धनबाद:15 व 16 मई को शांति भवन, अशोक नगर, शास्त्री नगर, मटकुरिया में होगी कोरना इंटेनसिव टेस्टिंग
वैश्विक महामारी की दूसरी लहर में लोगों को संक्रमण से बचाने एवं मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह ने 15 व 16 मई 2021 को शांति भवन, अशोक नगर, शास्त्री नगर, मटकुरिया, बड़ा गुरुद्वारा, ओज़ोन एक्जोटिका, बैंक मोड़ में इंटेनसिव टेस्टिंग करने का निर्देश दिया है।
- संक्रमित, मृत मरीजों के आंकड़ों का अध्ययन व हॉटस्पॉट की पहचान कर ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के प्रभाव को किया जायेगा काम
धनबाद। वैश्विक महामारी की दूसरी लहर में लोगों को संक्रमण से बचाने एवं मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह ने 15 व 16 मई 2021 को शांति भवन, अशोक नगर, शास्त्री नगर, मटकुरिया, बड़ा गुरुद्वारा, ओज़ोन एक्जोटिका, बैंक मोड़ में इंटेनसिव टेस्टिंग करने का निर्देश दिया है।
इस संबंध में डीसी ने कहा कि मृत्यु दर की मैपिंग कर वलनरेबल एरिया को चिन्हित किया गया है। कोरोना की दूसरी लहर की मारक क्षमता पूर्व से अधिक है और संक्रमण के कारण मृत्यु दर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।इसलिए उपरोक्त क्षेत्रों में 15 व 16 मई को इंटेनसिव टेस्टिंग की जाएगी। साथ ही टीम में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं वरीय सुपरवाइजर को निर्देश दिया है कि कम से कम क्षेत्र के 500 से अधिक लोगों की जांच करेंगे। लोगों को जांच के लिए प्रेरित करने के लिए कोरोना जांच की उपयोगिता भी बतायेंगे।टीम द्वारा परिवार के सदस्य, सोसायटी के अध्यक्ष या सचिव का सहयोग लेकर यह सुनिश्चित करेंगे कि अधिक से अधिक लोग जांच में भाग ले।
संक्रमित, मृत मरीजों के आंकड़ों का अध्ययन व हॉटस्पॉट की पहचान कर ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के प्रभाव को किया जायेगा काम,
सिवियर एक्युट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन का होगा सर्वे
ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, श्री उमा शंकर सिंह ने आईडीएसपी सेल को प्रखंड एवं पंचायत वार अध्ययन कर पिछले 10 दिनों का संक्रमण एवं मृत्यु दर का अध्ययन करने तथा हॉटस्पॉट की पहचान करने का निर्देश दिया है।इस संबंध में डीसी ने कहा कि 12 मई को माननीय मुख्यमंत्री झारखंड द्वारा आहूत समीक्षा बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के उचित प्रबंधन पर विशेष बल दिया गया है।उन्होंने कहा प्रवासी मजदूरों एवं धनबाद के अन्य निवासियों का अपने गांव एवं पंचायतों में आने से ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण में वृद्धि होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। ग्रामीण क्षेत्रों में सीमित स्वास्थ्य सुविधा होने के कारण संक्रमण में वृद्धि हो सकती है। इसलिए समय पर उचित स्वास्थ्य प्रबंधन करना अत्यंत आवश्यक है।डीसी ने कहा कि इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में हॉटस्पॉट, कोरोना क्षमता वाले संभावित क्षेत्र, कोविड ट्रीटमेंट प्रोटोकोल पर एसओपी जारी की गई है।
हॉटस्पॉट के लिए एसओपी
हॉटस्पॉट चिह्नित करने के बाद एपी सेंटर चिह्नित कर 50 से 100 मीटर के रेडियस को संबंधित बीडीओ व सीओ 12 घंटे के अंदर पूरी तरह से सील व उसकी बैरिकेडिंग करेंगे। यह भी सुनिश्चित करेंगे कि हॉटस्पॉट में कोरोना संक्रमण की चेन को रोका जा सके। हॉटस्पॉट में कंटेनमेंट जोन 14 दिनों के लिए मान्य होगा। सभी प्रकार का आवागमन पूरी तरह से बंद रहेगा। विशेष परिस्थिति में बीडीओ, सीओ की अनुमति से आवागमन की अनुमति दी जाएगी। पीडीएस, राशन, दवाई दुकान इत्यादि की आपूर्ति के लिए आपूर्तिकर्ता की डिटेल सूचना का प्रचार प्रसार किया जाएगा। होम डिलीवरी के माध्यम से आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति की जाएगी। हॉटस्पॉट में शत-प्रतिशत लोगों की जांच आरएटी, आरटी पीसीआर या ट्रू-नाट से की जायेगी।
कोविड ट्रीटमेंट प्रोटोकोल के लिए एसओपी
कोरोना क्षमता वाले संभावित क्षेत्र में प्रखंड के सेविका, सहायिका, सहिया, पोषण सखी का एक संयुक्त जांच दल *सिवियर एक्युट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन* (एसएआरआइ) का सर्वे करेगा। जांच दल के पास पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मल गन तथा अन्य सुरक्षा उपकरण रहेंगे। जांच के क्रम में कोरोना के हल्के एवं गंभीर लक्षण वाले मरीजों को चिह्नित किया जायेगा।
कोरोना का लक्षण वाले लोगों के लिए एसओपी
कोरोना के हल्के लक्षण वाले 45 वर्ष से कम उम्र के लोगों को हिम्मत ऐप एवं स्वरक्षा ऐप के माध्यम से होम आइसोलेशन की सुविधा प्रदान की जाएगी। यदि ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन के लिए अनुकूल स्थिति नहीं होगी तब संक्रमित परिवार के सदस्यों को जागरूक करते हुए संस्थागत कोविड हेल्थ फैसिलिटी में भेजा जायेगा। डीसी ने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद ने ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण चीन को तोड़ने का निश्चय किया है। साथ ही त्वरित जांच तथा ग्रामीणों का उचित स्वास्थ्य प्रबंधन करने का निर्णय लिया है। जिससे अधिक से अधिक ग्रामीणों को संक्रमण के प्रभाव से बचाया जा सके।