चीन में कोरोना बलास्ट 80 करोड़ कोरोना संक्रमित होंगे, सामूहिक अंतिम संस्कार शुरू, हॉस्पिटल में जगह नहीं

चीन में कोरोना बलास्ट हो गया है। देश के ‍विभिन्न प्रांतों में तेजी कोरोना संक्रमण फैल रहा है। हॉस्पिटल में जगह नहीं है। समय पर दवा नहीं मिल पा रहे हैं। दाह संस्कार के के लिए शमशान में लंबी लाइन लही हुई है। संक्रमण से हो रही मौतों के कारण बॉडी का सामूहिक अंतिम संस्कार किया जा रहा है। 

चीन में कोरोना बलास्ट 80 करोड़ कोरोना संक्रमित होंगे, सामूहिक अंतिम संस्कार शुरू, हॉस्पिटल में जगह नहीं

बीजिंग। चीन में कोरोना बलास्ट हो गया है। देश के ‍विभिन्न प्रांतों में तेजी कोरोना संक्रमण फैल रहा है। हॉस्पिटल में जगह नहीं है। समय पर दवा नहीं मिल पा रहे हैं। दाह संस्कार के के लिए शमशान में लंबी लाइन लही हुई है। संक्रमण से हो रही मौतों के कारण बॉडी का सामूहिक अंतिम संस्कार किया जा रहा है। 

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चीन में संक्रमण के हालात 2020 की याद दिला रहे हैं। अस्पतालों के सभी बेड भरे हैं। मेडिकल स्टोर्स में दवाएं खत्म हो रही हैं। मरीज इलाज के लिए डॉक्टर के सामने गिड़गिड़ाते देखे जा सकते हैं। बच्चों को बुखार आ रहा है तो मांएं आलू से उतारने की कोशिश कर रहीं हैं। बीजिंग के सबसे बड़े श्मशान में 24 घंटे अंतिम संस्कार हो रहे हैं। सामूहिक अंतिम संस्कार शुरू हो गए हैं।हालांकि, कोरोना से मौतें के सरकारी आंकड़े रोजाना पांच-10 ही बताये जा रहे हैं। एक्सपर्ट का दावा है कि असल आंकड़ा काफी ज्यादा है।

लॉकडाउन खत्म होने के बाद हो सकती है 21 लाख मौतें 
चीन में अगले कुछ महीनों में 80 करोड़ लोग कोरोना संक्रमित हो सकते हैं।लंदन की ग्लोबल हेल्थ इंटेलिजेंस कंपनी एयरफिनिटी ने कहा कि चीन में जीरो कोविड पॉलिसी खत्म होने के बाद 21 लाख मौतें हो सकती हैं। एयरफिनिटी ने इसकी वजह चीन में कम वैक्सीनेशन और एंटीबॉडीज में कमी बताया।
नया वैरिएंट BA.5.2.1.7 यानी BF.7 भी मिला
चीन में नया वैरिएंट BA.5.2.1.7 यानी BF.7 भी मिला है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह ओमिक्रॉन का सबसे खतरनाक म्यूटेशन है। एक पेसेंट18 लोगों को संक्रमित कर रहा है।कोरोना केस बढ़ने से बिजनेस ठप पड़ गये हैं। सबसे ज्यादा फूड डिलीवरी व्यवसाय प्रभावित हुआ है।
वर्ल्ड में सात दिन में मिले 35 लाख कोरोना केस
Worldometers.info के डेटा के अनुसार, एक वीक में वर्ल्ड में कोरोना के 34 लाख 84 हजार मामले सामने आये हैं। नौ हजार 928 लोगों की मौत हुई है। चीन में सात दिन में 15 हजार 548 केस और सात मौतें रिपोर्ट की गई हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स को आशंका है कि सही आंकड़ा छुपाया जा रहा है। मरीजों की संख्या कई गुना ज्यादा हो सकती है। जापान, दक्षिण कोरिया और फ्रांस में एक हफ्ते में सबसे ज्यादा केस आये हैं। इन देशों में पेसेंट की संख्या 10 लाख 65 हजार, चार लाख 61 हजार और तीन लाख 58 हजार है। इंडिया में सात दिन में 1,081 मामले सामने आये हैं।

