धनबाद: 34 वें नेशनल गेम घोटाले प्रभात शर्मा के घर CBI रेड,10 घंटे रेड के बाद कई दस्तावेज ले गई टीम
पटना सीबीआइ की टीम ने 34वें नेशनल गेम घोटाले को लेकर शुक्रवार की सुबह बैंक मोड़ टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित झारखंड ताइक्वाडो संघ के महासचिव प्रभात शर्मा एवं उनके भाई संजय शर्मा के आवास में रेड की। संजय शर्मा भी ताइक्वांडो संघ के पदाधिकारी हैं। लगभग10 घंटे तक चली रेड के बाद शाम सवा चार बजे सीबीआइ की पूरी टीम वहां से निकल गई। टीम अपने साथ कई दस्तावेज जब्त कर ले गई है।
धनबाद। पटना सीबीआइ की टीम ने 34वें नेशनल गेम घोटाले को लेकर शुक्रवार की सुबह बैंक मोड़ टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित झारखंड ताइक्वाडो संघ के महासचिव प्रभात शर्मा एवं उनके भाई संजय शर्मा के आवास में रेड की। संजय शर्मा भी ताइक्वांडो संघ के पदाधिकारी हैं। लगभग10 घंटे तक चली रेड के बाद शाम सवा चार बजे सीबीआइ की पूरी टीम वहां से निकल गई। टीम अपने साथ कई दस्तावेज जब्त कर ले गई है।
यह भी पढ़ें:नई दिल्ली : BCCL को मिले 11 कोल मिनिस्टर्स अवार्ड
सीबीआइ पटना के डीएसपी सुरेंद्र दीपावत के नेतृत्व में टीम ने सुबह छह बजे ही दोनों भाइयों प्रभात शर्मा एवं उनके भाई संजय शर्मा के बैंक मोड़ के टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित आवास पर रेड शुरू की। रेडके दौरान घर में मौजूद सभी लोगों के मोबाइल जब्त कर लिये गये थे। घर के लोगों को बाहर नहीं जाने दिया और न ही बाहर के किसी भी व्यक्ति को अंदर आने दिया गया। टीम ने घर में मौजूद एक-एक कागजात को खंगाला।
रेड के दौरान प्रभात शर्मा एवं उनके भाई संजय शर्मा घर में मौजूद नहीं थे। दोनों भाई दिल्ली गये हुए हैं। प्रभात शर्मा ने बताया कि उनकी सीबीआइ अफसरों से बात हुई है। सीबीआइ ने बताया कि यह रूटीन जांच है। विदित हो कि प्रभात शर्मा एवं उनके भाई संजय शर्मा नेशनल गेम घोटाला में नेम्ड एक्युज्ड नहीं हैं। इन्विस्टीगेशन के दौरान सीबीआइ को प्रभात शर्मा की संलिप्तता के सबूत मिले हैं। इसी आधार पर शुक्रवार को उनके आवास की घेराबंदी की गई। वहीं, सीबीआइ के प्रवक्ता ने बताया कि प्रभात शर्मा के आवास पर रेड की गई है। इन्विस्टीगेशन में यह बात सामने आयी है कि साजिश रचने में इनकी भूमिका थी। सोर्सेज का कहना है कि 34वें राष्ट्रीय खेल को लेकर विभिन्न टेंडरों व उससे जुड़े भुगतान में हुई गड़बड़ियों की तह तक जाने के लिए सीबीआइ एवीडेंस जुटा रही है। इससे पहले 26 और 27 मई को रांची एवं धनबाद के 12 से अधिक ठिकानों पर सीबीआइ रांची की टीम ने रेड की थी।
धनबाद में 11 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च की गई
झारखंड हाई कोर्ट ने नेशनल गेम के आयोजन में 28 करोड़ से अधिक राशि खर्च करने के मामले में सीबीआइ जांच का आदेश दिया था। इसमें से 11 करोड़ से अधिक की राशि धनबाद में खर्च की गई थी। इसमें दो स्टेडियम और दो स्पोर्ट्स हास्टल का निर्माण किया गया था। नेशनल गेम की आयोजन समिति पर आरोप है कि स्टेडियम निर्माण में गुणवत्ता से खिलवाड़ किया गया। प्राक्कलन की राशि से अधिक खर्च कर स्टेडियम बनवाया गया। इस मामले में सीबीआइ ने चार लोगों को नेम्ड एक्युज्ड बनाया है। इसमें 34वें नेशनल गेम आयोजन समिति के चेयरमैन सह झारखंड ओलिंपिक एसोसिएशन के सचिव व सीनीयर एडवोकेट आरके आनंद, समिति के संगठन सचिव एसएम हाशमी, कोषाध्यक्ष मधुकांत पाठक व तत्कालीन खेल निदेशक पीसी मिश्रा शामिल हैं।