धनबाद: जज उत्तम आनंद मौत मामला: CBI की दिल्ली स्पेशल क्राइम ब्रांच दर्ज की दो और FIR
धनबाद के जज उत्तम आनंद की मौत के मामले में सीबीआई की नई दिल्ली स्थित स्पेशल क्राइम ब्रांच ने दो और FIR दर्ज की हैं। सीबीआई ने एक FIR ऑटो चोरी के मामले में दर्ज की है। इस ऑटो से जज उत्तम आनंद की को टक्कर मारकर मर्डर करने का आरोप है। सीबीआई ने दूसरी FIR मोबाइल चोरी के मामले में दर्ज की गयी है।
नई दिल्ली। धनबाद के जज उत्तम आनंद की मौत के मामले में सीबीआई की नई दिल्ली स्थित स्पेशल क्राइम ब्रांच ने दो और FIR दर्ज की हैं। सीबीआई ने एक FIR ऑटो चोरी के मामले में दर्ज की है। इस ऑटो से जज उत्तम आनंद की को टक्कर मारकर मर्डर करने का आरोप है। सीबीआई ने दूसरी FIR मोबाइल चोरी के मामले में दर्ज की गयी है।
FIR -एक
सुगनी देवी ने पाथरडीह पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी ऑटो चोरी की FIR
धनबाद जिले के पाथरडीह पुलिस स्टेशन एरिया के भौरी खटाल की रहने वाली सुगनी देवी ने 29 जुलाई को अननोन के खिलाफ ऑटो चोरी के मामले में FIR दर्ज कराई थी। उसने पुलिस को बताया था कि 27 जुलाई की रात 11 बजे से तीन बजे के बीच अननोन चोरों ने उनकी ऑटो ( जेएच-10आर-0461 )की चोरी कर ली। काफी खोजबीन के बाद जब ऑटो पता नहीं चला, तो उसने 29 जुलाई को पाथरडीह पुलिस स्टेशन में ऑटो चारी की FIRदर्ज कराई।
FIR - दो
घर से चोरी हो गई थी मोबाइल, पुलिस ने दर्ज नहीं की FIR
धनबाद पुलिस स्टेशन एरिया संत अंथोनी चर्च के समीप हिल कॉलोनी निवासी पूर्णेंदू विश्वकर्मा ने 29 जुलाई को धनबाद पुलिस स्टेशन में मोबाइल चोरी होने की कंपलेन की।उन्होंने पुलिस को दिये गये आवेदन में बताया था कि 28 जुलाई की रात वे घर का दरवाजा सटाकर सोए हुए थे, तभी चोरों ने उनके घर का दरवाजा खोलकर उनका तीन मोबाइल चोरी कर ली थी। पुलिस स्टेशन के मुंशी ने आवेदन को दबाकर रख दिया। कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की। उन्होंने तीनों मोबाइल के सिमकार्ड को बंद करा दिया और नया सिमकार्ड आवंटित करवा लिया। जज मर्मोडर मामले में अरेस्ट किये गये ऑटो ड्राइवर लखन के सहयोगी के पास यह मोबाइल मिली। मोबााइल चोरी की कंपलेन आवेदन दाबकर रख देने के मामले में धनबाद पुलिस स्टेशन को मुंशी को सस्पेंड कर दिया गया। इसके बाद 13 अगस्त को मोबााइल चोरी की एफआइआर दर्ज कराई।
नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग करायी गयी
जज मर्डर के मामले में ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसका सहयोगी राहुल कुमार वर्मा ज्यूडिशियल कस्टडी में हैं। सीबीआइ ने मामले में दोनों आरोपी राहुल वर्मा और लखन वर्मा को गुजरात गांधीनगर ले जाकर नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग कराई गयी थी। इसके बाद दोनों आरोपियों को फिर से धनबाद कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था। बताया जाता है कि नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग के दौरान सीबीआई को कुछ ज्यादा कामयाबी हाथ नही लगी है। उल्लेखनीय है कि 28 जुलाई को मॉर्निंग वॉक के दौरान धनबाद कोर्ट के जज उत्तम आनंद की ऑटो से टक्कर लगने से मौत हो गयी थी। जज उत्तम आनंद घर से सुबह पांच बजे के लगभग मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। घर वापस नहीं आने पर वाइफ कीर्ति सिन्हा ने रजिस्ट्रार को फोन कर इसकी सूचना दी। रजिस्ट्रार ने मामले की सूचना एसएसपी धनबाद को दी, जिसके बाद पुलिस जज को ढूंढने में रेस हो गयी।
जज रणधीर वर्मा चौक के पास जज घायल मिले। उन्हें इलाज के लिए SNMMCH ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस मामले को पहलेरोड ए्क्सीडेंट माना गया लेकिन सीसीटीवी फुटेज में एक ऑटो को जानबूझकर धक्का मारते दिखने पर सनसनी फैल गई।सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई थी।झारखंड नेतृत्व में एडीजी के नेतृत्व में एसआईटी की टीम मामले की जांच कर रही थी। हाई कोर्ट ने मामले पर संज्ञान लिया। पुलिस ने देर रात ड्राइवर लखन वर्मा और उसके साथ बैठे राहुल वर्मा को अरेस्ट किया था। स्टेट गवर्नमेंट की अनुशंसा और हाईकोर्ट के निर्देश पर पूरे मामले की तहकीकात सीबीआई कर रही है। चार अगस्त को सीबीआई ने एफआइआर दर्ज की थी।