देवघर:पुलिस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने डिपार्टमेंट की जमीन का कर दिया सौदा, एसपी ने प्रसिडेंट, सेकरेटरी व कैशियर को सस्पेंड किया
तीन पुलिस अफसरों ने डिपार्टमेंट की जमीन की सौदा कर डाली थी। मामला पकड़ में आने के बाद तीनों को सस्पेंड कर दिया गया है। ये तीनों देवघर पुलिस एसोसिएशन के पदाधिकारी भी हैं। इस जालसाजी में संलिप्त पाए जाने वाले एसोसिएशन के कैशियर अमरेन्द्र सिंह, उनके बेटे अनंत कुमार सिंह व एक अन्य के खिलाफ टाउन पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी व जालसाजी की एफआइआर दर्ज करायी गयी है।
- एसपी ने सीओ से जांच कराई तो पाया गया कि कि देवघर पुलिस की है जमीन
- जमीन पर देवघर पुलिस का कब्जा सौ वर्ष से अधिक से
- देवघर पुलिस फिर से जमीन पर कब्जा हो गया
देवघर। तीन पुलिस अफसरों ने डिपार्टमेंट की जमीन की सौदा कर डाली थी। मामला पकड़ में आने के बाद तीनों को सस्पेंड कर दिया गया है। ये तीनों देवघर पुलिस एसोसिएशन के पदाधिकारी भी हैं। इस जालसाजी में संलिप्त पाए जाने वाले एसोसिएशन के कैशियर अमरेन्द्र सिंह, उनके बेटे अनंत कुमार सिंह व एक अन्य के खिलाफ टाउन पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी व जालसाजी की एफआइआर दर्ज करायी गयी है।
आरोप है कि अमरेन्द्र सिंह ने अन्य के साथ मिलकर देवघर पुलिस स्टेशन से कुछ दूर व बिग बाजार के समीप पुलिस की जमीन की सौदेबाजी की। अमरेंद्र ने ही इस जमीन की चाबी जमीन कारोबारी को सौंपी थी। इसके बदले उन्होंने अपने बेटे के बैंक अकाउंट में दो लाख रुपये लिये थे।
वीडियो व ऑडियो वायरल होने के करायी गयी जांच
इस मामले का वीडियो व ऑडियो वायरल होने के बाद एसपी पीयूष पांडेय ने मामले की जांच कराई थी। जांच में पता चला कि अमरेन्द्र सिंह ने इस जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए अपने बेटे के बैंक अकाउंट में दो लाख रुपये जमीन कारोबारी से मंगवाये थे। इसके बाद एसआइ रेणु कुमारी के बयान पर मामला दर्ज किया गया। जांच की आंच पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष विजेन्द्र सिंह, सचिव नगेन्द्र ओझा तक पहुंच गई है। कहा जा रहा है कि सौदेबाजी में इनलोगों की संलिप्तता है। इसके आधार पर एसपी ने इन दोनों को भी सस्पेंड कर दिया है।
देवघर पुलिस की जमीन
पिछले दिनों दिनदहाड़े दो लोग पुलिस की इस जमीन के अंदर घुस गये। पहले से गेट में लगे ताला को तोड़कर अपना ताला लगा दिया। इसकी वीडियो सामने आया था। इसके बाद अमरेन्द्र सिंह की जमीन कारोबारी से हुई बातचीत से जुड़ा एक ऑडियो भी सामने आ गया था। जिसमें ताला खोलने, चाबी लेने की बात कही गई है। इसके बाद अमरेन्द्र व नगेन्द्र ओझा के बीच हुई बातचीत का एक और ऑडियो सामने आया। इसके बाद एसपी ने सीओ से जमीन की जांच कराई। जांच में पाया गया कि तो पाया कि उक्त जमीन देवघर पुलिस की है। इसपर देवघर पुलिस का कब्जा सौ वर्ष से अधिक से है। इस जमीन पर फिर से देवघर पुलिस का कब्जा हो गया है।
एसपी पीयूष पांडेय का कहना है कि मामला सामने आने के बाद इसकी जांच कराई गई। जांच में पाया गया कि अमरेन्द्र सिंह इसमें सीधे तौर पर संलिप्त है। उन्हें सस्पेंड कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस एसोसिएशन के दो अन्य अफसर नगेन्द्र ओझा व विजेंद्र सिंह को भी सस्पेंड किया गया है। इनके खिलाफ डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग शुरू हो गई है।