झारखंड में गवर्नमेंट को अस्थिर करने की साजिश, तीन अरेस्ट, जेल भेजे गये

पुलिस ने सरकार के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। तीनों के खिलाफ कोतवाली पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 419, 420 124-ए, 120 बी, 34 और पीआर एक्ट की धारा 171 के साथ पीसी एक्ट की धारा 8/9 में एफआईआर दर्ज गयी है। ये रांची के रातू रोड, बोकारो और पलामू के रहने वाले हैं।

झारखंड में गवर्नमेंट को अस्थिर करने की साजिश, तीन अरेस्ट, जेल भेजे गये
  • एमएलए संग हवाई यात्रा का विवरण और कैश बरामद

रांची। पुलिस ने सरकार के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में अभिषेक दुबे,अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। तीनों के खिलाफ कोतवाली पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 419, 420 124-ए, 120 बी, 34 और पीआर एक्ट की धारा 171 के साथ पीसी एक्ट की धारा 8/9 में एफआईआर दर्ज गयी है। ये रांची के रातू रोड, बोकारो और पलामू के रहने वाले हैं।

पुलिस ने तीनें के पास से दो लाख रुपये कैश व लोकल एमएलए साथ हवाई यात्रा के विवरण से संबंधित दस्तावेज भी बरामद किये गये हैं। पुलिस की छापेमारी के दौरान गिरफ्तार आरोपियों के अन्य साथी मौके से फरार होने में सफल रहे। झारखंड की मौजूदा सरकार के खिलाफ कुछ लोग साजिश रच रहे थे। इसकी सूचना पर पुलिस टीम ने कुछ बड़े होटलों में गुरुवार की देर रात से शुक्रवार देर रात तक चली।
बेरमो एमएलए अनूप सिंह ने दो दिन पहले की थी कंपलेन
एमएलए के खरीद-फरोख्त मामले को लेकर बेरमो से कांग्रेस एमएलए अनूप सिंह ने दो दिन पहले रांची के कोतवाली पुलिस स्टेशन में कंपलेन की थी। इसके बाद से ही इस मामले में स्पेशल ब्रांच रेस हुआ था।अनूप सिंह ने कहा कि उन्होंने 22 जुलाई को कोतवाली पुलिस स्टेशन में एक आवेदन दिया था। 

अनूप ने कहा कि बीजेपी के लोग शुरू से ही राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को अस्थिर करना चाहते थे। यही वजह है कि मधुपुर चुनाव के समय भाजपा के नेताओं ने यह बयान दिया था कि मधुपुर चुनाव जीत गये तो झारखंड में बाबूलाल मरांडी सीएम होंगे. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। उन्हें यह जानकारी मिली थी कि अलग-अलग जगहों के कुछ लोग राजनीतिक षड्यंत्र को अंजाम देने के लिए रांची में कैम्प किये हुए हैं। हवाला के जरिये बड़े पैमाने पर लेन-देन की सुचना मिली थी। इसी क्रम में यह भी पता चला कि सत्तारूढ़ दलों के विधायकों के खरीद-फरोख्त के लिए और लेन-देन के लिए बातचीत चल रही है। ताकि कुछ विधायकों को प्रलोभन से तोड़कर सरकार गिराई जा सके।