BF.7 है ओमिक्रॉन का सबसे शक्तिशाली वैरिएंट
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन में फैल रहा BF.7 ओमिक्रॉन का सबसे शक्तिशाली वैरिएंट है। यह पहले संक्रमित हो चुके लोगों, फुली वैक्सीनेटेड लोगों या दोनों को ही बीमार बना रहा है। ये जल्दी ट्रांसफर होता है। लक्षण भी पुराने कोरोना वैरिएंट्स के मुकाबले जल्दी सामने आ जाते हैं।
एक पेसेंट 18 लोगों को संक्रमित करने में सक्षम
BF.7 का रिप्रोडक्शन नंबर (RO) 10-18.6 है। इसका मतलब कि इससे संक्रमित होने वाला एक पेसेट औसतन 10 से 18.6 लोगों को एक बार में इन्फेक्ट करने में सक्षम है। आमतौर पर ओमिक्रॉन वैरिएंट का औसतन RO 5.08 पाया गया है। शायद यही वजह है कि चीन में कोरोना केसेस दिनों में नहीं, बल्कि घंटों में दोगुने हो रहे हैं।
कमजोर इम्यूनिटी वालों के लिए जानलेवा
BF.7 के लक्षणों में सर्दी-, खांसी, बुखार, गले में खराश, हरारत, उल्टी और डायरिया शामिल हैं। कमजोर इम्यूनिटी वाले मरीजों के लिए यह घातक साबित हो सकता है। चूंकि चीन में सख्त प्रतिबंधों का पालन किया जा रहा था। इसलिए लोगों में वायरस के खिलाफ इम्यूनिटी मजबूत हो ही नहीं पाई।

चीन में अप्रैल में आयेगा कोरोना का पीक
अमेरिका के इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवेलुएशन (IHMI) ने एक हालिया रिपोर्ट में कहा है कि चीन में अप्रैल की शुरुआत में कोरोना का पीक आयेगा। उस समय तक मौतों की संख्या तीन लाख 22 हजार तक पहुंचने की आशंका है। वहीं, अमेरिकी साइंटिस्ट एरिक फेगल-डिंग ने चेतावनी देते हुए कहा कि 90 दिन में चीन की 60% आबादी यानी लगभग 80 करोड़ लोग लोग कोरोना से संक्रमित होंगे।
अगले तीन महीनों में तीन लहरें आयेंगी
एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगले तीन महीनों में कोरोना की तीन लहरें आएंगी। महामारी विशेषज्ञ वू जुनयू की मानें तो अभी चीन में संभावित तीन लहरों में से पहली लहर चल रही है। इसके बाद दूसरी लहर जनवरी माह के बीच आयेगी। अभी देश में एक हफ्ते का लूनर ईयर सेलिब्रेशन चलता है, जिससे लाखों लोग देश में आते-जाते हैं। ऐसे में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। तीसरी लहर फरवरी के आखिर से मार्च के बीच आ सकती है। इस समय सभी लोग अपनी छुट्टियां मानकर वापस लौटते हैं। ऐसे में ज्यादा लोग इन्फेक्शन रिपोर्ट कर सकते हैं।

10% बुजुर्ग वैक्सीनेटेड, उन्हें खतरा ज्यादा
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में प्रोफेसर और इंटरनेशनल हेल्थ एडवाइजर डॉ. रामशंकर उपाध्याय ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि चीन में अब तक वैक्सीनेशन 38% ही हुआ है। 65 की उम्र से अधिक के लोगों में ये 10% ही है। जीरो कोविड पॉलिसी के कारण लोगों में कोरोना से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम भी डेवलप नहीं हो पाया। ऐसे में अब लोगों के एक साथ बाहर निकलने के कारण वहां कोरोना विस्फोट तो होना ही था। हालांकि चीन का दावा है कि उसकी 90% आबादी फुली वैक्सीनेटेड है।