महाराष्ट्र व झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने नियुक्ति किये पर्यवेक्षक, दो टीम का गठन

कांग्रेस का महाराष्ट्र व झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए डेढ़ दर्जन सीनीयर सेंट्रल ऑबजर्वरों की नियुक्ति की है। महाराष्ट्र को चुनावी दृष्टि से पांच क्षेत्रों में बांटकर पार्टी ने 11 पर्यवेक्षकों को सियासी रणनीति को जमीन पर सौंपने की कमान सौंपी है। झारखंड में चार नेताओं को ऑबजर्वर बनाया गया है।

महाराष्ट्र व झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने नियुक्ति किये पर्यवेक्षक, दो टीम का गठन
  • महाराष्ट्र को पांच चुनावी जोन में बांट 11 वरिष्ठ पर्यवेक्षक की तैनाती
  • अशोक गहलोत, सचिन पायलट और चन्नी व एमवी पाटिल को महाराष्ट्र में जिम्मेदारी
  • तारिक अनवर, अधीर के साथ तेलंगाना के मिनिस्टर बने झारखंड में सीनीयर ऑबजर्वर

नई दिल्ली। कांग्रेस का महाराष्ट्र व झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए डेढ़ दर्जन सीनीयर सेंट्रल ऑबजर्वरों की नियुक्ति की है। महाराष्ट्र को चुनावी दृष्टि से पांच क्षेत्रों में बांटकर पार्टी ने 11 पर्यवेक्षकों को सियासी रणनीति को जमीन पर सौंपने की कमान सौंपी है। झारखंड में चार नेताओं को ऑबजर्वर बनाया गया है।

यह भी पढ़ें:Jharkhand:वरुण रंजन बने रांची के डीसी, मनोज स्वर्गीयारी ने संभाला बोकारो एसपी का पदभार

कांग्रेस ने बीजेपी जैसी रणनीति अपनाया
कांग्रेस ने राजस्थान के एक्स सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के एक्स सीएम भूपेश बघेल, पंजाब के एक्स सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट और कर्नाटक के सीनीयर मनिस्टर्स  एमबी पाटिल तथा डा जी परेमश्वर जैसे दिग्गजों को  महाराष्ट्र में जमीनी स्तर पर चुनावी रणनीति के संचालन के लिए उतारने का फैसला किया है। यही रणनीति बीजेपी कई चुनावों से लगातार अपना रही है।
कांग्रेस ने हरियाणा की हार से लिया सबक
कांग्रेस हाईकमान के उक्त फैसले से साफ है कि हरियाणा के चुनाव में हैरान करने वाली हार के बाद पार्टी चुनावी रणनीति का पूरा दारोमदार सूबे के नेताओं पर छोड़ने का जोखिम पार्टी नहीं लेना चाहती। पहले दो या अधिकतम तीन की परिपाटी से अलग पार्टी ने इस बार 11 सीनीयर ऑबजर्वरों की नियुक्ति  सिर्फ महाराष्ट्र के लिए की है। इन 11 सीनीयर ऑबजर्वरों के अलावा कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक और अविनाश पांडे को प्रदेश चुनाव का वरिष्ठ समन्वयक बनाया गया है।झारखंड में तारिक व अधीर बने ऑबजर्वर
झारखंड में भी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने सीनीयर लीडर्स को ऑबजर्वर बनाया है। पार्टी ने सूबे के नेताओं को साफ संदेश देने की कोशिश कि है कि जमीनी हकीकत से परे उनके दावों को स्वीकार नहीं किया जाएगा। पार्टी हाईकमान चुनावी रणनीति को अपने स्तर पर डांवाडोल नहीं होने देगा। कटिहार के एमपी तारिक अनवर और पिछली लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता रहे अधीर रंजन चौधरी के साथ तेलंगाना के सीनीयर मिनिस्टर भट्टी विक्रामार्का मल्लू को झारखंड का वरिष्ठ केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। झारखंड और महाराष्ट्र के चुनावों के एलान के तत्काल बाद कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से इन नियुक्तियों की घोषणा की गयी है।

राहुल गांधी 19 अक्टूबर को रांची आयेंगे,ज्यां द्रेज, वासवी, दयामनी जैसे सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ परिचर्चा करेंगे एक्स कांग्रेस प्रसिडेंट

 कांग्रेस के एक्स प्रसिडेंट राहुल गांधी 19 अक्टूबर को रांची में संविधान बचाओ सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस सम्मेलन के जरिए वह झारखंड में चुनावी मुद्दों को टटोलेंगे। राहुल गांधी की कोर टीम के सदस्य रांची में कैंप कर  कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। बताया  जा रहा है कि इस कार्यक्रम में दल के नेताओं को छोड़कर सामाजिक कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया जायेगा।
राहुल गांधी के इस प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर उनकी कोर टीम के सदस्य प्रतिष्ठा सिंह, मनोज त्यागी, अनिल जैन आदि रांची में कैंप कर रहे हैं। सभी सदस्यों ने प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव, मुख्य प्रवक्ता किशोरनाथ शाहदेव, मीडिया प्रभारी सतीश पाल मुंजनी आदि नेताओं के साथ इस कार्यक्रम के लिए राजधानी रांची में बने सभागारों को देखा। टीम को जैप-1 का सभागार एवं रिम्स स्थित सभागार पसंद आया।रिम्स सभागार में कार्यक्रम के आयोजन के दौरान मरीजों, परिजनों और डाक्टरों की भारी भीड़ की संभावनाओं को देखते हुए राहुल गांधी की टीम जैप-1 के सभागार में ही कार्यक्रम का आयोजन कराने पर विचार कर रही है। इस मामले में अंतिम निर्णय बुधवार को होगा।
यह है राहुल गांधी का संविधान बचाओ कार्यक्रम का प्लान
राहुल गांधी के संविधान बचाओ कार्यक्रम को लेकर पार्टी सोर्सेज ने बताया कि इसमें दल के नेताओं को छोड़कर सामाजिक कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया जायेगा। झारखंड के वैसे सामाजिक कार्यकर्ताओं को पार्टी की ओर से बुलावा मिलेगा, जिनका झुकाव बीजेपी की ओर नहीं हो। सम्मेलन में नीति आयोग के सदस्य रह चुके ज्यां द्रेज, सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बारला, बासवी किड़ो जैसे लोगों को आमंत्रित किया गया है।
झारखंड के चुनावी मुद्दों को तलाशेंगे राहुल
कहा जा रहा है कि इनके साथ परिचर्चा में राहुल गांधी झारखंड में चुनावी मुद्दों की तलाश करेंगे। इस कार्यक्रम को लेकर मंगलवार को कांग्रेस मुख्यालय से पहुंची प्रतिष्ठा सिंह ने राहुल गांधी की कोर टीम के सदस्य मनोज त्यागी और अनिल जैन के साथ रांची में तैयारियों की समीक्षा की और कई सभागारों को देखने भी पहुंचीं। उनके साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, विधायक दल के नेता डा. रामेश्वर उरांव, सुबोधकांत सहाय आदि कई नेताओं के साथ एआईसीसी से आए पदाधिकारियों की बैठक हुई। जिसमें प्रतिभागियों की भागीदारी सुनिश्चित करने से लेकर संपर्क स्थापित करने एवं उन्हें आमंत्रित करने की पूरी तैयारी पर चर्चा हुई।