धनबाद: कोऑपरेटिव बैंक में ढाई करोड़ के लोन घोटाला के आरोपी बीसीओ व एक्स मैनेजर अरेस्ट, ACB ने नाटकीय ढ़ंग से दबोचा
ACB धनबाद की टीम ने सोमवार को भ्रष्टाचार के कोऑपरेटिव बैंक के 2.50 करोड़ रुपये के घोटाले मामले में बड़ी एक्शन किया है। एसीबी ने टीम ने दो भ्रष्टाचारियों रिटायर बैंक मैनेजर सखिचन्द महतो और गुमला के बीसीओ घनश्याम मंडल को अरेस्ट कर लिया।
धनबााद। ACB धनबाद की टीम ने सोमवार को भ्रष्टाचार के कोऑपरेटिव बैंक के 2.50 करोड़ रुपये के घोटाले मामले में बड़ी एक्शन किया है। एसीबी ने टीम ने दो भ्रष्टाचारियों चर्चित बैंक मनैजर रहे सखिचन्द महतो और गुमला के बीसीओ घनश्याम मंडल को अरेस्ट कर लिया।
धनबाद एसीबी टीम ने लगभग सात साल पुराने ढाई करोड़ रुपये के गबन के मामले में रिटाायर्ड कोऑपरेटिव बैंक झरिया ब्रांच के मैनेजर सखिचन्द महतो को उनके बरवाअड्डा पुलिस स्टेशन एरिया के आसनबनी आवास से दबोचाा। गुमला बीसीओ धनश्याम मंडल को रणधीर वर्मा चौक के समीप से गिरफ्तार किया गया। गुमला बीसीओ बीसीओ छुट्टी में अपने धनबाद के सरायढेला स्थित अपने घर आये थे। एसीबी में वर्ष 2013 में दर्धज लोन घोटाले से संबंधिक केस में नौ लोगों विनोद कुमार, अखिलेश कुमार, नंद किशोर मिश्रा, रमोद नारायण झा, शेषनाथ सिंह, तंत्रनाथ झा,परशुराम चौहान, सखीचंद महतो व घनश्याम मंडल एक्युज्ड हैं। इसमें सात लोगों ने हाइकोर्ट से बेल ले लिया है। सखीचंद और घनश्याम फरार चल रहे थे।
यह है मामला
झरिया को-ऑपरेटिव बैंक से कई कोलियरी क्रेडिट सोसाइटी संबंद्ध है।इसमें तीन कोलियरी नॉर्थ तिसरा, गोपालीचक व बोर्रागढ़ कोलियरी क्रेडिट सोसाइटी से जुड़े हैं। इसका काम कोल स्टाफ को लोन देना था। आरोप है कि कोल स्टाफ के बदले बाहरी लगों को लोन दे दिया गया। मामले की कंपलेन रांची के रजिस्ट्रार के पास पहुंची। रांची से आये दो डिप्टी रजिस्ट्रार सुनील कुमार व अनुप कुमार ने पूरे मामले की जांच की। जांच में आरोप सही पाया गया। इसके बाद स्ज्यटेट गवर्नमेंट ने मामले की जांच एसीबी को सौंप दिया था।