Jharkhand कैडर के IPS की च्वाइस बन रहा है सेंट्रल डेप्युटेशन
झारखंड कैडर के आईपीएस को स्टेट में मन नहीं लगता है। एक तरह से आइपीएस का स्टेट से मोहभंग हो रहा है। इन IPS की च्वाइस सेंट्रल डेप्युटेशन बन रहा है।
रांची। झारखंड कैडर के आईपीएस को स्टेट में मन नहीं लगता है। एक तरह से आइपीएस का स्टेट से मोहभंग हो रहा है। इन IPS की च्वाइस सेंट्रल डेप्युटेशन बन रहा है।
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झारखंड कैंडर के आइपीएस अफसरों में सेंट्रल डेप्युटेशन पर जाने की होड़ लगी हुई है। पिछले एक साल के दौरान झारखंड कैडर के सात आईपीएस अफसर सेंट्रल डेप्युटेशन पर गये हैं। स्टेट के छह आईपीएस सेंट्रल डेप्युटेशन पर जाने की तैयारी में हैं। एसपी रैंक के आइपीएस अफसरों को स्टेट छोड़ सेंट्रल डेप्युटेशन पर जाने से तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं।
झारखंड में वर्तमान में आईपीएस की कुल संख्या 124 है। इनमें कई आईपीएस ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे हैं। आईपीएस के सेंट्रल डेप्युटेशन पर जाने की कई प्रमुख वजह है। मुख्य रुप से पोस्टिंग में अनदेखी, वरीयता की अनदेखी से आइपीएस अफसर परेशान रहते हैं। टर्म पूरा होने से पहले ही ट्रांसफर किया जाना भी एक कारण है।
सेंट्रल डेप्युटेशन पर जाने के मेन कारण
एक ही अफसर के पास एक से ज्यादा डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी
नियमित तौर पर ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं होना
लंबे समय से शंटिंग में रहना
करियर के लिए सेंट्रल डेपुटेशन पर जाना हर आईपीएस के लिए जरूरी
झारखंड में काम करने का बेहतर माहौल नहीं मिलना
झारखंड कैडर के आईपीएस सेंट्रल डेप्युटेशन पर
एसएन प्रधान
अजय भटनागर
एम एस भाटिया
संपत मीणा
नवीन कुमार सिंह
बलजीत सिंह
आशीष बत्रा
साकेत कुमार सिंह
कुलदीप द्विवेदी
अभिषेक
अनूप टी मैथ्यू
क्रांति कुमार गदिदेशी
माइकल राज एस
राकेश बंसल
अनीश गुप्ता
पी मुरुगन
जया रॉय
शिवानी तिवारी
अखिलेश वॉरियर
अंशुमन कुमार
प्रशांत आनंद
हरिलाल चौहान
प्रियंका मीणा
विनीत कुमार
सेंट्रल डेप्युटेशन पर जाने की तैयारी में कई आइपीएस
एवी होमकर
डॉ तमिलवानन
सौरभ
आर रामकुमार
के विजय शंकर