धनबाद: जज उत्तम आनंत मौत मामला, सीबीआइ ने बरोरा के युवक को कस्टडी में लिया, कतरास से दो तलब
सीबीआइ ने जज उत्तम आनंद के मौत मामले में शुक्रवार को पुलिस स्टेशन एरिया के रंगेनीबाड़ी से विक्रम नामक युवक को कस्टडी में ली है। विक्रम को कतरास पुलिस स्टेशन बुलाया गया इसके बाद टीम उसे लेकर धनबाद आ गयी।
धनबाद। सीबीआइ ने जज उत्तम आनंद के मौत मामले में शुक्रवार को पुलिस स्टेशन एरिया के रंगेनीबाड़ी से विक्रम नामक युवक को कस्टडी में ली है। विक्रम को कतरास पुलिस स्टेशन बुलाया गया इसके बाद टीम उसे लेकर धनबाद आ गयी।
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सीबीआइ टीम कतरास पुलिस को लेकर श्यामडीह निवासी मो. शाहिद नामक युवक के घर पहुंची। शाहिद घर पर नहीं मिला। सीबीआइ परिजनों को नोटिस थमा दिया। साङिद को सीबीआइ संपर्क करने को कहा गया है। बताया जाता है कि कि सीबीआइ टीम लकड़का के एक और युवक के घर पर भी गयी। लेकिन वह भी नहीं मिला। सीबीआइ परिजनों नोटिस देकर लौट गयी। सीबीआई ने श्यामडीह व लकड़का के युवक को धनबाद कैंप ऑफिस में तलब की है। सीबीआइ टीम गोपनीय रुप से तीन युवकों को खोजने आयी थी।
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फ्लैश बैक
धनबाद कोर्ट के जज उत्तम आनंद की 28 जुलाई को मॉर्निंग वॉक के दौरान ऑटो से टक्कर लगने से मौत हो गयी थी। जज उत्तम आनंद घर से सुबह पांच बजे के लगभग मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। घर वापस नहीं आने पर वाइफ कीर्ति सिन्हा ने रजिस्ट्रार को फोन कर इसकी सूचना दी। रजिस्ट्रार ने मामले की सूचना एसएसपी धनबाद को दी, जिसके बाद पुलिस जज को ढूंढने में रेस हो गयी।जज रणधीर वर्मा चौक के पास जज घायल मिले। उन्हें इलाज के लिए SNMMCH ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस मामले को पहलेरोड ए्क्सीडेंट माना गया लेकिन सीसीटीवी फुटेज में एक ऑटो को जानबूझकर धक्का मारते दिखने पर सनसनी फैल गई।सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई थी। झारखंड पुलिस के एडीजी के नेतृत्व में एसआईटी की टीम मामले की जांच कर रही थी। हाई कोर्ट ने मामले पर संज्ञान लिया। पुलिस ने देर रात ड्राइवर लखन वर्मा और उसके साथ बैठे राहुल वर्मा को अरेस्ट किया था। स्टेट गवर्नमेंट की अनुशंसा और हाईकोर्ट के निर्देश पर पूरे मामले की तहकीकात सीबीआई कर रही है। चार अगस्त को सीबीआई ने एफआइआर दर्ज की थी।
नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग करायी गयी
जज मर्डर के मामले में ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसका सहयोगी राहुल कुमार वर्मा ज्यूडिशियल कस्टडी में हैं। सीबीआइ ने मामले में दोनों आरोपी राहुल वर्मा और लखन वर्मा को गुजरात गांधीनगर ले जाकर नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग कराई गयी थी। इसके बाद दोनों आरोपियों को फिर से धनबाद कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था। बताया जाता है कि नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग के दौरान सीबीआई को कुछ ज्यादा कामयाबी हाथ नही लगी है।
सीबीआइ ने जज उत्तम आनंद मौत मामले में सात सितंबर को दो और एफआइआर दर्ज की है। एक ऑटो चोरी व दूसरा मोबाइल चोरी का है। जज की मौत मामले में पहले से ही केस दर्ज है।सीबीआइ ने जज उत्तम आनंद मौत मामले में सुराग देनेवालों के लिए इनाम की राशि दोगुनी पांच लाख के बदले 10 लाख रुपये कर दी है। इसके लिए नौ सितंबर को धनबाद टाउन के कई स्थानों पर पोस्टर भी चिपकाये गये, जिसमें इनाम की घोषणा की गयी है।