांस्टेबल सस्पेंड कर दिया है।
- आईजी ने किशनगंज सर्किल इंस्पेक्टर व थह कांस्टेबल के खिलाफ की कार्रवाई
पटना। पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में बाइक चोरी में शामिल क्रिमिनलों की गिरफ्तारी के लिए में रेड करने गये किशनगंज थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार को भीड़ में छोड़कर अपनी जान बचाकर भागने पर वाले एक इंस्पेक्टर व छह पुलिस कांस्टेबल पर के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया गया है। पूर्णिया जोन के आईजी सुरेश प्रसाद चौधरी ने किशनगंज सर्किल इंस्पेक्टर मनीष कुमार व छह पुलिस कांस्टेबल सस्पेंड कर दिया है।
सस्पेंड होने वाले कांस्टेबल में राजू साहनी, अखिलेश्वर तिवारी, प्रमोद कुमार पासवान, उज्जवल कुमार पासवान, सुनील चौधरी व सुशील कुमार शामिल हैं। आईजी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि पुलिस टीम मिदनापुर में रेड करने गयी थी। अभियुक्त व उनके रिश्तेदारों समेत 500 लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। सर्किल इंस्पेक्टर मनीष कुमार व छह पुलिस कांस्टेबल मौके से भाग गये। किशनगंज थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार को भीड़ द्वा पकड़ कर निर्मममता से पीट-पीटकर मर्डर कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि भागने के बजाय उक्त पुलिसकर्मियों ने अपने कर्त्तव्य का निर्वहन विवेकपूर्ण ढ़ंग से किया गया तो संभवत: यह घटना नहीं घटती. इस कृत्य में प्रथमदृष्टया इनलोगों की लापरवाही परिलक्षति होती है।इस लापरवाही के लिए सभी को तत्काल प्रभाव से सामान्य जीवन यापन भत्ता पर सस्पेंड किया जाता है। सस्पेंशन की अवधि में इनका मुख्यालय पुलिस लाइन किशनगंज होगा।