बिहार:तेजस्वी का बड़ा आरोप, कहा- शराब तस्करी का सबसे बड़ा लाभार्थी JDU व बीजेपी लीडर
बिहार में जहरीली शराब से गोपालगंज, बेतिया व समस्तीपुर में हुई मौतों पर राजनीति गरमा गयी है। आरजेडी लीडर व विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शराबबंदी लागू करने वाले के मन में ही खोट बताया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि शराब की आय से सीएम नीतीश का JDU बिहार में सबसे धनी राजनीतिक दल बन गया है।
पटना। बिहार में जहरीली शराब से गोपालगंज, बेतिया व समस्तीपुर में हुई मौतों पर राजनीति गरमा गयी है। आरजेडी लीडर व विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शराबबंदी लागू करने वाले के मन में ही खोट बताया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि शराब की आय से सीएम नीतीश का JDU बिहार में सबसे धनी राजनीतिक दल बन गया है।
पुलिस की निगरानी में बिकती है शराब
उन्होंने कहा कि इससे 20 हजार करोड़ की समानांतर अर्थव्यवस्था खड़ी हो गई है। इसके सबसे बड़े लाभार्थी जेडीयू और बीजेपी के लीडर हैं।तेजस्वी ने आरोप लगाया है कि पुलिस की निगरानी में शराब की खुलेआम बिक्री होती है। पुन: तस्करों हवाले करने के लिए जब्त शराब और गाड़ी की थानों से ही बोली लगती है। इसके बड़े हिस्से से प्रशासन और सत्तारूढ़ नेताओं की जेब गर्म होती है।
सत्ताधारी नेताओं पर कार्रवाई नहीं, गरीब जाते हैं जेल
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन, मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग व पुलिस के सीनीयरअफसरों के तालमेल और हिस्सेदारी के बिना दूसरे प्रदेश से बिहार में शराब पहुंचना संभव नहीं है। इसी मिलीभगत के चलते आज तक किसी सीनीयर अफसर या सत्ताधारी लीडर पर कार्रवाई नहीं हुई। जबकि, लगातार सबूत मिल रहे हैं। नेता पकड़े भी जा रहे। उनके वीडियो भी मिल रहे। फिर भी कोई जेल नहीं जा रहा। वे पैसे देकर छूट जाते हैं। परंतु गरीब व अनुसूचित जाति के तीन लाख से अधिक लोग, जो पुलिस की जेबों को गरम करने के योग्य नहीं थे, का जीवन खराब कर दिया गया। तेजस्वी ने कहा कि जो लोग शराबबंदी कानून में जेलों में बंद हैं, वे सभी गरीब और अति पिछड़े वर्ग के लोग हैं।