धनबाद: चाइल्ड लाइन बैंक से जरूरतमंद बच्चों को मिलेंगे कपड़े व किताबें

कोयला राजधानी धनबाद में जरूरतमंद बच्चों को कपड़े, जूते-चप्पल, खिलौने और किताबें उपलब्ध कराया जायेगा। चाइल्ड लाइन धनबाद के डायरेक्टर व बाल कल्याण संघ के सदस्य संजय मिश्र ने यह जानकारी दी। वह चाइल्डलाइन की ओर से आयोजित रिसोर्स एजेंसी के साथ वर्चुल बैठक को संबोधित कर रहे थे। 

धनबाद: चाइल्ड लाइन बैंक से जरूरतमंद बच्चों को मिलेंगे कपड़े व किताबें
  • 30 सरकारी व गैर सरकारी संगठनों ने की पहल

धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद में जरूरतमंद बच्चों को कपड़े, जूते-चप्पल, खिलौने और किताबें उपलब्ध कराया जायेगा। चाइल्ड लाइन धनबाद के डायरेक्टर व बाल कल्याण संघ के सदस्य संजय मिश्र ने यह जानकारी दी। वह चाइल्डलाइन की ओर से आयोजित रिसोर्स एजेंसी के साथ वर्चुल बैठक को संबोधित कर रहे थे। 
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान बच्चों के मूलभूत आवश्यकता की वस्तुएं नहीं मिल रही हैं।इसी उद्देश्य से चाइल्ड लाइन कार्यालय में कपड़ा बैंक, जूता बैंक, खिलौना बैंक और बुक बैंक स्थापित किया गया है। इस बैंक में कोई भी कपड़ा, खिलौना जूते चप्पल और बुक लाकर दे सकते हैं। उन सामाग्रियों को जरुरतमंद और झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को दिया जायेगा। बंगाली वेलफेयर सोसाइटी के सचिव गोपाल भट्टाचार्या ने कहा कि वैसे बच्चे जिनके पास मास्क, सैनिटाइजर व पठन पाठन सामग्री उपलब्ध नहीं है। उनकी लिस्ट चाइल्ड लाइन दे ताकि उन तक सामग्री पहुंच सके।

बाल कल्याण समिति के सदस्य विद्योतमा बंसल ने कहा ऐसे बच्चों के कोविड-19 जांच का भी सुझाव दिया। जिला बाल संरक्षण ईकाई के आनंद कुमार ने कहा कि जिला बाल संरक्षण ईकाई बच्चों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सहयोग प्रदान करेगा। इस दौरान पहला कदम की डायरेक्टर अनिता अग्रवाल ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निश्शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही कोविड -19 के दौरान बच्चों को ऑनलाइन प्रशिक्षण पहला कदम उपलब्ध करा रहा है।
प्रियदर्शनी यादव ने कहा कि झुग्गी झोपड़ी एवं स्लम एरिया में रहने वाले बच्चों को शिक्षा से जोड़ा जायेगा। ग्राम प्रौद्योगिक विकास संस्थान के निदेशक रिपु धवन, रोटी बैक के राहुत कुमार, लायंस क्लब के सुनिल कुमार, एलिसा विश्वास, शंकर नापित, अरुण, अभिमन्यु, उमेश, अनिता, नीरज, विकास समेत जिला में बाल अधिकार एवं संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाले गैर सरकारी संस्था और सरकारी संस्थान के 30 प्रतिभागियों ने भाग लिया।