धनबाद: सेल की चासनाला अपर सिम माइंस बंद, भड़के मजदूरों ने किया चक्का् जाम, नाइट शिफ्ट से प्रोडक्शन शुरु

सेल की चासनाला अपर सिम माइंस शुक्रवार से एक बार फिर बंद हो गई। लगभग पांच सौ से अधिक मजदूर बेरोजगार हो गये। हालांकि मजदूरों के आक्रोश व नेताओं की पहल के बाद नाइट शिफ्ट से माइंस चालू होने के साथ ही प्रोडक्शन शुरु हो गया है। माइंस बंद कराने में सिंह मेंशन समर्थक बीजेपी लीडर पाथरडीह लोको बाजार निवासी अभिषेख सिंह की मजदूर विरोधी साजिश का खुलासा हो गया है।

धनबाद: सेल की चासनाला अपर सिम माइंस बंद, भड़के मजदूरों ने किया चक्का् जाम, नाइट शिफ्ट से प्रोडक्शन शुरु
  • सिंह मेंशन के कथित समर्थक अभिषेक सिंह की साजिश का खुलासा
  • मजदूरों के आक्रोश पर समर्थकों संग पहुंची रागिनी-कहा मजदूरों के साथ

धनबाद। सेल की चासनाला अपर सिम माइंस शुक्रवार से एक बार फिर बंद हो गई। लगभग पांच सौ से अधिक मजदूर बेरोजगार हो गये। हालांकि मजदूरों के आक्रोश व नेताओं की पहल के बाद नाइट शिफ्ट से माइंस चालू होने के साथ ही प्रोडक्शन शुरु हो गया है। माइंस बंद कराने में सिंह मेंशन समर्थक बीजेपी लीडर पाथरडीह लोको बाजार निवासी अभिषेख सिंह की मजदूर विरोधी साजिश का खुलासा हो गया है। 

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इससे पहले, आरएलसी ने कंट्रेक्टर के आवेदन के आधार पर पिछले 21 जुलाई 2022 को लेबर लाइसेंस स्वीकृत किया था। इसके बाद महीनों से बंद पड़ी चासनाला माइंस में कार्य शुरू हुआ था। लेकिन एएलसी धनबाद के आदेश से तीन माह में ही दोबारा बंद हो गया। माइंस बंदी के आदेश से भड़के आक्रोशित असंगठित मजदूरों ने शुक्रवार को फस्ट शिफ्ट में सेल चासनाला कोलियरीज का चक्का जाम कर दिया। इससे अपर सिम खदान के अलावा डीप माइंस, चासनाला कोल वाशरी, रोपवे, कांटा घर, रॉ कोल, वाश कोल ट्रांसपोर्टिंग का कार्य ठप रहा। स्लरी उठाव भी बंद है। मजदूरों का कहना था कि बंद माइंस को हर हाल में चालू करना ही होगा। लोगों के विरोध को देखते हुए बड़ी संख्या पुलिस बल को तैनात किया गया । कोयला उत्पादन नहीं होने से सेल को करोड़ों रुपये का नुकसान झेलना पड़ता। पांच सौ ठेका मजदूरों के साथ माइंस से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हजारों लोगों की रोजी-रोटी भी बंद हो जायेगी।

बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी
मौके पर मौजूद लोगों ने बीजेपी होश में आओ, पीएन सिंह मुर्दाबाद, संजीव सिंह मुर्दाबाद, रागिनी सिंह मुर्दाबाद, अविषेक सिंह मुर्दाबाद, मजदूर एकता जिंदाबाद आदि नारे लगाने लगे। हैं। आंदोलन करने वालों में अजीत महतो, अंगद सिंह, विमल सिंह, भावेश सिंह, दामोदर सिंह, अंकित सिंह, मनोज सिंह, राकेश सिंह, संजीव सिंह, बासु साव, दिलीप साव, एसएन सिंह, कार्तिक गोप, केके घोष, जलेश्वर सोरेन, बलराम मंडल, विश्वजीत माजी, प्रकाश नाग, सुरेश पासी, मनीष वर्मा, लाल देव पंडित, काली बेलदार, बासु महतो, त्रिपति महतो, संजय मलिक, गणेश महतो, विजय विश्वकर्मा, समीर मंडल, सूर्य नारायण सिंह, संजय ओझा, प्रकाश कुमार, रेल सिंह, रवि रंजन, भूलन गोराई आदि शामिल थे।
बताया जाता है कि अपर सिम खदान के 16 बाॅटम सिम में कोल माइनिंग डेवलपमेंट एंड कंपनी व 16 सिम वेस्ट में स्वास्तिक माइनिंग कंपनी काम कर रही थी। दोनों कंपनियों का मजदूर लाइसेंस रद कर दिया गया है। इनके खिलाफ बीजेपी लीडर और झरिया के एक्स एमएलए संजीव सिंह के समर्थक अभिषेक कुमार सिंह ने मानकों के उल्लंघन का आरोप लगा आरएलसी को एक शिकायत भेजी थी। इसके बाद आरएलसी ने चासनाला पहुंच जांच-पड़ताल की। इसके बाद अचानक माइंस को बंद करने का फरमान सुना दिया। हालांकि कहा यह जा रहा है कि दोबारा जांच में भी आरएलसी को कोई खामी नहीं मिली। कंट्रेक्टर व सेल मैनेजमेंट की ओर से गुरुवार को मेल के माध्यम से सूचना भेजी गई।
2019 से बालू की कमी की बंद था कोल प्रोडक्शन
इससे पहले सितंबर 2019 से चासनाला अपर सिम माइंस में बालू की कमी के कारण बंद था। मैनेमेंट के अथक प्रयास, विभिन्न श्रमिक संगठनों व ठेका मजदूरों के कई आंदोलनों की वजह से करीब ढाई साल बाद इस वर्ष जून में खदान चालू हुई और जुलाई में कोल प्रोडक्शन शुरू किया गया था, लेकिन तीन महीने बाद ही इसपर फिर से ग्रहण लग गया था।

