धनबाद: बीसीसीएल की आउटसोर्सिंग वर्क में बाधा उत्पन्न करने वालों पर करें नेम्ड एफआईआर दर्ज: डीसी
आउटसोर्सिंग परियोजना में आये दिन उत्पन्न होने वाली बाधा एवं अन्य समस्याओं को लेकर डीसी उमा शंकर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभागार में सोमवार को एक बैठक आयोजित की गई।बैठक में डीसी ने कहा कि आउटसोर्सिंग एजेंसी का काम बाधित करने वालों पर बीसीसीएल मैनेजमेंट नेम्ड एफआईआर दर्ज करायें। एफआइआर में दर्ज नामजदों के विरुद्ध पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की जायेगी।
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- एमओयू के अनुसार परियोजना स्थल पर लगाएं सीसीटीवी कैमरा
धनबाद। आउटसोर्सिंग परियोजना में आये दिन उत्पन्न होने वाली बाधा एवं अन्य समस्याओं को लेकर डीसी उमा शंकर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभागार में सोमवार को एक बैठक आयोजित की गई।बैठक में डीसी नेकहा कि आउटसोर्सिंग एजेंसी का काम बाधित करने वालों पर बीसीसीएल मैनेजमेंट नेम्ड एफआईआर दर्ज करायें। एफआइआर में दर्ज नामजदों के विरुद्ध पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की जायेगी।
डीसी ने आउटसोर्सिंग कंपनियों को मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) के अनुसार परियोजना स्थल पर सीसीटीवी कैमरा लगाने तथा सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी गार्ड को भी प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया। डीसी ने सभी डीएसपी से बाधा उत्पन्न करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने एवं भविष्य में आउटसोर्सिंग परियोजना में किसी प्रकार की भी अप्रिय घटना नहीं घटे, यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने सीआईएसएफ को भी निर्देश दिया कि वे परियोजना का निरीक्षण कर सर्वे पोस्ट पर सुरक्षाकर्मियों को प्रतिनियुक्त करें तथा एक टीम बनाकर सुरक्षा की स्थिति का आकलन करें।
उन्होंने कहा कि दस दिनों के अंदर जिला प्रशासन द्वारा एक टीम का गठन कर आउटसोर्सिंग परियोजना का निरीक्षण किया जायेगा। यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि एमओयू के अनुसार सीसीटीवी कैमरे एवं सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है या नहीं। बैठक में मुख्य रुप से चर्चा की गयी कि बीसीसीएल में कितनी आउटसोर्सिंग कंपनिया हैं। इनमें कर्मियों की संख्या। आउटसोर्सिंग कार्यस्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं या नहीं। अगर है तो कारगर है या नहीं। माइनिंग एरिया में बीसीसीएल व आउटसोर्सिंग कंपनी की ओर से सुरक्षा के पर्याप्त व्यवस्था हैं या नहीं। सुरक्षा व्यवस्था में सीआइएसएफ की क्या भूमिका है। एनआइटी के प्रावधान के आलोक में आउटसोर्सिंग एजेंसी की ओर से पर्याप्त संख्या में सिक्योरिटी गार्ड रखे गये हैं या नहीं। किन-किन क्षेत्रों में वर्तमान में विवाद के कारण हैं। विभिन्न माइनिग एरिया मे लगातार हो रही घटना, प्रदर्शन के खिलाफ राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में क्या कार्रवाई की गई है।इन मामलों में डीसी ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है।
बैठक में प्रभारी एसएसपी सह सिटी एसपी आर रामकुमार, एसी (लॉ एंड ऑर्डर) अनिल कुमार, डीआरडीए डायरेक्टर संजय कुमार भगत, एसडीएम राज महेश्वरम, माइनिंग एरिया के सभी एसडीपीओ, डीएसपी, थाना प्रभारी एवं बीसीसीएल के सभी 12 एरिया के जीएम एवं आउटसोर्सिंग कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि झरिया व बाघमारा एरिया में बीसीसीएल में काम कर रही आउटसोर्सिंग कंपनियों के प्रोजेक्ट स्थल पर वर्चस्व व रंगदारी को लेकर आये दिन हिंसक झड़प हो रही है। फायरिंग व बामबारी हो रही है। पुलिस की शिथिलता के कारण क्रिमिनल व माफिया बेलगाम हो गये हैं। कोयलांचल में लगातार आउटसोर्सिंग व लोडिग प्वाइंट में अवांछनीय तत्व हमेशा गोलीबारी व बमबाजी कर कार्य में व्यवधान डाल रहे हैं। ऐसे लोगों की हरकत से ल़ एंड ऑर्डर की समस्या उत्पन्न होती है। कोयला माइनिंग कार्य भी प्रभावित होता है। रेवन्यू की क्षति होती है। लोगों को नियोजन देने, अपना वर्चस्व व कोयला लोडिग में रंगदारी को लेकर यह विवाद होता है।