धनबाद: पंचतत्व में विलीन हुए एक्स एमपी महतो, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

एक्स एमपी व एक्स एमएलए राजकिशोर महतो शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गये। बलियापुर स्थित बिनोद बिहारी महतो कॉलेज कैंपस के समीप  बिनोद धाम में छोटे पुत्र राहुल कुमार महतो ने उन्हें मुखाग्नि दी।

धनबाद: पंचतत्व में विलीन हुए एक्स एमपी  महतो, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
  • अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
  • जगह-जगह  दी गयी श्रद्धांजलि
  • स्टेट गवर्नमेंट के प्रतिनिधि के रुम में शामिल हुए कृषि मंत्री

धनबाद। एक्स एमपी व एक्स एमएलए राजकिशोर महतो शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गये। बलियापुर स्थित बिनोद बिहारी महतो कॉलेज कैंपस के समीप  बिनोद धाम में छोटे पुत्र राहुल कुमार महतो ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले कॉलेज में उन्हें सशस्त्र बलों ने सलामी दी। उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटा गया और मातमी धुन बजाई गई। स्टेट गवर्नमेंट के प्रतिनिध के रुप में कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने पुष्पचक्र चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। 

जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम सुरेंद्र कुमार उपस्थित थे। टुंडी एमएलए मथुरा प्रसाद महतो, सिदरी एमएलए इंद्रजीत महतो, चंदनकियारी एमएलए अमर बाउरी, निरसा एमएलए अपर्णा सेनगुप्ता, एक्स मिनिस्टर जलेश्वर महतो, उमाकांत रजक, एक्स एमपी शैलेंद्र महतो, एक्स एमएलए आनंद महतो, शिवा महतो, योगेश्वर महतो बाटुल, मासस जिला अध्यक्ष हरिप्रसाद पप्पू, बीजेपी लीडर गणेश मिश्रा,अशोक मंडल आदि ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। 

अंतिम यात्रा में जगह-जगह दी गई श्रद्धांजलि 
दिन के 11:30 बजे बिनोद नगर स्थित घर से राजकिशोर महतो की अंतिम यात्रा निकली। एक्स मिनिस्टर जलेश्वर महतो व राजकिशोर के तीनों पुत्रों ने कंधा दिया। फूलों से सुसज्जित वाहन पर पार्थिव शरीर रखा गया। इसी वाहन में जलेश्वर महतो, इंद्रजीत महतो व राज किशोर के तीनों बेटे समेत अन्य लोग बैठे हुए थे।  रणधीर वर्मा चौक स्थित बिनोद मार्केट व सरायढेला में काफिले को रोक कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। वार्ड-24 की पार्षद मंजू देवी व पूर्व पार्षद गणपत महतो के नेतृत्व में सरायढेला, सुगियाडीह, ढांगी बस्ती और मंझलाडीह की सैकड़ों महिलाओं व पुरुषों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। राजकिशोर के पार्थिव शरीर को देखते ही महिलाएं रो पड़ीं। अंतिम यात्रा कोयला नगर, कोला कुसमा होते हुए कोला कुसमा पहुंचा जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। 

अंतिम यात्रा में शामिल हुए बादल
राजकिशोर की अंतिम यात्रा जब करमाटांड़ मोड़ पहुंचा तो वहां कृषि मंत्री बादल पत्रलेख खड़े थे। उन्होंने राजकिशोर को श्रद्धांजलि दी और उनके शव वाहन पर ही सवार हो आगे बढ़े। अंतिम यात्रा में  मथुरा प्रसाद महतो, पवन महतो, रामप्रसाद महतो, गणपत महतो व खेदन महतो भी शामिल थे। करमाटांड़ में स्थानीय ग्रामीणों ने बैंड बाजे के साथ राजकिशोर महतो अमर रहे के नारे लगाए और पुष्प वृष्टि कर श्रद्धांजलि दी। बलियापुर चौराहे पर भी लोगों ने फूल माला चढ़ाकर राजकिशोर को श्रद्धांजलि दी। वहां से काफिला बड़ादहा स्थित राजकिशोर के पैतृक घर की ओर मुड़ गया।

बड़ादहा गांव जब काफिला पहुंचा तो वहां ग्रामीण कतारबद्ध होकर अपने गांव के सपूत का इंतजार कर रहे थे। शव यात्रा पहुंचते ही लोगों की आंखें छलक आईं। पैतृक घर के पास कुछ देर के लिए वाहन रोका गया जहां ग्रामीणों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। पैतृक घर के पास उन्हें फिर से तुलसी व गंगाजल पिलाया गया। संकरी गली होने की वजह से वाहन को गांव के दूसरे छोड़ से घुमाकर अंतिम पड़ाव बिनोद बिहारी महतो कॉलेज लाया गया। ठीक 2:38 बजे राजकिशोर अपने अंतिम पड़ाव बीबीएम कॉलेज मैदान पहुंचे। यहां एक स्टेज पर उनके पार्थिव शरीर को रखा गया। तत्काल सशस्त्र बलों के जवान ने शरीर को तिरंगा ओढ़ाया। इसके बाद मातमी धुन बजाई गई और फायरिग कर सलामी दी गई। मंत्री बादल पत्रलेख समेत तमाम लोगों ने यहां भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। तीन बजे शव को चिता पर लेटाया गया जहां छोटे पुत्र अधिवक्ता राहुल महतो ने उन्हें मुखाग्नि दी।