धनबाद: मेन रोड से जुड़ने वाले लिंक रोड से 20 मीटर पहले लगेगा गति अवरोधक, टाउन के 16 चिह्नित स्थानों पर ट्रैफिक लाइट सिगनल सिस्टम
एमपी सह अध्यक्ष सड़क सुरक्षा समिति, धनबाद पशुपतिनाथ सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को समाहरणालय के सभागार में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई।
- जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक
- सुप्रीम कोर्ट एवं गवर्नमेंट के निर्देशों का हो अनुपालन : डीसी
- सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं
- भीड़भाड़ वाले इलाके में पार्किंग व्यवस्था के लिए बनाए दीर्घकालिक योजना: पीएन सिंह
धनबाद। एमपी सह अध्यक्ष सड़क सुरक्षा समिति, धनबाद पशुपतिनाथ सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को समाहरणालय के सभागार में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर डीसी ने कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट एंव गवर्नमेंट के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करें। अनुपालन प्रतिवेदन के साथ संबंधित छायाचित्र भी समर्पित करें। सड़क सुरक्षा के संबंध में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
बैठक के दौरान डीसी ने एनएच-2 एवं एनएच-32 पर स्थित सभी ब्लैक स्पॉट के बारे में विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराने तथा वहां दुर्घटना रोकने के लिए उठाए गए कदमों पर विस्तृत ब्यौरा देने का निर्देश एनएचएआइ पदाधिकारियों को दिया।जिले के सभी मेन रोड से जुड़ने वाली लिंक रोड के जंक्शन पॉइंट से 20 मीटर पहले गति अवरोधक लगाने के लिए उपायुक्त ने आरईओ कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया।शहर के 16 चिह्नित स्थानों पर ट्रैफिक लाइट सिगनल सिस्टम लगाने के लिए नगर निगम को नए सिरे से प्रक्रिया को प्रारंभ करने, श्रमिक चौक गोलंबर का व्यास कम करने के लिए नगर आयुक्त, पथ निर्माण विभाग एवं ट्रैफिक डीएसपी को श्रमिक चौक का निरीक्षण करने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान धनबाद नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी मोहम्मद अनीस ने बताया कि बैंक मोड़, सिटी सेंटर तथा सरायढेला इत्यादि क्षेत्रों में पार्किंग हेतु स्थान का चयन कर लिया गया है। सीमांकन की प्रक्रिया की जा रही है। डीसी ने इन सभी क्षेत्रों में पार्किंग व्यवस्था के लिए दीर्घकालिक योजना बनाने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान एमपी पीएन सिंह ने कहा कि भविष्य को देखते हुए पार्किंग की व्यवस्था से संबंधित योजना बनाई जानी चाहिए। नगर निगम द्वारा कई स्थानों पर सड़क पर पार्किंग की बंदोबस्ती कर देने से सड़क जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है। सर्वप्रथम सड़क के किनारे दुकान की बंदोबस्ती करना एवं पार्किंग की बंदोबस्ती करना बंद की जानी चाहिए। जो दुकाने ट्रैफिक में बाधा उत्पन्न कर रही हैं उनका आवंटन रद्द होना चाहिए। धनबाद नगर निगम के पुराने कार्यालय में विश्वस्तरीय पार्किंग की व्यवस्था की जा सकती है। उन्होंने बताया कि ऐसा विश्वास है कि डीसी जैसी गंभीरता सभी विभाग दिखाएंगे। मानसिकता बदल कर कार्य करने से जिले में रोड जाम की समस्या का समाधान हो सकता है एवं दुर्घटना में मृत्यु की दर को भी कम किया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने एशियन जालान अस्पताल के सामने सड़क पर कट बनाने का भी सुझाव दिया।
एक्सीडेंट होने पर 108 पर करें कॉल
बैठक के दौरान सिविल सर्जन डॉक्टर गोपाल दास ने बताया कि रोड पर दुर्घटना होने की स्थिति में 108 नंबर पर कॉल करके एंबुलेंस बुलाया जा सकता है। एंबुलेंस के माध्यम से ट्रामा सेंटर जाने की पूरी व्यवस्था उपलब्ध कराई जाती है। इसी क्रम में डीसी ने बताया कि राज्य सरकार के वर्तमान संकल्प के अनुसार सड़क दुर्घटना में मृतक व्यक्ति के परिजन को एक लाख रुपयों की मुआवजा राशि प्रदान करने का प्रावधान किया गया है।
पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप कर सीएनजी गाड़ी लेने वाले को दी जाएगी सब्सिडी
बैठक के दौरान डीटीओ ओम प्रकाश यादव ने बताया कि अप्रैल माह से जिले में चार सीएनजी पंप खुल रहे हैं। भविष्य में इन पंपों की संख्या और बढ़ाने की योजना है। यह निर्णय लिया गया है कि सीएनजी किट वाले कमर्शियल वाहनों को ही अब नई परमिट जारी की जायेगी। उन्होंने बताया की पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप कर सीएनजी वाहन लेने वालों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उन्हें सब्सिडी की राशि भी प्रदान की जायेगी।
बैठक में डीसी उमा शंकर सिंह, एसडीएम सुरेंद्र कुमार, डीटीओ ओम प्रकाश यादव, जिला भू अर्जन पदाधिकारी सतीश चंद्र, झमाडा के एमडी दिलीप कुमार, सीओ धनबाद प्रशांत लायक, झमाडा के कार्यपालक पदाधिकारी इंद्रेश शुक्ला प्रशांत कुमार लायक, एनएचएआइ दुर्गापुर के मैनेजर टेक्निकल अनंत लाल, एनएचएआइ बरवाअड्डा से खैरातुंडा के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुधीर कुमार, आरसीडी के असिस्टेंट इंजीनियर जितेंद्र सिंह, स्टेट हाईवे अथॉरिटी ऑफ झारखंड के प्रमुख अभियंता एमके वर्मा एवं सरफराज अहमद, आरईओ के रामाशीष राय व अन्य लोग उपस्थित थे।