देश में कोरोना वायरस संक्रमण से बिगड़े हालात,146 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 15 परसेंट से ज्यादा, सरकार ने उठाये कई ठोस कदम
कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार से देश में हालात गंभीर होते जा रहे हैं। देश में 146 जिले ऐसे हैं जहां पॉजिटिविटी रेट 15 परसेंट से अधिक है। यह चिंता का विषय है। अभी देश में एक्टिव केस की संख्या21,57,000 है। यह संख्या पिछले साल के हमारे अधिकतम संख्या के दो गुणा है। रिकवरी दर 85 परसेंट व डेथ रेट 1.17 परसेंट है।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार से देश में हालात गंभीर होते जा रहे हैं। देश में 146 जिले ऐसे हैं जहां पॉजिटिविटी रेट 15 परसेंट से अधिक है। यह चिंता का विषय है। अभी देश में एक्टिव केस की संख्या21,57,000 है। यह संख्या पिछले साल के हमारे अधिकतम संख्या के दो गुणा है। रिकवरी दर 85 परसेंट व डेथ रेट 1.17 परसेंट है।
सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टरी के सेकरेटरी राजेश भूषण ने बताया कि सरकार कोरोना के खिलाफ लड़ाई में तेजी लाने जा रही है। आने वाले दिनों में सरकार संक्रमितों के इलाज के लिए बेड की संख्याक और बढ़ायी जा रही है। उन्होंने बताया कि पिछले साल औसत सबसे ज्यादा मामले 94 हजार रोजाना दर्ज किए गएयेथे। इस बार पिछले 24 घंटों में 2,95,000 मामले दर्ज़ किये गये हैं। देश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन तेजी से चलाया जा रहा है। देश में 13 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज़ दी जा चुकी हैं। पिछले 24 घंटों में लगभग 30 लाख वैक्सीन डोज दी गई हैं। देश में लगभग 87 परसेंट हेल्थ वर्करों को उनकी पहली डोज दी जा चुकी है। देश में 79 परसेंट फ्रंट लाइन वर्कर्स को पहली डोज लगाई जा चुकी है।
भूषण ने बताया कि अगले फेज में वैक्सीनेशन के लिए अब नई रणनीति घोषित की गई है। इसके 12 सिद्धांत होंगे जिनके तहत वैक्सीनेशन किया जायेगा। वैक्सीन निर्माण करने वाली कंपनी 50 परसेंट वैक्सीनन की सप्लाई सेंट्रल गवर्नमेंट को करेंगे जबकि 50 परसेंट सप्लाई अन्य को की जायेगी। इनमें स्टेट गवर्नमेंट और प्राइवेट हॉस्पीटल सीधे वैक्सीनन कंपनी से खरीद कर सकेंगे। वैक्सीनन डेवलपर इसके प्राइस पारदर्शी तरीके से घोषित करेंगे। वैक्सीेन किसी भी सूरत में खुले बाजार में नहीं मिलेगी।
सेंट्रल हेल्थ सेकरेटी ने बताया कि आने वाले दिनों में वैक्सी न डेवलपर से सेंट्रल गवर्नमेंट या प्राइवेट हॉस्पीटल या स्टेट गवर्नमेंट को ही वैक्सीन की सप्लाई होगी होगी। जैसे अब तक होता आया है कि सेंट्रल गवर्नमेंट की ओर से प्राइवेट हॉस्पीटल को वैक्सीरन उपलब्ध कराई जाती थी वह अब नहीं कराई जायेगी। अब केवल दो व्यसवस्थांएं होगी। पहली सेंट्रल गवर्नमेंट की फ्री वैक्सीनेशन की व्य्वस्थाे जिसमें गरीबों उम्र दराज और बीमार लोगों का वैक्सीनेशन होगा जबकि दूसरी प्राइवेट की ओर से टीकाकरण की व्यीवस्थास जिसमें लोग सीधे प्राइवेट अस्पकतालों से वैक्सीजन लगवायेंगे। राजेश भूषण ने बताया कि सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा सप्लाई किये गये वैक्सीन के आधार पर संचालित वैक्सीनेशन सेंटर निशुल्क वैक्सीन उपलब्ध करायेंगे। इन सेंटरों में आयु की सीमा 45 साल रहेगी। इसमें हेल्थ स्टाफ और फ्रंट लाइन वर्कर्स भी शामिल होंगे। स्टेट गवर्नमेंट या प्राइवेट हॉस्पीटल द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले वैक्सीनेशन में 18 वर्ष से ज्यादा आयु के सभी लोग वैक्सीनेशन करा सकेंगे।