धनबाद: नीरज मर्डर केस में संजीव सिंह को कोर्ट से झटका,नहीं मिलेगी सवालों की सूची, छह मई को दर्ज होगा सफाई बयान
एक्स डिप्टी मेयर नीरज सिंह मर्डर में पिछले पांच वर्षों से जेल में बंद झरिया के एक्स एमएलए संजीव सिंह समेत अन्य आरोपितों को सोमवार को कोर्ट से बड़ा झटका लगा। धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश अखिलेश कुमार की कोर्ट ने संजीव समेत अन्य आरोपितों को प्रश्नों की सूची सौंपने से इनकार करते हुए उनके अरजी को खारिज कर दिया।
धनबाद। एक्स डिप्टी मेयर नीरज सिंह मर्डर में पिछले पांच वर्षों से जेल में बंद झरिया के एक्स एमएलए संजीव सिंह समेत अन्य आरोपितों को सोमवार को कोर्ट से बड़ा झटका लगा। धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश अखिलेश कुमार की कोर्ट ने संजीव समेत अन्य आरोपितों को प्रश्नों की सूची सौंपने से इनकार करते हुए उनके अरजी को खारिज कर दिया।
छह मई को सभी आरोपितों को कोर्ट में पेश करने का निर्देश
कोर्ट ने सभी आरोपितों का सफाई बयान दर्ज करने के लिए छह मई की तारीख निर्धारित कर दी है। कोर्ट ने जेल प्रशासन को आदेश दिया है कि छह मई को सभी आरोपितों को अदालत में पेश किया जाए। संजीव के एडवोकेट मोहम्मद जावेद ने दलील देते हुए कहा था कि यह उनका संवैधानिक अधिकार है कि अपना बयान वह अपने अधिवक्ताओं से संपर्क कर व सोच-विचार कर ही दें। इसीलिए वर्ष 2009 में सीआरपीसी की धारा 313 की उप धारा 5 में इसे संशोधित कर लाया गया है। इसलिए उनके अधिकार से उन्हें वंचित नहीं किया जा सकता। इसका अभियोजन ने पुरजोर विरोध किया और कहा कि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि बयान दर्ज किए जाने से पहले अभियुक्तों को प्रश्नों की सूची दे दी जाए। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 25 अप्रैल को संजीव सिंह, पंकज सिंह एवं डब्लू मिश्रा ने और 27 अप्रैल को अमन सिंह, सागर सिंह, संजय सिंह, कुर्बान अली, विनोद सिंह और धनजी सिंह की ओर से उनके ए़डवोकेट मोहम्मद जावेद पंकज प्रसाद एवं देवी शरण सिन्हा ने कोर्ट में अरजी दिया था। आवेदन देकर कहा था कि उन्हें अभियुक्तों से पूछे जाने वाले प्रश्नों की पूरी सूची उपलब्ध कराई जाए, ताकि वह उसका जवाब लिखित रूप में दे सकें।
सरायढेला स्टील गेट में सरेशाम हुई थी नीरज सिंह समेत चार लोगों की मर्डर
एक्स डिप्टी मेयर सह कांग्रेस लीडर नीरज सिंह 21 मार्च 2017 की शाम अपनी फॉर्च्यूनर (जेएच10एआर-4500) से झरिया से सरायढेला स्थित अपने आवास रघुकुल लौट रहे थे। नीरज गाड़ी में ड्राईवर के साथ आगे की सीट पर बैठे थे। पीछे की सीट पर उनके सहायक सरायढेला न्यू काॅलोनी निवासी अशोक यादव और प्राइवेट बॉडीगार्ड मुन्ना तिवारी बैठे थे। स्टील गेट के पास बने स्पीड ब्रेकर पर नीरज की फॉर्च्यून की स्पीडकम होते ही दो बाइक पर सवार हमलावरों ने उनकी चारों तरफ से घेर फायरिंग करनी शुरु कर दिया था। चारों तरफ से नाइन एमएम की पिस्टल और कारबाइन से 50 से अधिक राउंड फायरिंग की गई। घटना के बाद आसपास के इलाकों में भगदड़ मच गई थी। गाड़ी में सवार नीरज सिंह समेत अशोक यादव, मुन्ना तिवारी और ड्राइवर घलटू महतो की भी मौके पर ही मौत हो गई थी।