जिस कानून का हवाला दे रद किया गया लाइसेंस, उस पर लग चुकी है रोक
बताया जाता है कि दिल्ली हाइ कोर्ट की बेंच ने 19 दिसंबर 2002 को सीएल (आरए) 1970 सेक्शन 10 को अमान्य कर दिया था। इस कानून के तहत माइंस में काम करने वाले ठेका मजदूरों के लिए नियम बनाए गए थे, जिसमें प्रकृति के विरुद्ध कोल माइनिंग, डीलिंग, कोल लोडिंग आदि पर पाबंदी थी। इस कानून को दिल्ली हाई कोर्ट ने अमान्य बताया। 2014 में कोलकाता हाई कोर्ट ने भी दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश पर मुहर लगाई थी। बीजेपी लीडर अभिषेक सिंह और आरएलसी की कार्रवाई पर इसी को आधार बना सेल बीएसएल कोलियरीज मैनेजमेंट ने भी झारखंड हाइ कोर्ट रांची का दरवाजा खटखटाया है। मैनेमेंट ने बीते 29 सितंबर को कोर्ट में रिट दायर की थी, जिसकी सूचना आरएलसी सहित विभिन्न संबंधित विभाग को भी दी थी। हाइ कोर्ट में अब तक सुनवाई भी शुरू नहीं हुई है, लेकिन इसी बीच एएलसी अफसर ने काम बंद करा दिया। हालांकि देर रात में काम चालू करने को कह दिया गया।
जो मजदूर हित में नहीं,वोमेरा हितैषी नही:रागिनी सिंह
 चासनाला सेल के अपर सीम के मजदूरों की समस्या देखते हुए बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रागिनी सिंह चासनाला सेल पहुंची। मजदूरों के साथ श्रीमती सिंह ने वार्ता की। उन्होंने मजदूरों से कहा कि जो मजदूरों के साथ लड़ाई लड़ेगा,वो मजदूरों से नही मुझसे से लड़ाई लड़ेगा। अपर सीम चासनाला सेल के कार्यरत दो हजार ठेका मजदूरों ने माइंस कार्य को बंद करते हुए एक भाजपा नेता अभिषेक सिंह का विरोध किया और साथ ही मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया, मजदूरों में बहुत आक्रोश है, प्रदर्शन कर रहे ठेका मजदूरों ने मजदूरों ने आरोप लगाया कि तथाकिथि बीजेपी लीडर अभिषेक सिंह मजदूरों से अवैध पैसा वसूली कर रहा है। अभिषेक सिंह सेल के कुछ अफसर मिलकर मजदूरों से पैसा मांग रहे हैं जो की बिल्कुल गलत है। इस साजिश में जीजा-साला अफसर की जोरी की भूमिका संदिग्ध है। 

मजदूरों का कहना है की अपना जान दे देंगे किंतु इस माइंस को बंद नहीं होने देंगे। अभिषेक सिंह को कोई पैसा नहीं देंगे। रागिनी सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहां कि जो लोग मजदूर भाई बहन के हितेषी नहीं हैं उनकी वो हमेशा विरोध करती थी करती हैं और करती रहेंगी।मजदूरों का शोषण करने वाले चाहे मेरे परिवार कका कोई सदस्य क्यों ना हो मैं उनके खिलाफ हमेशा खड़ी रहूंगी। मजदूरों की हक की लड़ाई में मुझे मजदूर हित में जो कुछ भी करना पड़ेगा वह मैं करूंगी। जब भी मजदूर भाई-बहन मुझे आवाज देंगे वह मुझे वहां पायेंगे उन्होंने कहा कि मेरा यह प्रयास रहेगा की जल्द ही मजदूर भाइयों बहनों को उनका रोजगार पुनः प्राप्त हो। इसके लिए उन्हें जहां भी जाना पड़े बात करना पड़े वह इसके लिए पूर्ण रूप से तैयार है। वही मजदूरों ने इस श्रीमती सिंह का आभार जताते हुए कहा कि हम सभी मजदूर भाई बहन आपके साथ हैं। मजदूर हित में आपकी लड़ाई में हम हर तरह से तैयार हैं। 
मौके पर बीजेपी जिला उपाध्यक्ष उमेश यादव, जिला मंत्री पूनम देवी, अखिलेश सिंह,अभिषेक पांडेय, साजन सिंह, शैलेंद्र सिंह, रंजीत रवानी, रंजय सिंह, चीकू महतो, शशिकांत निराला, अंशु मिश्रा, सौरभ मिश्रा, विमल सिंह के साथ बड़ी संख्या में मजदूर व बीजेपी कार्यकर्ता उपस्थित थे।