धनबाद: एक्स एमपी आनंद मोहन की रिहाई की मांग, पत्नी-बच्चों समेत वर्चुअल उपवास पर बैठे AICC मेंबर संतोष सिंह
र्व घोषित कार्यक्रम के तहत देशभर में एक्स एमपी आनंद मोहन की रिहाई कि मांग को लेकर मंगलवार को एक दिवसीय वर्चुअल उपवास का कार्यक्रम रखा गया था। धनबाद जिले जिले के भी विभिन्न जगहों पर फ्रेंड्स आफ आनन्द मोहन के समर्थकों अपने अपने घरों में उपवास रखा। एआइसीसी के मेंबर सह फ्रेंड्स आफॅ संतोष सिंह के संस्थापक संतोष कुमार सिंह ने भी अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ उपवास रखा।
- फ्रेंड्स आफ आनन्द मोहन के समर्थकों ने देश भर में उनकी रिहाई कि मांग को लेकर एक दिवसीय वर्चुअल उपवास रखा
- कोयलांचल में विभिन्न जगहों पर फ्रेंड्स आफ आनन्द मोहन के समर्थकों अपने अपने घरों में उपवास रखा
धनबाद। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत देशभर में एक्स एमपी आनंद मोहन की रिहाई कि मांग को लेकर मंगलवार को एक दिवसीय वर्चुअल उपवास का कार्यक्रम रखा गया था। धनबाद जिले जिले के भी विभिन्न जगहों पर फ्रेंड्स आफ आनन्द मोहन के समर्थकों अपने अपने घरों में उपवास रखा। एआइसीसी के मेंबर सह फ्रेंड्स आफॅ संतोष सिंह के संस्थापक संतोष कुमार सिंह ने भी अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ उपवास रखा।
संतोष सिंह ने बताया कि आज मै भी अपने परिवार के सभी सदस्यो के साथ दिन के 11 बजे से शाम पांच बजे तक उपवास रखा। उन्होंने कहा कि 14 वर्ष कि सजा अवधि समाप्त होने के बाद भी आनन्द मोहन को रिहा नहीं किया जा रहा है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पिछले साल महाराणा प्रताप के जन्मोत्सव समारोह में आनन्द मोहन की रिहाई की घोषणा की थी। जब आनन्द मोहन को फंसाया गया था तो जार्ज फर्नाडिस और नीतीश कुमार ने धरना देकर कहा था आनन्द मोहन निर्दोष हैं। इनको फंसाया गया है।आज आनन्द मोहन निर्दोष होकर भी सजा काट रहे हैं। राज्य सरकार को रिहा करने का पूरा अधिकार है। देशभर में पिछले दिनो ट्वीट कर लगभग दो लाख लोगों ने रिहाई की मांग की थी। सिंह ने कहा आनन्द मोहन की रिहाई को लेकर कोविड वैश्विक दौर कम होने के बाद अगर जरूरत पड़ी तो सड़क पर उतरकर आन्दोलन करेंगे। उन्होने कहा सब सिस्टम का दोष है। आनन्द मोहन निर्दोष हैं।
उन्होंने कहा कि भड़काउ भाषण देने वाले बीजेपी लीडर लालकृष्ण आडवाणी, प्रवीण तोगड़िया के कारण बाबरी मस्जिद विध्वंस के समय सैकड़ों लोगों की जान चली गई थी। इस केस में सभी बरी हो गये। केस के जांच पदाधिकारी और पुलिस बॉडीगार्ड ने कोर्ट में बयान दिया है कि हमने घटनास्थल पर आनन्द मोहन को नहीं देखा। फिर भी आनन्द मोहन सरकार की साजिश के शिकार हो गये।
वर्चुअल उपवास धरना कार्यक्रम संतोष सिंह की पत्नी कुमुद सिंह, भाई पप्पू सिंह, कविता सिंह, कुमार हर्षवर्धन, कुशाग्र सिंह, शौर्य सिंह, श्रेया सिंह मौजूद थे।