धनबाद: डीसी के निर्देश पर पांच मिनट में बना दिव्यांग राजेश गुप्ता का राशन कार्ड
डीसी उमा शंकर सिंह ने शुक्रवार को संवेदनशीलता का परिचय देते हुए पांच मिनट के अंदर झरिया कोयरीबांध के राजेश कुमार गुप्ता का राशन कार्ड निर्गत करवाया।
धनबाद। डीसी उमा शंकर सिंह ने शुक्रवार को संवेदनशीलता का परिचय देते हुए पांच मिनट के अंदर झरिया कोयरीबांध के राजेश कुमार गुप्ता का राशन कार्ड निर्गत करवाया।
श्री गुप्ता दिल्ली में गाड़ी चला कर अपनी पत्नी और 2 छोटी छोटी बच्चियों का पालन पोषण कर रहे थे। इसी बीच दिल्ली में उनका हिप के पास बॉल जॉइंट टूट गया। इस वजह से वे वाहन चलाने में लाचार हो गए। वे चार माह पहले झरिया अपने घर आए। परिवार का पालन पोषण करने में भारी कठिनाई हो रही थी। उनके पास न तो राशन कार्ड था और न ही इलाज के लिए पैसे थे।
प्रतिदिन की तरह आज भी डीसी अपना कार्य संपन्न करने के उपरांत समाहरणालय के प्रथम तल पर स्थित अपने कक्ष से नीचे उतर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने देखा की भूतल पर एक दिव्यांग व्यक्ति अपनी पत्नी तथा अपनी दो पुत्रियों के साथ प्रतीक्षारत था। डीसी उनको देखते ही रुक गए तथा उनसे यहां आने का कारण पूछा। श्री गुप्ता ने बताया कि वह दिल्ली में कार्य करते थे। कार्य के दौरान उनके जांघ की हड्डी टूट गई थी। वह चलने फिरने में असमर्थ हो गए हैं। वर्तमान में वह जीविकोपार्जन में असमर्थ हैं। उन्हें सरकार से किसी प्रकार का कोई लाभ भी प्राप्त नहीं होता है।
राजेश का दिव्यांग सर्टिफिकेट भी बनेगा
डीसी ने उनकी स्थिति को देखते हुए तुरंत अनुज बांडो सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग को बुलाया तथा अविलंब सरकारी सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। निर्देशानुसार श्री बांडों ने फौरन रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव को संपर्क कर यथाशीघ्र इनका दिव्यांग का प्रमाण पत्र निर्गत करने हेतु आग्रह किया। उन्होंने बताया कि जैसे ही इनका दिव्यांग का प्रमाण पत्र प्राप्त होगा वैसे ही इन्हें स्वामी विवेकानंद पेंशन योजना से जोड़ दिया जायेगा।डीसी के निर्देश का असर पूरे समाहरणालय में दिखा। इस दौरान विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी ने उक्त व्यक्ति के परिवार से मुलाकात कर तुरंत उनका राशन कार्ड हेतु ऑनलाइन अप्लाई कराया और पांच मिनट में राशन कार्ड बन गया।
डीसी की आमजनों के प्रति संवेदनशीलता
उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी कई बार डीसी ने आमजनों के प्रति अपनी संवेदनशीलता कई माध्यमों से प्रकट की है। जिसमें, जनता दरबार में आने वाले दिव्यांगजन, बुजुर्ग तथा किसी बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों हेतु इनके निर्देश पर भूतल पर प्रतीक्षालय का निर्माण करन ,जहां जनता दरबार के दिन स्वयं उपायुक्त अपने कक्ष से नीचे उतर कर जनता दरबार में आए हुए असहाय लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्या का त्वरित समाधान करते हैं। उनके निर्देश पर विकसित ई समाधान शिकायत निवारण प्रणाली के माध्यम से दूर-दराज में रहने वाले व्यक्ति अपनी शिकायत सीधे उपायुक्त तक पहुंचा सकते हैं। साथ ही शिकायत दर्ज होने से लेकर निष्पादन तक की पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन रियल टाइम ट्रैक कर सकते हैं। इस प्रणाली का लाभ अब तक जिले के अनेक लोगों ने लिया है तथा उपायुक्त की सक्रियता का प्रमाण है कि अब तक इसके माध्यम से लगभग 90% शिकायतों का समाधान किया जा चुका है।