झारखंड कांग्रेस अनुशासन समिति के प्रसिडेंट बने ब्रजेंद्र सिंह , जिला अध्यक्ष से हुआ बड़ा प्रमोशन

धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह को झारखंड कांग्रेस अनुशासन समिति का प्रसिडेंट बनाया गया है। एआइसीसी प्रसिडेंट सोनिया गांधी के आदेश से संगठन महासचिल केसी वेणुगोपाल ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है।

झारखंड कांग्रेस अनुशासन समिति के प्रसिडेंट बने ब्रजेंद्र सिंह , जिला अध्यक्ष से हुआ बड़ा प्रमोशन

धनबाद। धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह को झारखंड कांग्रेस अनुशासन समिति का प्रसिडेंट बनाया गया है। एआइसीसी प्रसिडेंट सोनिया गांधी के आदेश से संगठन महासचिल केसी वेणुगोपाल ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है।

यह भी पढ़ें: बिहार: नीतीश की नई गवर्नमेंट ने मिनिस्टर नही बनाने पर JDU के पांच भूमिहार MLA नाराज

कांग्रेस अनुशासन समिति एक्स मिनिस्टर केशव महतो कमलेश, कालीचरण मुंडा और अनादि ब्रह्म और शमशेर आलम को बतौर सदस्य नियुक्त किया गया है। वहीं अमूल्य नीरज खलको को समिति का कॉर्डिनेटर बनाया गया है। डॉ अजय के बाद से झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी में अनुशासन समिति नहीं बनी थी। इससे पहले तिलकधारी प्रसाद सिंह के नेतृत्व में अनुशासन समिति गठित थी जो लंबे समय तक कार्यरत रहा। सुखदेव भगत के पश्चात और डॉ अजय के कार्यकाल के कुछ समय उपरांत यह भंग हो गया। झारखंड में अनुशासन समिति नहीं रहने के वजह से इस दौरान कई नेताओं के अनरगल बयान और पार्टी विरोधी गतिविधि की शिकायतें आने के बाबजूद पार्टी इसपर एक्शन नहीं ले पा रही थी। पार्टी प्रावधान के अनुसार पार्टी के खिलाफ गतिविधि रखनेवाले नेताओं कार्यकर्ताओं पर यह कमिटी शिकायत मिलने के बाद समीक्षा कर आवश्यकता पड़ने पर एक्शन के लिए अनुशंसा करती है। अब नई कमिटी बनने के बाद संभावना जताई जा रही है कि पार्टी के तीन एमएळए के कैश कांड में फंसने के मुद्दे पर यह कमिटी सुनवाई करेगी।

झारखंड की राजनीति में ब्रजेंद्र सिंह को बडा़ प्रमोशन मिला है। वह पहले झारखंड कांग्रेस के महासचिव रहे चुके हैं। धनबाद के सीनीयर एडवोकेट ब्रजेंद्र सिंह दो टर्म से धनबाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष हैं। यूथ कांग्रेस से कांग्रेस की राजनीति शुरु करने वाले ब्रजेंद्र सिंह लगभग चार दशक से कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। एकीकृत बिहार से लेकर झारखंड में वह प्रदेेश की गुटीय राजनीति में सभी नेताओं के करीबी हैं। श्री सिंह कभी विवाद में नहीं है। मजदूर संगठन की राजनीतिक में वह इंटक से संबद्ध यूनियन आरसीएमएस अब आरकोमयू के सीनीयर पदधारक हैं। इंटक व फेडरेशन में भी पदाधिकारी हैं।