धनबाद: सरायढेला स्टील गेट सब्जी मंडी में सिलिंडर विस्फोट से लगी थी आग, प्रशासनिक शिथिलता से MLA राज सिन्हा नाराज

सरायढेला स्टील गेट सब्जी बाजार में लगी आग पर रात में घंटो मशक्त के बाद काबू पा लिया गया था। फायर बिग्रेड और सरायढेला पुलिस की टीम ने मंगलवार को घटनास्थल की जांच की। आग लगने से पहले सब्जी बाजार में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने की बात सामने आ रही है। 

धनबाद: सरायढेला स्टील गेट सब्जी मंडी में सिलिंडर विस्फोट से लगी थी आग, प्रशासनिक शिथिलता से MLA राज सिन्हा नाराज

धनबाद। सरायढेला स्टील गेट सब्जी बाजार में लगी आग पर रात में घंटो मशक्त के बाद काबू पा लिया गया था। फायर बिग्रेड और सरायढेला पुलिस की टीम ने मंगलवार को घटनास्थल की जांच की। आग लगने से पहले सब्जी बाजार में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने की बात सामने आ रही है। 

मुआवजा की मांग

सब्जी बाजार लगी आग की घटना में घायल दोनों लोगों को इलाज के लिए शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। सिलेंडर ब्लास्ट होने से एक व्यक्ति के सर में चोट लगी है, जबकि दूसरे का हाथ जख्मी हुआ है।दुकानदारों में सुगिया डीह के शंभू विश्वकर्मा को ढाई लाख का नुकसान हुआ है। उनका तीन फ्रीजर कोल्ड ड्रिंक समेत जल गया। सोमनाथ शर्मा, प्रेम मिस्त्री की फर्नीचर की दुकान में तैयार फर्नीचर और लकड़ी समेत जल गयी।निरंजन राजवंशी की आलू-प्याज, लहसुन की दुकान थी। रीना रजक, श्रीराम अधिकारी, गौतम मंडल, मनसा रजक, शंभू कुंभकार, हफीजुल, जसीम अंसारी, पवन कुमार  की भी सब्जी व फल की दुकानें पूरी तरह जलकर राख हो गई। सभी को 50 हजार से दो लाख के बीच का नुकसान है। इनलोगों का कहना है कि आग की शुरुआत एक शराब दुकान से हुई। होटल में रात भर शराबखोरी चलती थी। आग वहीं से शुरू हुई और पूरे बाजार में फैल गई। पहले इसकी शिकायत एसडीओ से की गई थी लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। सिलेंडर  ब्लास्ट होने से वह और तेज हो गई जिसमें उनका सब कुछ जलकर राख हो गया। 

एसडीओ ने किया दौरा
एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने मंगलवार को स्टील गेट सब्जी बाजार का दौरा किया। उन्होंने सारी स्थिति को देखा और अवैध रूप से गैस सिलेंडर बेचने और रिफिलिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही। पुलिस ने सब्जी मंडी से 16 छोटे गैस सिलेंडर को जब्त किया है। इसमें कुछ खाली हैं और कुछ में गैस भरी हुई है।सब्जी बाजार में छोटे गैसे सिलेंडर खरीद बिक्री करने की दो दुकानें थीं। बताया जाता है कि इन दुकानों में छोटे सिलेंडर की रिफिलिंग भी होती थी। यही कारण है कि इस दुकान में गैस से भरे हुए सिलेंडर रखे हुए थे। जब आग पर थोड़ा काबू पाया गया तो फायर बिग्रेड को यहां से 16 छोटे गैस सिलेंडर मिले। 

पांच गैस सिलेंडर ब्लास्ट हुए

कहा जा रहा है कि सब्जी बाजार में एक के बाद एक पांच गैस सिलेंडर ब्लास्ट हुए हैं। आग लगने के बाद कुछ लोग वीडियो बना रहे थे। इसी दौरान गैस सिलेंडर ब्लास्ट करना शुरू किया। सिलेंडर ब्लास्ट होते ही लोग भागने लगे। सूचना मिलने के 15 मिनट के अंदर ही फायर बिग्रेड और पुलिस की टीम घटना स्थल पहुंच कर आग पर काबू पाने का काम शुरू कर दिया था।पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की इसमें किसी के आग लगाने की बात कही जा रही है तो कोई शार्ट सर्किट इसे मान रहा है। 

एमएलए राज सिन्हा नाराज, कहा अवैध रूप से बिकती है शराब
सब्जी मंडी में आगजनी की घटना के बाद मंदलावर राज सिन्हा मौके पर पहुंच स्थिति की जानकारी ली।यहां से उन्होंने डीसी व सीओ को फोन लगाया लेकिन दोनों अफसरों ने उनका फोन नहीं उठाया। इससे राज सिन्हा नाराजगी जताते हुए कहा कि धनबाद के अफसरों को यहां के लोगों की चिंता नहीं है। उन्होंने सरकार से सब्जी विक्रेताओं को मुआवजा दिलाने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि धनबाद की पुलिस हेलमेट और मास्क चेकिंग करने में फंसी हुई है। जबकि हाट बाजारों में खुले रूप से अवैध शराब की बिक्री हो रही है। जहां तहां जमावड़ा लगा कर लोग शराब पीने और पिलाने का काम कर रहे हैं। ऐसे जगहों पर असामाजिक तत्व भी जुट रहे हैं लेकिन पुलिस इन पर कार्रवाई नहीं कर पा रही है।

एसडीओ ने मांगी सूची
मौके पर पहुंचे एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने दुकानदारों की सूची मांगी है। एमएलए राज सिंह की मांग पर उन्होंने कहा कि जिन दुकानदारों की क्षति  हुई है वे अपने नुकसान की सूची बनाकर जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएं। ताकि मुआवजा दिया जा सके।सब्जी मंडी में मंगलवार की सुबह से ही दुकानदार यहां अपने नुकसान का जायजा ले रहे थे। प्रशासन से मांग करने की रणनीति बना रहे हैं कि कुछ मुआवजा मिल जाए। एमएलए राज सिन्हा, फुटपाथ दुकानदार रोजी-रोटी उपार्जन संघ के श्यामल मजूमदार, टाउन वेंडिंग कमेटी के जितेश बहादुर सिंह आदि लोग दुकानदारों के दुख में शरीक होने पहुंचे हुए थे। फुटपाथ दुकानदार रोजी-रोटी उपार्जन संघ एवं टाउन वेंडिंग कमिटी ने डीसी से दुकानदारों के लिए मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि गलती किसी और की थी और खामियाजा इन दुकानदारों को भुगतना पड़ा। उनकी रोजी-रोटी छिन गई और वह फुटपाथ पर आ चुके हैं। प्रशासन उनके लिए व्यवस्था करे। वेंंडर्स के लिए जो कानून बने हैं उसके तहत उन्हें मुआवजा दिया जाए।