धनबाद: इलिगल कोल माइनिंग से  कोलकाता-दिल्ली रेल लाइन को खतरा नहीं

इलिगल कोल माइनिंग से  कोलकाता-दिल्ली रेल लाइन को फिलहाल खतरा नहीं है। गलफरबाड़ी स्थित सन्यासी मंदिर के समीप जंगल में हो रहे इगिल कोल माइनिंग से कोलकाता-नई दिल्ली रेल मार्ग को संभावित खतरे की जांच शुक्रवार को आसनसोल रेलवे व ईसीएल मुगमा एरिया की सर्वे टीम ने की। 

धनबाद: इलिगल कोल माइनिंग से  कोलकाता-दिल्ली रेल लाइन को खतरा नहीं

धनबाद। इलिगल कोल माइनिंग से  कोलकाता-दिल्ली रेल लाइन को फिलहाल खतरा नहीं है। गलफरबाड़ी स्थित सन्यासी मंदिर के समीप जंगल में हो रहे इगिल कोल माइनिंग से कोलकाता-नई दिल्ली रेल मार्ग को संभावित खतरे की जांच शुक्रवार को आसनसोल रेलवे व ईसीएल मुगमा एरिया की सर्वे टीम ने की। 

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सर्वे टीम में शामिल अफसरों ने गलफरबाड़ी में दो ड्रोन कैमरा उड़ाकर रेल लाइन की स्थिति की जानकारी ली। अफसरों ने रेल लाइन के दोनों छोर की जांच की। इसमें पाया गया कि इलिगलकोल माइनिंग से रेल लाइन को कोई खतरा नहीं है।टीम में आसनसोल रेलवे डिवीजन एईएन-टू के डिवीजनल इंजीनियर विनोद कुमार, सिक्युरिटी अफसर(पीडब्लूआइ) पंजारा, माइनिंग अफसर राजकुमार सिंह, शैलेश कुमार, कापासारा प्रोजेक्ट के पीओ पीके सिंह आदि शामिल थे। 
सर्वे टीम सबसे पहले में गलफरबाड़ी के सन्यासी मंदिर के समीप चल रहे इलिगल माइनिंग स्पॉट पर पहुंची। वहां जंगल में हो रहे इलिगल माइनिंग को देखा। टीम ने गलफरबाड़ी रेलवे के चार और पांच नंबर गेट के बीच सियारकनाली मैदान से दो ड्रोन कैमरे उड़ाये। एक ड्रोन कैमरे से मुगमा स्टेशन तक और दूसरे ड्रोन कैमरा से चार नंबर रेलवे गेट से आगे तक रेल लाइन का सर्वे किया। टीम में शामिल अफसरों ने यहां लगभग 500 मीटर तक रेल लाइन की जांच की। ट्रेन गुजरने पर रेल लाइन में कंपन हो रही है कि नहीं इसकी भी जांच की। रेल लाइन के किनारे कितने दूर तक इलिगल माइनिंग स्पॉ़ट है इसकी भी जानकारी ली।

जांच के बाद सभी अफसरों ने कापासारा आउटसोर्सिंग ऑफिसआसनसोल रेलवे व ईसीएल मुगमा एरिया के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रेलवे लाइन की सुरक्षा पर वार्ता की। आसनसोल डिवीजन के एईएन-टू के डिवीजन इंजीनियर विनोद कुमार ने कहा कि रेलवे लाइन को इलिगल माइनिंग से कोई खतरा नहीं है। अवैध कोयला उत्खनन स्थल रेल लाइन से 300 मीटर दूर है। वहीं ईसीएल मुगमा एरिया की ओर से रेल लाइन से 300 मीटर आगे तक इलिगल माइनिंग स्पॉट कोकी अच्छे से भराई कराई गई है। इससे वे लोग संतुष्ट दिखे। रेलवे लाइन के किनारे थापरनगर स्टेशन से पहले जहां धसान हुई थी, वहां जोर शोर से काम चल रहा है। उन्होंने ईसीएल मुगमा एरिया के अफसरों से गलफरबाड़ी में अन्य इलिगल माइनिंग स्पॉट की भराई कराने को कहा।

इलिगल माइनिंग स्थलों को छुपाने की कोशिश 
सर्वे करने के लिए टीम ने ड्रोन कैमरे को उड़ाया तो गलफरबाड़ी सन्यासी मंदिर के मांझी बस्ती के समीप जंगल में इलिगल माइनिंग कर रहे कर रहे कोयला चोरों ने कैमरे से स्पॉट को बचाने के लिए मुहानों को ढकने के लिए रखे गये बिचाली में आग लगा दी। उनका प्रयास था कि ड्रोन कैमरे में इलिगल माइनिंग का स्पॉट कैद नहीं हो सके।